10 दिन की ईडी रिमांड पर अरविंद केजरीवाल,कौन है कपिल राज जिसने दो मुख्यमंत्री को पहुंचाया जेल
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नई दिल्ली: राउज एवेन्यू कोर्ट ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 10 दिन की ईडी रिमांड पर भेज दिया है। शराब घोटाला मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को करीब दो घंटे की पूछताछ के बाद गुरुवार को गिरफ्तार किया था।राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। दिल्ली के कथित शराब घोटाले मामले में पूछताछ के लिहाज से उनकी गिरफ्तारी की गई है।
खास बात यह है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जिस अधिकारी ने गिरफ्तार किया है उसका नाम कपिल राज है। यह वही अधिकारी है जिसने इससे पहले देश के एक मुख्यमंत्री को अरेस्ट किया था. जी हां झारखंड के सीएम झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रमुख हेमंत सोरेन को गिफ्तार करने वाले भी कपिल राज ही थे. आइए जानते हैं कौन हैं कपिल राज?।
कपिल राज ने की ईडी टीम की अगुवाई
कपिल राज प्रवर्तन निदेशालय में जॉइंट डायरेक्टर स्तर के अधिकारी हैं. उन्होंने ही अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के दौरान ईडी टीम की अगुवाई की. यही नहीं आपको बता दें कि कपिल राज ही दिल्ली के कथित शराब घोटाले की जांच भी कर रहे हैं. यानी इस स्कैम के जांच अधिकारी भी कपिल राज ही हैं. कपिल राज ने अरविंद केजरीवाल से उनके निवास पर गुरुवार देर रात तक कई सवाल पूछे. इसके बाद उन्होंने केजरीवाल को गिरफ्तार किया।
2009 बैच के IRS अधिकारी
कपिल राज 2009 बैच के IRS ऑफिसर हैं. हालांकि मौजूदा समय में वह प्रवर्तन निदेशायल के रांची जोन के प्रमुख हैं. कपिल ने सितंबर 2023 यानी पिछले वर्ष ईडी के अडिशनल डायरेक्टर का पदभार संभाला है. लेकिन उन्हें फिलहाल दिसंबर 2024 तक रांची जोन के प्रमुख के तौर पर जिम्मेदारी दी गई है। कपिल राज इससे पहले पश्चिम बंगाल में भी तैनात थे।
दो मुख्यमंत्रियों को किया गिरफ्तार
कपिल राज ने अपने छोटे से कार्यकाल के अंदर देश के दो मुख्यमंत्रियों को पद पर रहते गिरफ्तार किया है। अरविंद केजरीवाल के अलावा एक महीने पहले ही उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरने को भी गिरफ्तार किया था।
इन बड़े मामलों की जांच में भी जुटे हैं कपिल राज
दिल्ली के कथित शराब घोटाले से लेकर झारखंड के अवैध खनन मामले तक ही कपिल राज सीमित नहीं हैं. इन दो बड़े मामलों के अलावा भी कपिल राज के अंडर में कई अहम मामले हैं. जिनकी जांच में वह जुटे हुए हैं. इनमें जमीन घोटाला, विधायक नकद घोटाला जैसे कुछ महत्वपूर्ण केस जुड़े हुए हैं। कपिल राज के काम से खुश होकर बीते वर्ष उन्हें मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेंस डिपार्टमेंट ऑफ रेवेन्यू ईडी सेक्शन ने एक वर्ष डेप्यूटेशन भी दिया है। उनका ये डेप्यूटेशन उनके काम के प्रति योगदान को देखकर दिया गया है।
इंडिया गठबंधन को मिला एकजुट होने का आक्सीजन : इंडिया गठबंधन ने केजरीवाल की गिरफ्तारी पर एकजुटता दिखाई है। तमाम सहयोगियों ने इसका विरोध किया है। साथ ही बीजेपी पर केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने का भी आरोप लगाया है। टीएमसी के मुख्य सचेतक डेरेक ओ ब्रायन ने पूछा: “अगर मौजूदा मुख्यमंत्रियों और प्रमुख विपक्षी नेताओं को लोकसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले गिरफ्तार किया जाता है तो हम निष्पक्ष चुनाव की उम्मीद कैसे कर सकते हैं?”