संतकबीरनगर के बिजली मिस्त्री की हत्या खुलासा प्रेमी से मिलकर कराई थी मंगेतर की हत्या आरोपित गिरफ्तार

संतकबीरनगर के बिजली मिस्त्री की हत्या खुलासा प्रेमी से मिलकर कराई थी मंगेतर की हत्या आरोपित गिरफ्तार

उप्र संतकबीरनगर जिले के कोतवाली क्षेत्र के बसलोहिया निवासी बिजली मिस्त्री संतोष कुमार की अपहरण कर हत्या करने के मामले में पुलिस ने पर्दाफाश किया । तय शादी का रिश्ता नहीं तोड़ने की वजह से प्रेमी चेचेरे बहनोई संग मिलकर युवती ने मंगेतर बिजली मिस्त्री का अपहरण करा कर हत्या कराई थी। बुधवार को कोतवाली और एसओजी की संयुक्त टीम ने टेमा रहमत के पास से आरोपी युवती और उसके प्रेमी बहनोई को गिरफ्तार किया। पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए दोनों आरोपियों ने कत्ल की यही वजह बताई। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त कार, रस्सी, दो अदद गमछा, तीन अदद मोबाइल और मृतक की बाइक व आधार कार्ड बरामद किया।
एसपी सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि मामले का पर्दाफाश के लिए कोतवाली पुलिस और एसओजी टीम को लगाया गया था। बुधवार को सूचना के आधार पर इंस्पेक्टर क्राइम रामेश्वर यादव, एसएसआई राजेश दूबे और एसओजी प्रभारी सर्वेश राय की टीम ने हत्या में प्रकाश में आए आरोपी पंकज प्रजापति निवासी आमा टिनिच थाना गौर जनपद बस्ती और सरस्वती प्रजापति निवासी मकदूमपुर थाना दुधारा जनपद संतकबीरनगर को टेमा रहमत चौराहे के पास से गिरफ्तार किया।
आरोपी पंकज प्रजापति ने बताया कि उसका चचेरी साली सरस्वती से प्रेम संबंध चल रहा था। इधर सरस्वती और बिजली मिस्त्री संतोष कुमार की 11 जुलाई को शादी होने वाली थी। साली सरस्वती किसी कीमत पर संतोष से शादी नहीं करना चाहती थी। फोन पर बातचीत में साली ने मंगेतर संतोष कुमार से हम दोनों के बीच प्रेम संबंध होने का जिक्र करके शादी तोड़ने के लिए कहा था। जबकि संतोष शादी की तारीख तय होने का हवाला देकर रिश्ता नहीं तोड़ने की बात कही। तब साली सरस्वती और उसने मिलकर संतोष को रास्ते से हटाने की साजिश रची।
इसमें बस्ती जिले के वाल्टरगंज क्षेत्र के महुआपार भिटिया बुजुर्ग के रहने वाले अपने दोस्त किशन राजभर को शामिल किया। चार मई को पंकज प्रजापित अपने दोस्त किशन राजभर और उसके साथी कुलदीप कुमार, संदीप कुमार एवं राजन के साथ बस्ती में पटेल चौराहे पर इकह्वा हुए। वह लोग तय योजना के मुताबकि खलीलाबाद आए और संतोष कुमार की मोबाइल पर फोन करके बिजली का काम करने के लिए नवीन मंडी के पास उसे बुलाया। जैसे ही संतोष वहां पहुंचा वैसे ही किशन राजभर उसी की बाइक से लेकर मकान दिखाने के बहाने कार तक ले गया। फिर संतोष को कार में आगे की सीट पर बैठाया और पीछे की सीट पर किशन राजभर व उसके दो अन्य साथी बैठ गए। बस्ती की तरफ थोड़ी दूर आगे जाने पर सुनसान सड़क पर गाड़ी रोक कर उसे शादी से मना करने के लिए दबाव बनाने लगे, लेकिन संतोष तैयार नहीं हुआ। उन लोगों ने संतोष का हाथ पैर व मुंह गमछे व रस्सी से बांध कर कार की डिक्की में बंद कर दिया। उसके बाद कलवारी की तरफ गए और टांडा से आजमगढ़ की तरफ जाने वाले हाइवे पर सुनसान स्थान पर संतोष को कार की डिक्की से निकाल कर सड़क पर फेंक दिए। फिर दुर्घटना की शक्ल देने के लिए गाड़ी चढ़ा कर बिजली मिस्त्री की कुचल कर हत्या कर दी।

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