चुनाव के घोषणा के साथ विवादों में घिरता जा रहा बंगाल, विवादित बोल के साथ शुरू हुई हिंसा

कोलकाता: निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के तुरंत बाद पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा भड़क उठी है। राज्य के दो हिस्सों में हिंसा के दो अलग-अलग मामले सामने आए।पांडेबेश्वर में TMC कार्यकर्ताओं द्वारा कथित तौर पर एक बीजेपी कार्यकर्ता की दुकान में आग लगा दी गई। घटना शनिवार देर रात की है जिसमें बीजेपी महिला मोर्चा की नेता की दुकान में आग लगा दी गई। बीजेपी नेता रीना ठाकुर ने कहा कि वह छह महीने पहले ही बीजेपी में शामिल हुई थी और तभी से उन्हें धमकियां मिल रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के उपद्रवियों ने उनकी दुकान में तोड़फोड़ की है। उन्होंने इलाके में सीसीटीवी लगाने की मांग की।जबकि दूसरे मामले में नदिया जिला अंतर्गत कृष्णानगर में एक TMC नेता के घर पर शनिवार रात बम से हमला किया गया।चुनाव की घोषणा होने और पश्चिम बंगाल राज्य में इस बार सात चरणों में चुनाव कराए जाने की घोषणा के तुरंत बाद हमें बताया गया कि कृष्णनगर में टीएमसी के अल्पसंख्यक सेल के एक स्थानीय नेता खोकन खान पर हमला किया गया. कथित तौर पर कुछ उपद्रवियों ने उनके घर पर बम फेंके। उत्तर मालदा सीट से टीएमसी सांसद कैंडिडेट और पूर्व पुलिस अधिकारी प्रसून बंद्योपाध्याय अपने बयान की वजह से विवादों में आ गए हैं।उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय बलों और चुनाव आयोग को चेतावनी दी है. उनके बयान के बाद विवाद शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि मैं सभी बीएसएफ, अर्धसैनिक बलों से कह रहा हूं कि कानून के दायरे में रहें. हम भी कानून के दायरे में रहेंगे. चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष हों। अगर अर्धसैनिक बल डराने की कोशिश करेंगे तो मैं यहां हूं। ‘वो कानून समझ जाएंगे। टीएमसी सांसद ने तृणमूल समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव आयोग को स्कूलों में बैठाया जाना चाहिए। उन्हें पानी दें। उनकी उपेक्षा न करें। बूट, एके 47, एसएलआर का कोई उपयोग नहीं है। उन्होंने कहा कि बस इतना कहें कि मैं प्रसून बनर्जी को बुला रहा हूं। वह आधे घंटे में आ रहे हैं। वह सभी कानूनों को समझ जाएंगे। देखने वाला सब कुछ समझ जाएगा।मालदा में एक रैली में बोलते हुए, पूर्व आईपीएस अधिकारी बनर्जी ने कहा, “मैं सभी बीएसएफ और अर्धसैनिक बलों से कानून का पालन करने का आग्रह करता हूं। हम भी कानून का पालन करेंगे। चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से कराए जाएं। अगर अर्धसैनिक बल डराने की कोशिश की, तो ‘मैं हूं ना’। बनर्जी ने सब कुछ समझ जाएगा।” अपना भाषण समाप्त करते हुए उन्होंने कहा, ‘खेला होबे’ (खेल जारी है)। बनर्जी पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस द्वारा नामित 42 लोकसभा उम्मीदवारों में से एक हैं। बीजेपी ने जवाब दिया।भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने अर्धसैनिक बलों और चुनाव आयोग के संबंध में बनर्जी की टिप्पणियों का एक वीडियो साझा किया।।मालवीय ने एक्स पर लिखा कि “प्रसून, जिन्होंने आईपीएस से इस्तीफा दे दिया और लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए अगले ही दिन तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए, अब भारत के चुनाव आयोग को चेतावनी दे रहे हैं। एक पुलिस अधिकारी के रूप में उनके कार्यों की केवल कल्पना ही की जा सकती है! पश्चिम बंगाल पुलिस में जो कुछ भी गलत है. वह उसका प्रतीक है। इस महीने की शुरुआत में, बनर्जी ने आईपीएस से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का विकल्प चुना। उन्होंने रायगंज रेंज के पुलिस महानिरीक्षक के रूप में कार्य किया। अपने राजनीतिक करियर के अलावा, बनर्जी राज्य के एक प्रसिद्ध थिएटर अभिनेता भी हैं। पश्चिम बंगाल में कब होगा लोकसभा चुनाव?: चुनाव आयोग शनिवार को लोकतंत्र के सबसे बड़े महोत्सव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। देश में 7 चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे। पश्चिम बंगाल समेत पूरे देश में लोकसभा चुनाव का शंखनाद हो गया। चुनाव आयोग ने तारीखें जारी करने के लिए प्रेस वार्ता की। इसमें सामने आया है कि राज्य में भी सात चरणों में वोटिंग होगी। पश्चिम बंगाल में कब-कब वोट डाले जाएंगे, इसकी तारीख भी सामने आ गई है।मुख्य चुनाव आयुक्त ने पश्चिम बंगाल में सातों चरण में चुनाव करने का कार्यक्रम जारी किया है। इस बीच तृणमूल कांग्रेस के विधायक नारायण गोस्वामी ने विवादित बयान दिया है। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना स्थित अशोकनगर विधानसभा के विधायक नारायण गोस्वामी ने विवादित बयान देते हुए टीएमसी कार्यकर्ताओं को फेरीवाला बताया है। उनके इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) को चुटकी लेने का मौका मिल गया है। सूत्रों का कहना है कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) विधायक नारायण गोस्वामी के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी कर सकती है।
बीजेपी ने ली टीएमसी की चुटकी टीएमसी नेता और विधायक नारायण गोस्वामी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि टीएमसी के कार्यकर्ता फेरीवाले की तरह हैं। तृणमूल कांग्रेस का होकर भी खुद को टीएमसी बताने से शर्म करने से काम नहीं चलेगा। उनके इस बयान पर राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने टीएमसी की चुटकी ली। इस मामले में पार्टी विधायक को नोटिस जारी कर सकती है।
बंगाल में अकेले चुनाव लड़ रही TMC
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में लोकसभा की कुल 42 सीटें हैं। इंडिया गठबंधन से बिना गठबंधन किए टीएमसी ने सभी सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतार दिया है, जबकि कांग्रेस और लेफ्ट के बीच गठबंधन नहीं हो पाया। भाजपा ने कुछ सीटों पर प्रत्याशी उतार दिए हैं। लेफ्ट ने 16 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की, जबकि कांग्रेस की ओर से अभीतक पश्चिम बंगाल में एक भी उम्मीदवार नहीं उतारा गया है। रिपोर्ट अशोक झा

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