जैन मंदिर चोरी मामले में संदेह के आधार पर सिलीगुड़ी से एक गिरफ्तार, चोरी की मूर्ति और छत्र से पुलिस के हाथ खाली

अशोक झा, सिलीगुड़ी: ठाकुरगंज दो जून को ठाकुरगंज दिगंबर जैन मंदिर में हुई चोरी के मामले में ठाकुरगंज पुलिस ने पहली सफलता हासिल करने का दावा किया है।इस चोरी के मामले में एक आरोपित को गिरफ्तार करके किशनगंज जेल भेज दिया है। पकड़े गए आरोपी का नाम नाम मंजूर आलम (40 वर्ष) है। वह ठाकुरगंज पेट्रोल पंप के निकट जामनीगुड़ी का निवासी है। मूर्ति चोरी मामले पुलिस को मिले फुटेज में दो आरोपितों में से एक से उसकी कदकाठी मिलने के बाद कार्रवाई की गई है। लेकिन समाज के लोगों का कहना है की चोरी गई मूर्ति और छत्र का क्या हुआ। अबतक पुलिस के हाथ चोरी के सामान को लेकर खाली है। अगर यह व्यक्ति चोरी में शामिल था तो उससे चोरी गए सामान की बरामदी क्यों नहीं पुलिस कर पाई है? क्या दूसरे व्यक्ति के पास चोरी की मूर्ति है या वह बिक गई। जैन समाज के लोग अभी भी इस गिरफ्तारी से संतुष्ट नहीं है। एसडीपीओ मंगलेश कुमार सिंह ने बताया कि आरोपित पर ठाकुरगंज थाने में दो अन्य चोरी के मामले दर्ज है। आरोपित की गिरफ्तारी सिलीगुड़ी बंगाल से की गई है। आरोपित नशा मुक्ति केंद्र में पुलिस के डर से छिपा हुआ था।आरोपित को गिरफ्तार करके किशनगंज कारा भेजा गया है। दूसरी ओर आरोपित के परिजनों का कहना है कि आरोपित को नशे की लत थी जिसे छुड़वाने हेतू सिलीगुड़ी नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया था। बता दे कि दो जून को अहले सुबह जब जैन मंदिर में भक्तो का आना आरंभ हुआ था तो प्रथम तल्ले स्थित मंदिर के ताले टूटे देखकर संदेह हुआ। उसके बाद मंदिर पहुंचने पर अचंभे रह गए थे। क्योंकि प्रथम तल्ले मंदिर से मुनिसुब्रत नाथ, नेमीनाथ भगवान (पीतल) की प्रतिमा और 9 छत्र , 2 सिंघासन 3 भामंडल लाखों रुपए के साथ गुल्लक में रखे रुपये चोरों ने उड़ा लिए थे। साथ ही मंदिर में लगे छह ताले चोर अपने साथ ले गए थे। समाज के लोग चोरी की घटना को लेकर लगातार आंदोलन की चेतावनी दी थी। लेकिन पुलिस के आश्वासन पर यह मामला अबतक ठंडे बस्ते में है। रिपोर्ट अशोक झा

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