जनहित में संघर्ष की राजनीति करता रहा हूं और उससे मुझे कोई डिगा नहीं सकता : अजय राय
वाराणसी। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और वाराणसी संसदीय क्षेत्र से इंडिया गठबंधन उम्मीदवार अजय राय ने कहा है कि मेरे बारे में जनमत को गुमराह करने, मेरी राजनीतिक निष्ठा खरीदने, उसके लिये मुझ पर दबाव एवं दमन के सभी हथकंडे अपनाने का काम सत्ता खेमे हुआ, लेकिन न मैं टूटा और न झुका। जनहित में संघर्ष की राजनीति करता रहा हूं और उससे मुझे कोई डिगा नहीं सकता। सत्ता से निर्भय टकराने की शक्ति लोगों से मिलती रही है और कभी कुछ ग़लत नहीं किया, इसलिये संघर्ष की राजनीति में भयग्रस्त नहीं हुआ।
बीएचयू के आस पास की विभिन्न कालोनियों से आये एक नागरिक समूह को अपने केन्द्रीय कार्यालय परिसर में सम्बोधित करते हुये श्री राय ने कहा कि बाहर से आयातित नेतृत्व काशी की आत्मा के मर्म से कभी जुड़ नहीं सका। मैं काशी आते रहे ऐसे नेतृत्व के मंसूबों को जानता था, इसलिये 2009 से ही मैंने ऐसी राजनीति का काशी में विरोध किया। अब समय के अनुभवों के साथ जनमत खुद बदला है और मेरे संघर्ष के सवालों को लोग सही मानने लगे हैं। आज बनारस की राजनीति ही नहीं, आर्थिक क्षेत्र भी प्रांत विशेष की कृपा की मोहताज बन कर रह गया है। अतः आप सबसे मेरी यही अपील है कि मेरा चुनाव खुद अजय राय बन कर लड़ें और शीर्ष सत्ता को परास्त करने का इतिहास एक बार फिर काशी के खाते में दर्ज करें।
श्री अजय राय ने आज प्रातः कंपनी बाग पहुंच कर मार्निंग वाकर्स नागरिकों के बड़े समूह से भी मुलाकात की और काशी के स्वाभिमान हेतु कांग्रेस के पक्ष में मतदान की अपील की।