सीएमओ की जांच में दो डॉक्टर समेत नौ कर्मी मिले गैरहाजिर रोका वेतन

सीएमओ की जांच में दो डॉक्टर समेत नौ कर्मी मिले गैरहाजिर रोका वेतन

उप्र बस्ती जिले में ग्रामीण अस्पतालों में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत जांचने के लिए सीएमओ डॉ. आरएस दुबे ने एक सीएचसी, दो पीएचसी और दो हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का निरीक्षण किया। निरीक्षण में खामियां मिली। दवा, सफाई का अभाव था, जिस पर सीएमओ ने नाराजगी जताई। निरीक्षण में अनुपस्थित दो डॉक्टर समेत नौ कर्मियों का वेतन रोका गया। सीएमओ 12.30 बजे सीएचसी परशुरामपुर पहुंचे। ओपीडी की संख्या 63 थी। उपस्थिति पंजिका देखी, जिसमें दीपिका पाल, माधव मिश्रा, विवेक पांडेय, अरुण शुक्ला, दुर्गेश शुक्ला, अजय, सुमन वर्मा, दिनेश, परमात्मा, डॉ. अयूब खान अनुपस्थित मिले। जिनका वेतन रोका। इसके अलावा स्टाफ नर्स रूपा लक्ष्मी, संध्या, पूजा का वेतन रोका। सीएमओ ने बताया कि डिलेवरी रूम में एपिशिटमय ट्रे और डिलेवरी ट्रे स्टेलाज नहीं है। ड्रम भी स्टेलाज नहीं है और न ही रूम में पैड है। सीएमओ ने नाराजगी जताते हुए सभी स्टाफ नर्स का पूरे माह का वेतन बाधित कर दिया। सीएमओ पीएचसी जगदीशपुर पहुंचे। जहां चिकित्साधिकारी डॉ. श्याम कृष्ण वैश्य और दो फार्मासिस्ट प्रतिकर अवकाश पर थे। यहां फार्मासिस्ट मिर्जा बेग ने 17 ओपीडी किया। ओपीडी की संख्या कम होने पर कड़ी नाराजगी जताई। इसके बाद सीएमओ हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर सुकरौली पांडेय पहुंचे। यहां सीएचओ नीरज कुमारी द्वारा सिर्फ दो टेली कंल्सटेंट किया गया था, जिसपर सीएमओ ने नाराजगी जताई। दवाओं का भी अभाव था। चेतावनी और वेतन रोका। इसके बाद सीएमओ पीएचसी सुकरौली पांडेय पहुंचे। यहां चिकित्साधिकारी डॉ. अमिता वर्मा अनुपस्थित मिलीं। उनका वेतन रोका। लापरवाही बरतने में फार्मासिस्ट विनोद कुमार गौतम का वेतन रोक दिया। सीएमओ हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर कोहराएं पहुंचे। तीन दिन से सीएचओ ज्योति कौशल अनुपस्थित मिलीं, जिनका वेतन रोका गया।

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