मंदिर तोड़े जाने के खिलाफ धुपगुड़ी बंद के दौरान दिनभर होता उपद्रव तीन पुलिसकर्मी घायल

उत्तर बंगाल के विभिन्न जिलों में हिंदू संगठनों और विहिप का दिखा थाना के सामने रोष


सिलीगुड़ी: उत्तर बंगाल के धुपगुड़ी में चार चार मंदिरों को तोड़े जाने को लेकर हिंदू जागरण मंच और विश्व हिंदू परिषद समेत हिंदू संगठनों की ओर से 12 घंटे बंद का आह्वान किया गया था। पुलिस व्यवस्था में आई तो लोग आक्रोशित हो गए। पुलिस वाहन को वहा से भागना पड़ा। प्रदर्शनकारी सड़क पर टायर जलाकर विरोध करने लगे। धूपगुड़ी में स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है मंदिर पर हमले के विरोध में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पें हुईं घटना में 3 पुलिसकर्मी घायल हो गए। दो पुलिस अधिकारियों को उनकी चोटें गंभीर होने के कारण धूपगुड़ी ग्रामीण अस्पताल से जलपाईगुड़ी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। इलाके में धारा 144 जारी कर दी गई है। मोरंगा क्षेत्र में जिला पुलिस अधीक्षक खंडाबहाले, उमेश गणपत प्रदर्शनकारियों और स्थानीय मंदिर समिति को उनके आसपास विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा। पुलिस अधीक्षक को लिखित देना होगा कि इस घटना में दोषियों को गिरफ्तार किया जायेगा। सुपर ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। वहीं, प्रदर्शनकारियों का दावा है कि अगर मंदिर पर हमले के दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन जारी रहेगा। इस दिन धूपगुड़ी के मोरंगा इलाके में प्रदर्शनकारियों पर पुलिस पर पथराव के आरोप लगे थे। पत्थर से इंस्पेक्टर मणिभूषण राय, सब-इंस्पेक्टर मिंटू कुमार मंडल और लेसहायक सब-इंस्पेक्टर मृगेंगनाथ राय घायल हो गये। मंदिर पर उपद्रवियों के हमले से धूपागुड़ी में सुबह से ही अफरा-तफरी मची रही। समय-समय पर धूपगुड़ी के विभिन्न इलाकों में तनाव फैलता रहा। पुलिस को भी प्रदर्शनकारियों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। जिले के विभिन्न इलाकों से पुलिस अधिकारियों को धुपगुड़ी ले जाया गया। इस दौरान आंदोलनकारियों ने खलग्राम स्टेशन पर दोपहर एक बजे से सवा तीन बजे तक ट्रेन को रोके रखा।रेल रोको के कारण कई ट्रेनें फंस गईं। दिल्लीगाम संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, अलीपुरद्वार से सियालदह जाने वाली तीस्ता तोरशा एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी खलिग्राम स्टेशन पर फंस गयी।पौने तीन बजे तक जाम हटा तो ट्रेनों का परिचालन सामान्य हो सका। हालांकि, पुलिस ने इलाके में धारा 144 जारी कर दी है ताकि हालात दोबारा न बिगड़ें और तनाव न फैले। वही दूसरी ओर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार हिंदू जागरण मंच उत्तरबंग प्रांत के कोषाध्यक्ष प्रेम कुमार अग्रवाल (लाला ) सिलीगुड़ी जिला सचिव अमित गुप्ता, विश्व हिंदू परिषद उत्तरबंग प्रांत के संयोजक लक्ष्मण बंसल, विहिप के प्रवक्ता सुशील रामपुरिया, सिलीगुड़ी जिला के सचिव कृष्ण अग्रवाल के नेतृत्व में सिलीगुरी थाना में विरोध प्रदर्शन कर सिलीगुरी थाने के आईसी को एक मांगपत्र सौपा गया।
विहिप के प्रदेश सचिव लक्षण बंसल ने यहां अपने बयान में कहा कि परसों शुक्रवार की रात पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिलांतर्गत धूपगुडी में कॉलेज के पास चार हिंदू मंदिरों में हुई तोड़फोड़ और उस पर स्थानीय शासन प्रशासन की उदासीनता के विरूद्ध सम्पूर्ण हिंदू समाज आक्रोषित है। खबर है कि दो दुर्गा मंदिर, एक शिव मंदिर तथा एक शनि मंदिर को जिहादियों ने निशाना बनाया है। मंदिर समितियों द्वारा लिखित शिकायत के बावजूद अभी तक किसी भी आक्रांता की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी कर कठोरतम सजा की मांग करती है। उन्होंने कहा कि घटना के विरोध में आज पूरे उत्तर बंगाल में जिला केंद्रों पर प्रदर्शन कर ज्ञापन देकर विरोध जताया गया। साथ ही अधर्मियों को तुरन्त गिरफ्तार करने की मांग रखी गई। जानकारी मिली है कि आज के प्रदर्शन के डर, पश्चिमी बंगाल सरकार ने, अलग अलग जिलों में अनेक हिंदू कार्यकर्ताओं को डिटेन कर लिया है। तृणमूल कांग्रेस के दमन के आगे हिंदू समाज झुकने वाला नहीं है। प्रतिनिधिमंडल ने धूपगुड़ी मोरांगी चौपथी के पास मंदिर और मंदिर की मूर्तियों को तोड़ने के लिए जिम्मेदार लोगों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस उत्पीड़न को रोकने और मंदिर की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की। प्रतिवेदन में कहा गया है की पिछले 18.05.2024 को सुबह धुपगुड़ी मोरांगी चौपथी में, चार मंदिरों अर्थात् खोलाई गांव चौपथी काली मंदिर, जंगलीबाड़ी काली मंदिर, गोरे बारी शनि मंदिर, सतवेंडी शिव मंदिर में तोड़फोड़ की गई और मंदिर की मूर्तियों को खंडित कर दिया गया। हम हिंदू समाज पर इस घटना का कड़ा विरोध करते हैं और साथ ही प्रशासन की मूक दर्शक भूमिका की निंदा करते हैं। हम दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी और कानून के मुताबिक सजा देने की मांग करते हैं। पहले भी हिंदू समाज पर हुए इस हमले की निंदा करता हूं और मांग करता हूं कि भविष्य में हिंदू समाज को ऐसी कोई क्षति न हो और दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस उत्पीड़न बंद किया जाए और मंदिर की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।रिपोर्ट अशोक झा

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