संदेशखाली: विदेशी हथियारों के सप्लाई का था प्रमुख अड्डा, आखिर आरोपितों पर सरकार को इतनी ममता क्यों?

कोलकाता: बंगाल के संदेशखाली में अबू तालेब के घर से हथियार बरामदगी मामले में अब अनीस नाम का कारोबारी भी सीबीआई की जांच के घेरे में है। सीबीआई को पता चला है कि यह कारोबारी शाहजहां को पोर्ट इलाके में विदेशी हथियारों की सप्लाई करता था। शेख के निर्देश पर वो अन्य सामानों की आड़ में चीन, म्यांमार से विदेशी हथियारों को कोलकाता बंदरगाह तक लाता था। ऐसे में सीबीआई पूछताछ के दौरान अनीस कई बड़ी साजिशों का खुलासा कर सकता है जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से संदिग्ध है।मामले की जांच में जुटी सीबीआई को पता चला है कि जब बंगाल में लेफ्ट के शासन के दौरान शेख शाहजहां को पकड़ा भी गया था और कुछ समय के लिए वो दमदम जेल में भी बंद था। जेल में ही उसकी मुलाकात खिदिरपुर इलाके के रहने वाले अनीस से हुई थी। आरोप है कि वह उस वक्त अवैध हथियारों का कारोबार कर रहा था। जेल से छूटने के बाद दोनों एक दूसरे के संपर्क में आए और दोस्ती हो गई। शाहजहां अनीस से मिलने के लिए बंदरगाह क्षेत्र में आता था और वहीं पर एक कॉफी शॉप में मिलता था। उस समय इनके बीच में देसी हथियारों को लेकर डील होती थी। पहले किराए पर लिया था जहाज, फिर खरीद लिया: सूत्रों के मुताबिक, अनीस ने माल ढुलाई के लिए एक जहाज किराए पर लिया था।बाद में उसने पानी का एक जहाज खरीद लिया था। उसी जहाज के जरिए वो चीन, म्यांमार और थाईलैंड से विभिन्न सामानों को कोलकाता बंदरगाह तक लाता था। इन्हीं सामानों की आड़ में हथियारों की सप्लाई भी होती थी। सीबीआई को इस बात का भी अंदेशा है कि शाहजहां के निर्देश पर अनीस और कई प्रतिबंधित चीजों को भारत लाता था। इसमें कई प्रतिबंधित दवाइयां भी शामिल हो सकती हैं। सूत्रों के मुताबिक शाहजहां बंदरगाह पर अनीस के जरिए अंतरराष्ट्रीय हथियार डीलर के संपर्क में आया। उसके बाद संदेशखाली के रहने वाले एक शख्स को बंदूक दी गई जो कि शाहजहां का करीबी था। कहा जाता है कि 150 से अधिक विभिन्न प्रकार के बंदूक लाए गए। जांचकर्ताओं को यह भी पता चला है कि शाहजहां ने नागालैंड के पते पर फर्जी आधार कार्ड और पंचायत प्रमाणपत्र बनवाया था। फिर उस पते के आधार पर बंदूक का लाइसेंस लिया।हथियारों की सप्लाई को लेकर उठ रहे कई सवाल: हथियार विशेषज्ञ आशीष कुमार दत्ता के अनुसार, एक व्यक्ति जिसने चीन और म्यांमार से कोलकाता में 150 से अधिक बार हथियारों की तस्करी की है, इस बात की 100 फीसदी संभावना है कि शेख शाहजहां उसका एकमात्र ग्राहक नहीं था। केवल 8 -12 बार शेख ने तस्करी के रास्ते का इस्तेमाल किया। बाकी हथियार कहां गए. इस बात की प्रबल संभावना है कि अनीस के साथ आतंकी संगठन स्लीपर सेल कनेक्शन के तार भी जुड़े हों और इसमें आईएसआई का कनेक्शन होने की भी संभावना है।बीजेपी सांसद बोले एजेंसियों को इसकी जानकारी: बीजेपी सांसद समिक भट्टाचार्य के मुताबिक, पश्चिम बंगाल से कई अंतरराष्ट्रीय सीमाएं लगती हैं जिसकी वजह से आतंकवाद के लिए यह एक सुरक्षित जगह है. अनीस और शेख शाहजहां का कनेक्शन साफ बताता है कि हथियारों की सप्लाई केवल एक व्यक्ति को नहीं की गई है बल्कि शेख इसका एक पार्ट है। हथियार तो पश्चिम बंगाल में आतंकी संगठनों को सप्लाई किए जाते थे। केंद्रीय एजेंसियों को इसकी जानकारी है।इस मामले पर जहां बीजेपी ने टीएमसी पर हमला बोला है, वहीं टीएमसी नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. शांतनु सेन ने कहा कि, पोस्ट की सुरक्षा सीआईएसएफ के अधीन है। अगर बंदरगाह से हथियारों की तस्करी होती है तो ये हथियार बाहर कैसे आये? क्या सीआईएसएफ ने इसकी जांच नहीं की।
वही दूसरी ओर अवैध रूप से जमीन कब्जाने के मामले में बंगाल के एक मंत्री संलिप्तता के सबूत का खुलासा संदेशखाली मामले में ईडी की जांच में इस प्रकरण का हुआ है।दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को कोलकाता में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की एक विशेष अदालत को बताया कि पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में शेख शाहजहां के अवैध रूप से भूमि-कब्जाने से हासिल का लाभ का एक हिस्सा राज्य मंत्रिमंडल के कुछ प्रभावशाली सदस्यों को भी मिला है।ईडी के वकील ने अदालत को यह भी बताया कि अवैध रूप से अर्जित धन से अत्याधुनिक हथियारों की खरीदारी भी की गई।
एजेंसी का दावा है कि पिछले सप्ताह संदेशखाली में शाहजहां के एक करीबी सहयोगी के घर से सीबीआई और एनएसजी के संयुक्त टीम ने अत्याधुनिक हथियार, गोला-बारूद, बम आदि की बरामदगी की। सोमवार को, ईडी के वकील ने अदालत को यह भी बताया कि शाहजहां ने सरकारी परियोजनाओं के लिए राज्य सरकार द्वारा जारी निविदाओं में हेरफेर करने में भी अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया। ईडी के वकील ने विशेष अदालत को बताया कि शाहजहां ने अपने करीबियों को ठेके दिलाने के लिए निविदा प्रक्रिया में हेरफेर किया। शाहजहां को विशेष अदालत में पेश किए जाने के दौरान मीडियाकर्मियों ने उससे संदेशखाली से हथियारों, गोला-बारूद और विस्फोटकों की बरामदगी के बारे में सवाल किया, लेकिन उसने इस मुद्दे पर कोई जवाब नहीं दिया।
रिपोर्ट अशोक झा

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