पेयजल आपूर्ति को लेकर मेयर हो रहे पानी पानी, महानंदा का पानी प्रदूषित

माकपा ने किया विरोध प्रदर्शन , आज भाजपा करेगी विरोध

सिलीगुड़ी: महानंदा का पानी प्रदूषित हो गया है। वह पानी पीने लायक नहीं है। जिस वजह से मेयर गौतम देव ने दो जून तक निगम द्वारा आपूर्ति कराई जाने वाली पेयजल पीने मना किया है। शहर में जल संकट और शहरवासियों को दूषित पानी पिलाने का आरोप लगाते हुए गुरुवार को माकपा की दार्जिलिंग जिला कमेटी ने एसयूसीआई कार्यकर्ता व समर्थक के साथ विरोध प्रदर्शन किया। वामपंथियों का यह मार्च गांधी प्रतिमा के नीचे से शुरू होकर नगर निगम पहुंचकर समाप्त हुई। विरोध प्रदर्शन में पूर्व मेयर अशोक भट्टाचार्य, माकपा राज्य सचिव मंडल सदस्य जीवेश सरकार और अन्य मौजूद थे। इधर, मेयर गौतम देव, डिप्टी मेयर रंजन सरकार सहित मेयर परिषद के सदस्य नगर निगम से बाहर जा रहे थे। तभी प्रदर्शनकारी वामपंथियों ने मेयर की गाड़ी को रोक लिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने ‘चोर-चोर’ का नारा लगाना शुरू कर दिया। जिससे माहौल गर्म हो गया। स्थिति हाथापाई में बदल गई। इससे पहले की विवाद आगे बढ़ता पुलिस ने स्थिति को काबू कर लिया। स्थिति से निपटने के लिए एक एमटीवी वाहन सिलीगुड़ी भेजा गया है। इस वाहन में लगी तकनीक का इस्तेमाल सिलीगुड़ी के स्थानीय तालाब के पानी को शुद्ध करके पीने योग्य बनाने के लिए किया जा रहा है। इसके बाद सिलीगुड़ी शहर में पाउच के माध्यम से शुद्ध पानी का वितरण शुरू हो गया है।
हर दिन तीन गाड़ियों से 4.5 लाख पानी के पाउच का उत्पादन
राज्य सचिवालय नबान्न के सूत्रों के एमटीयू वाहनों को मालदा और कूचबिहार से सिलीगुड़ी नगर पालिका भेजा जा रहा है। एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि कुल तीन एमटीयू वाहन सिलीगुड़ी के लोगों की पानी की जरूरतों को पूरा करेंगे। एक एमटीयू वाहन से प्रतिदिन डेढ़ लाख पाउच पानी तैयार किया जा सकता है। यानी हर दिन तीन गाड़ियों से 4.5 लाख पानी के पाउच का उत्पादन और वितरण किया जाएगा। नबान्न का मानना है कि इससे सिलीगुड़ी नगर पालिका के निवासियों की पीने के पानी की पूर्ति हो जाएगी। अगले कुछ दिनों तक पानी को पीने पर लगाई रोक
गौरतलब है कि मेयर गौतम देव ने बुधवार को सिलीगुड़ी में घोषणा की थी कि नगर पालिका से सप्लाई होने वाला पानी नहीं पिया जा सकता है। अगले कुछ दिनों तक इस पानी को पीने पर रोक लगा दी गई है। उन्होंने बताया कि अगली सूचना तक कोई भी व्यक्ति नगर पालिका द्वारा आपूर्ति किया गया पेयजल न पिए। पानी की गुणवत्ता खराब पाए जाने पर नगर पालिका ने यह निर्णय लिया। वैकल्पिक तौर पर पूरे शहर में पानी के पाउच बांटे जा रहे हैं।मेयर ने 26 पेयजल टंकी विभिन्न वार्डों में भेजने का भी दिया आश्वासन मेयर ने 26 पेयजल टंकी विभिन्न वार्डों में भेजने का भी आश्वासन दिया। लेकिन उससे भी समस्या का समाधान नहीं हुआ। बुधवार से सिलीगुड़ी में पेयजल की कमी शुरू हो गई। गुरुवार को वामपंथी उस मुद्दे को सामने लेकर सडक़ पर उतरे। माकपा और एसयूसीआइ ने सिलीगुड़ी नगर पालिका में विरोध प्रदर्शन किया। वहां पूर्व मेयर अशोक भट्टाचार्य भी थे। सिलीगुड़ी के भाजपा विधायक शंकर घोष ने कहा कि अगर कोई अक्षम व्यक्ति मेयर जैसे महत्वपूर्ण पद पर बैठता है, तो देखा जा सकता है कि क्या हो सकता है। शुक्रवार को इसी मुद्दे पर भाजपा की ओर से विरोध प्रदर्शन किया जायेगा।20 दिनों तक सिलीगुड़ी के लोगों ने पिया दूषित पेयजल ।20 दिनों तक सिलीगुड़ी के लोगों ने दूषित पेयजल पिया। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। मेयर को इसकी जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि हमारे कार्यालय ने सिलीगुड़ी नगर पालिका क्षेत्र के लोगों की पेयजल जरूरतों को पूरा करने के लिए काम शुरू कर दिया है। जब तक सिलीगुड़ी नगर पालिका चाहेगी, हम वहां के लोगों को यह सेवा प्रदान करते रहेंगे। 31 मई को 29 टैंकर से नगर निगम क्षेत्र में जलापूर्ति की जाएगी। इसकी जानकारी भी मेयर ने सोशल मीडिया पोस्ट पर दी है। रिपोर्ट अशोक झा

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