टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर के विवादित बयान ,कहा हम 70 फीसदी है यहां के हिंदुओं को गंगा में बहा देंगे

टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर के विवादित बयान से राजनीतिक हलचल तेज
कहा,हम 70 फीसदी है यहां के हिंदुओं को गंगा में बहा देंगे
अशोक झा

कोलकाता: तीसरे चरण के लिए मतदान की तैयारियां चल रही हैं। इस बीच पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार करने पहुंचे तृणमूल कांग्रेस के विधायक ने विवादित बयान दिया है। दरअसल टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर ने कहा है कि हिंदुओं को गंगा में बहा देंगे। बता दें कि हुमायूं कबीर भरतपुर विधानसभा सीट से विधायक हैं, जो कि मुर्शिदाबाद जिले के तहत आता है। साथ ही ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के सदस्य हैं। बता दें कि हुमायूं कबीर लगातार चुनाव प्रचार करने में जुटे हुए हैं। बीते दिनों इन्होंने टीएमसी के बहरमपुर से उम्मीदवार यूसुफ पठान के लिए भी चुनाव प्रचार किया था। कबीर सक्रिय रूप से चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं और पार्टी के उम्मीदवारों को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण समय और प्रयास समर्पित कर रहे हैं। एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए टीएमसी नेता हुमायूं कबीर ने आरोप लगाया, ”अगर मैंने दो घंटे के भीतर आप लोगों (हिंदुओं का जिक्र) को भागीरथी नदी में नहीं डुबोया तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।” आप भी यहां 30 फीसदी लोग हैं, हम भी यहां 70 फीसदी लोग हैं। अगर आप सोचते हैं कि आप काजीपाड़ा की मस्जिद तोड़ देंगे और बाकी मुसलमान आराम से बैठ जाएंगे, तो मैं बीजेपी से कहना चाहता हूं कि ऐसा कभी नहीं होगा। हुमायूं कबीर इससे पहले तब सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने बहरामपुर लोकसभा सीट से पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान की उम्मीदवारी का विरोध किया था और उन्हें ‘बाहरी’ बताया था। इससे पार्टी के अंदर विवाद पैदा हो गया था और कबीर ने कहा था कि अगर पार्टी ने उम्मीदवार नहीं बदला तो वह बहरामपुर से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी को दूसरे राज्य का कोई व्यक्ति नहीं हरा सकता।इसको लेकर भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने बंगाल सरकार पर हमला बोला है। शक्तिपुर में बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन में कबीर की टिप्पणी पर उन्होंने सोशल मीडिया साइट X पर लिखा, “मुर्शिदाबाद में हिंदू अल्पसंख्यक हैं। सिर्फ 28 प्रतिशत। अब यह उनके साथ किया जा रहा है। कल्पना कीजिए, अगर हिंदू बंगाल के बाकी हिस्सों में अल्पसंख्यक हो जाएँ तो क्या होगा।”उन्होंने आगे कहा, “पश्चिम बंगाल में तुष्टीकरण की राजनीति नए निचले स्तर पर पहुँच गई है। ममता बनर्जी को धन्यवाद। बंगाल में हिंदू अब दोयम दर्जे के नागरिकों से भी बदतर हैं। क्या वह इस विधायक को पार्टी से बाहर निकालने की हिम्मत करेगी? क्या वे बुद्धिजीवी, जो नियमित रूप से हिंदुओं के खिलाफ जहर फैलाते हैं, एक शब्द भी बोलने का साहस कर सकते हैं? रिपोर्ट अशोक झा

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