पूर्वोत्तर भारत का सर्वश्रेष्ठ स्कूल साबित होगा “सिलीगुड़ी मयूर स्कूल”: वीपी सिंह जी बदनोर

कहा पूर्वोत्तर के प्रवेशद्वार में प्रतिभावान छात्रों की कमी नहीं, जरूरत है अभिवावकों की इच्छाशक्ति की

सिलीगुड़ी: अजमेर स्थित मेयो स्कूल के 150 वर्षों के ट्रेक रिकॉर्ड के आधार पर मैं बता सकता हूं। सिलीगुड़ी शिक्षा का हब है। अपने शैक्षणिक गुणवत्ता के आधार पर पूर्वोत्तर भारत में सर्वश्रेष्ठ स्कूलों में शुमार होगा सिलीगुड़ी का मयूर स्कूल। इस बात की घोषणा पंजाब के पूर्व राज्यपाल सह मेयो गर्ल्स कालेज के चेयरमैन वीपी सिंह बदनोर ने मंगलवार को स्कूल प्रांगण में पत्रकारों को दी। उन्होंने बताया की वे राजस्थान से चार बार के विधायक, मंत्री, चार बार के सांसद के साथ पंजाब व चंडीगढ़ के राज्यपाल का दायित्व निभाया है।उनके साथ महारावल जगमाल सिंह जी बांसवाड़ा, नवीन दीक्षित (मेयो कॉलेज बॉयज के हेडमास्टर), एस भारद्वाज (ग्रुप प्रेसिडेंट- मेडिका ग्रुप) तथा सिलीगुड़ी के मयूर स्कूल के चेयरमैन विमल डालमिया और आदित्य डालमिया मौजूद थे। पूर्व राज्यपाल ने कहा की आज मेयो स्कूल देश के सबसे अच्छे स्कूलों में प्रथम हैं। पूर्वोत्तर के प्रवेशद्वार में बिमल डालमिया के देखरेख में जिस प्रकार से शिक्षा की बगिया को सजाया और संवारा गया है। वह अपने भविष्य को अभी से परिलक्षित करता है। सिलीगुड़ी के पाथरघाटा माटीगाड़ा के ढुकुरिया जो प्राकृतिक सौंदयता को दर्शाता है। मयूर स्कूल सिलीगुडी के माध्यम से संस्थान उन बच्चों को कलात्मक और सशक्त दृष्टि प्रदान करेगा जो गहराई से सीखने वाले बनेंगे। मेयो कॉलेज जनरल काउंसिल अजमेर के तत्वावधान में मयूर स्कूल सिलीगुड़ी अप्रैल 2024 में अपना पहला शैक्षणिक सत्र शुरू हुआ है। उन्होंने कहा की ‘मेयो कॉलेज’ ने सिलीगुड़ी में अपनी फ्रेंचाइजी मयूर कालेज के नाम से दिया है। इसमें पहली से आठवीं कक्षा तक के लिए दाखिला शुरू है। महारावल जगमाल सिंह बांसवाड़ा ने कहा की सिलीगुड़ी अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़ा है। इस स्कूल से जुड़ने वाले छात्र छात्राओं को उच्च शिक्षा में किसी प्रकार की कोई कमी महसूस नही होगी। यही कारण है की सिलीगुड़ी आकर बन रहे स्कूल के गुणवता को परख रहे है। स्कूल विभिन्न अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय पाठ्यक्रम का पालन करेगा। मयूर स्कूल डिजिटल क्लासरूम से इक्विप्ड है, जिसमें बेहतर टीचिंग-लर्निंग के लिए इंटरैक्टिव डिजिटल टेक्नोलॉजी, पूरी तरह से इक्विप्ड हाई-एंड कंप्यूटर लैब्स के साथ ही सामाजिक विज्ञान, विज्ञान, गणित और विभिन्न भाषाओं के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन की गई लैब्स हैं। छात्रों को स्टेम (STEAM) लर्निंग में मदद करने के लिए ‘मेकरस्पेस’ मौजूद है, ताकि वे भविष्य में टेक्नोलॉजी में माहिर हो सके। अन्य आगंतुकों ने विश्वास जताया की यह स्कूल सैकड़ों वर्ष नहीं बल्कि हजारों वर्ष के लिए शिक्षा जगत का ध्वज बुलंद करेगा। रिपोर्ट अशोक झा

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