पश्चिम बंगाल में उत्तर 24 परगना की बीजेपी कार्यकर्ता पियाली दास ने किया आत्मसमर्पण

कोलकाता: संदेशखाली मामला में एक बड़ा अपडेट सामने आया है। पश्चिम बंगाल में उत्तर 24 परगना की बीजेपी कार्यकर्ता पियाली दास ने आत्मसमर्पण कर दिया है।दास के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज होने के बाद, उसने अदालत के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। दास को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।आरोप है कि दास ने संदेशखाली की एक महिला से सादे कागज पर हस्ताक्षर लिए और बाद में तृणमूल कांग्रेस नेताओं पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए उसी पन्ने पर शिकायत पत्र लिखा। हालांकि, हिरासत में भेजे जाने के बाद दास ने फौरन जमानत याचिका भी दायर की। लेकिन बशीरहाट उप-अनुमंडलीय अदालत के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने दास की जमानत याचिका खारिज कर दी और उसे आठ दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
बता दें कि एक महिला ने संदेशखाली पुलिस थाना में दास (Piyali Das) के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। महिला का दावा है कि दास ने उससे एक सादे कागज पर हस्ताक्षर करवाए थे और उसके बाद उस पर यौन अत्याचार के आरोप लिखे थे।इसके अलावा, संदेशखाली में नए सिरे से विरोध प्रदर्श भी शरू हो गए हैं। TMC विधायक और दूसरे नेताओं से धक्का मुक्की करने के आरोप में चार महिलाओं की गिरफ्तारी पर इलाके में विरोध प्रदर्शन हुए। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कथित तौर पर बीजेपी से जुड़ी चार महिलाओं की रिहाई की मांग की है, और इसी को लेकर वह प्रदर्शन भी कर रहे हैं।वहीं, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने संदेशखाली के भाजपा नेता गंगाधर कोयल की उस याचिका पर सुनवाई स्थगित कर दी है। याचिका में यौन उत्पीड़न के आरोपों के बारे में एक कथित स्टिंग वीडियो की जांच सीबीआई को सौंपने का आग्रह किया गया था। बता दें कि पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने हाल ही में कोयल के एक कथित स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो साझा किया था। इसके बाद से ही सूबे में हालात खराब हैं।

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