नगर पंचायत कप्तानगंज में पेयजल परियोजना पर लग रहा लापरवाही का ग्रहण
नगर पंचायत कप्तानगंज में पेयजल परियोजना पर लग रहा लापरवाही का ग्रहण
उप्र बस्ती जिले की नई नगर पंचायत कप्तानगंज में इस वर्ष पूरी हो जाने वाली पेयजल परियोजना को ग्रहण लग गया है। जबकि जलनिगम की लापरवाही के कारण यहां की तकरीबन 23 हजार की आबादी अभी भी पुरानी व्यवस्था के तहत पानी पीने के लिए मजबूर हो रही है।
शासन स्तर से नई नगर पंचायतों में लगभग 25 करोड़ व नगर पालिकाओं में तकरीबन 50 करोड़ रुपए से पेयजल परियोजनाओं को संचालित किया जाना है। अमृत फेज दो के तहत कप्तानगंज नगर पंचायत में कुल 19.73 करोड़ रुपए से पेयजल परियोजना को सितंबर 2023 में ही मंजूरी मिल गई और पांच करोड़ रुपए भी जारी हो गए। जलनिगम के इंजीनियरों ने बोरिंग आदि का कार्य भी चालू करवा दिया। चूक यह हुई कि एक ही जेई को जिले में संचालित सभी नगर निकायों की परियोजनाओं को जिम्मेदारी सौंप दी गई। नतीजा यह हुआ कि सभी परियोजनाओं में सुस्ती आ गई और लगभग सभी परियोजनाएं अधर में लटकी हुई है। जबकि जनवरी में ही कमिश्नर व डीएम ने योजनाओं की प्रगति की समीक्षा कर एक्सईएन को कार्य में तेजी लाने का भी निर्देश दिया लेकिन जलनिगम सिर्फ बोरिंग तक ही सीमित रहा। यही नहीं वाटर हेड टैंक का निर्माण अब जाकर शुरू हुआ है। वहीं पाइपलाइन बिछाने की योजना अभी भी पाइपलाइन में ही पड़ी हुई है।
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परियोजना के तहत यह किए जाने हैं कार्य
नगरीय जलनिगम के सहायक अभियंता ओपी चौधरी के अनुसार कप्तानगंज नगर पंचायत के 15 वार्डों को छह जोन में बांटा गया है। जिसकी कुल आबादी 2011 की जनगणना के अनुसार 20054 पाई गई है। वहीं वर्ष 2025 तक इसकी आबादी 26460 होने का अनुमान लगाया गया है। इस बड़ी आबादी को ध्यान में रखकर परियोजना तैयार की गई है। बताया कि परियोजना के तहत वाटर हेड टैंक, ट्यूबवेल, स्टॉफ क्वार्टर व चारदीवारी का निर्माण किया जाना है। कुल छह जोन में दो जोन को बस्ती-अयोध्या फोरलेन से दक्षिण रखा गया है, वहीं फोरलेन के उत्तर चार जोन को शामिल किया गया है। परियोजना के तहत छह वाटर हेड टैंक व 14.2 किमी पाइपलाइन बिछाई जाएगी। बताया कि जोन एक में 300 किलोलीटर की क्षमता वाले पुराने वाटरहेड टैंक को रखा गया है। वहीं जोन दो में 200 किलोलीटर के 20 मीटर ऊंचे, जोन तीन में 400 केएल व 20 मीटर उंचे, जोन चार में 850 केएल व 20 मीटर ऊंचे व जोन पांच में 300 केएल व 20 मीटर ऊंचे वाटर हेड टैंक का निर्माण किया जाएगा। बताया कि गुणवत्ता को ध्यान में रखकर बेहतर पाइपलाइन बिछाई जानी है ताकि लंबे समय तकनीकी समस्या न आने पाये।
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जल्द पूरा होगा परियोजना पर कार्य
शासन स्तर से नई नगर पंचायतों में लगभग 25 करोड़ व नगर पालिकाओं में तकरीबन 50 करोड़ रुपए से पेयजल परियोजनाओं को संचालित किया जाना है। अमृत फेज दो के तहत कप्तानगंज नगर पंचायत में कुल 19.73 करोड़ रुपए से पेयजल परियोजना को सितंबर 2023 में ही मंजूरी मिल गई और पांच करोड़ रुपए भी जारी हो गए। जलनिगम के इंजीनियरों ने बोरिंग आदि का कार्य भी चालू करवा दिया। चूक यह हुई कि एक ही जेई को जिले में संचालित सभी नगर निकायों की परियोजनाओं को जिम्मेदारी सौंप दी गई। नतीजा यह हुआ कि सभी परियोजनाओं में सुस्ती आ गई और लगभग सभी परियोजनाएं अधर में लटकी हुई है। जबकि जनवरी में ही कमिश्नर व डीएम ने योजनाओं की प्रगति की समीक्षा कर एक्सईएन को कार्य में तेजी लाने का भी निर्देश दिया लेकिन जलनिगम सिर्फ बोरिंग तक ही सीमित रहा। यही नहीं वाटर हेड टैंक का निर्माण अब जाकर शुरू हुआ है। वहीं पाइपलाइन बिछाने की योजना अभी भी पाइपलाइन में ही पड़ी हुई है।
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परियोजना के तहत यह किए जाने हैं कार्य
नगरीय जलनिगम के सहायक अभियंता ओपी चौधरी के अनुसार कप्तानगंज नगर पंचायत के 15 वार्डों को छह जोन में बांटा गया है। जिसकी कुल आबादी 2011 की जनगणना के अनुसार 20054 पाई गई है। वहीं वर्ष 2025 तक इसकी आबादी 26460 होने का अनुमान लगाया गया है। इस बड़ी आबादी को ध्यान में रखकर परियोजना तैयार की गई है। बताया कि परियोजना के तहत वाटर हेड टैंक, ट्यूबवेल, स्टॉफ क्वार्टर व चारदीवारी का निर्माण किया जाना है। कुल छह जोन में दो जोन को बस्ती-अयोध्या फोरलेन से दक्षिण रखा गया है, वहीं फोरलेन के उत्तर चार जोन को शामिल किया गया है। परियोजना के तहत छह वाटर हेड टैंक व 14.2 किमी पाइपलाइन बिछाई जाएगी। बताया कि जोन एक में 300 किलोलीटर की क्षमता वाले पुराने वाटरहेड टैंक को रखा गया है। वहीं जोन दो में 200 किलोलीटर के 20 मीटर ऊंचे, जोन तीन में 400 केएल व 20 मीटर उंचे, जोन चार में 850 केएल व 20 मीटर ऊंचे व जोन पांच में 300 केएल व 20 मीटर ऊंचे वाटर हेड टैंक का निर्माण किया जाएगा। बताया कि गुणवत्ता को ध्यान में रखकर बेहतर पाइपलाइन बिछाई जानी है ताकि लंबे समय तकनीकी समस्या न आने पाये।
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जल्द पूरा होगा परियोजना पर कार्य
नगरीय जलनिगम बस्ती व सिद्धार्थनगर के अधिशासी अभियंता रेहान फारुकी ने बताया कि कप्तानगंज में जलापूर्ति परियोजना जल्द पूरी करने के लिए संबंधित जेई को निर्देश दिया गया है। अगर लापरवाही पाई गई तो कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट- विदेश्वरी श्रीवास्तव