दिल्ली में हाल ही में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन करने वाली कांग्रेस पार्टी ने भी बिना देरी किए इस मामले पर स्टैंड लिया और केजरीवाल का खुलकर समर्थन किया है। ईडी की टीम जब दिल्ली के सीएम को गिरफ्तार कर ले जाने वाले थी, उससे ठीक पहले दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अरविंदर सिंह लवली सीएम केजरीवाल के आवास पर पहुंचे। इसके अलावा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी खुलकर अरविंद केजरीवाल का समर्थन किया और भाजपा पर हमला करने में किसी भी तरह की देरी नहीं की। जैसे ही राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया कि शिवसेना, पीडीपी, सपा और अन्य सहयोगी दल भी इसमें शामिल हो गए। राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के परिवार से भी मुलाकात की है। आपको बता दें कि सीट शेयरिंग पर बातचीत शुरू होते ही इंडिया गठबंधन के घटक दलों के बीच दरार साफ दिखने लगी थी। पश्चिम बंगला में ममता बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी ने ‘एकला चलो’ नीति अपनाई। वहीं, दिल्ली में तो आप ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया, लेकिन पंजाब में परहेज किया। सभा और कांग्रेस के बीच में भी तल्खी दिख रही थी। इससे पहले इंडिया गठबंधन की नीव रखने वाले नीतीश कुमार ने एनडीए में वापसी कर ली। वायनाड और केरल में भी सीपीआई और कांग्रेस भी टकराव साफ दिख रही है। सियासी पंडितों की मानें तो कांग्रेस अपनी मुंबई की रैली में जो काम नहीं कर पाई, वह केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी कर सकती है। हालांकि, साथ देने वालों पर बीजेपी की तरफ से भ्रष्टाचारी होने के हमले भी झेलने पड़ सकते हैं। पीएम मोदी ने बार-बार अपनी रैलियों में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया है। और खुद को बेदाग बताया है। इंडिया गठबंधन को एक मुद्दे की जरूरत थी जिस पर वे अपनी ताकत दिखा सकें। सूत्रों का कहना है कि अब देश भर में कई रैलियों के साथ-साथ संयुक्त रैलियों की भी योजना बनाई जा रही है। एक समय पर कांग्रेस ने केजरीवाल को भाजपा की बी टीम करार दिया था। इसके अलावा दिल्ली के सीएम पर देश की सबसे पुरानी पार्टी को अविश्वास था। वही केजरीवाल आज इंडिया गठबंधन को ऑक्सीजन दे सकते हैं। केजरीवाल से पहले इस मामले में दिल्ली के तत्कालीन उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, राज्यसभा सांसद संजय सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इस मामले में AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी जेल में हैं। नवंबर 2021 में दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने नई आबकारी नीति का ऐलान किया. इस नीति के जरिए राजधानी में 32 जोन बनाए गए और हर जोन में 27 दुकानें खोले जाने की योजना थी. इस नीति के जरिए पूरी दिल्ली में 849 शराब की दुकानें खोली जानी थीं। साथ ही सभी सरकारी ठेकों को बंद कर इन दुकानों को प्राइवेट कर दिया गया। इसके पीछे सरकार का कहना था कि दिल्ली सरकार को 3500 करोड़ रुपए से अधिक का फायदा होगा।
सितंबर 2022 से गिरफ्तारी का सिलसिला शुरू
लेकिन इस नीति का विरोध भी शुरू हो गया. जुलाई 2022 में दिल्ली के मुख्य सचिव ने इस नई नीति के खिलाफ अनियमितता की जानकारी दी। फिर दिल्ली के उपराज्यपाल ने नियमों के उल्लंघन को लेकर सीबीआई जांच की मांग कर डाली। जांच एजेंसियों की ओर से की जा रही जांच में गिरफ्तारी का सिलसिला सितंबर 2022 से ही शुरू हो गया। सीबीआई ने सितंबर 2022 में आम आदमी पार्टी के संचार प्रमुख और शराब नीति के विजय नायर को गिरफ्तार किया।नायर केजरीवाल के बेहद करीबी बताए जाते हैं. वह एक इवेंट मैनेडमेंट कंपनी के सीईओ भी रहे हैं। इसके बाद हैदराबाद के कारोबारी अभिषेक बोइनपल्ली की गिरफ्तारी हुई. 18 महीनों से हिरासत में रहने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने पिछले दिनों उन्हें 5 हफ्ते की अंतरिम जमानत दे दी है, साथ में उन्हें ईडी अधिकारियों के साथ संपर्क में बने रहने का निर्देश दिया है।इसके बाद में शराब कारोबारी समीर महेंद्रू को भी गिरफ्तार कर लिया गया. वह देश के बड़े कारोबारियों में गिने जाते हैं। वह इंडो स्पिरिट कंपनी के डीजी है। रिपोर्ट अशोक झा