पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने डोनाल्ड ट्रम्प को 47वें राष्ट्रपति के रूप में चुने जाने पर दी बधाई

बांग्लादेश बोर्डर से अशोक झा: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने डोनाल्ड ट्रम्प को संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में चुने जाने पर बधाई दी है।इस बात की जानकारी शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर दी है। पार्टी ने शेख हसीना और डोनाल्ड ट्रंप के साथ एक फोटो भी साझा की है।
शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग के ट्विटर हैंडल से लिखा गया, ‘बांग्लादेश अवामी लीग की अध्यक्ष शेख हसीना ने डोनाल्ड जे. ट्रम्प को संयुक्त राज्य अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में चुने जाने पर बधाई दी है। शेख हसीना ने कहा कि उनकी शानदार चुनावी जीत उनके असाधारण नेतृत्व कौशल और अमेरिकी लोगों द्वारा उन पर जताए गए अपार विश्वास का प्रमाण है। शेख हसीना ने प्रधानमंत्री के रूप में अपनी कई बैठकों और ट्रंप के साथ बातचीत को बड़े प्यार से याद किया। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने उम्मीद जताई कि उनके दूसरे राष्ट्रपतित्व काल में मित्र देशों बांग्लादेश और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंध और मजबूत होंगे। उन्होंने दोनों देशों के द्विपक्षीय और बहुपक्षीय हितों को आगे बढ़ाने के लिए फिर से साथ मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने राष्ट्रपति-निर्वाचित और उनके परिवार के अच्छे स्वास्थ्य, दीर्घायु और खुशहाली की कामना की और संयुक्त राज्य अमेरिका के मित्र लोगों के लिए निरंतर शांति, प्रगति और समृद्धि की कामना की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी डोनाल्ड ट्रंप को बधाई दी है। पीएम मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल पर फोटो शेयर करते हुए लिखा, ‘आपके ऐतिहासिक जीत पर शुभकामनाएं मेरे दोस्त डोनाल्ड ट्रंप। जैसाकि आप अपने पिछले कार्यकाल की सफलताओं को आगे बढ़ा रहे हैं, मैं उम्मीद करता हूं कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापक वैश्विक और रणनीतिक साझेदारी में हमारा सहयोग फिर नया होगा। हमारे लोगों की बेहतरी के लिए और वैश्चिक शांति,स्थिरता और समृद्धि के लिए आइए साथ मिलकर काम करते हैं। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अमेरिकी चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत पर उन्हें बुधवार को बधाई दी। ट्रूडो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि डोनाल्ड ट्रंप को अमेरिका का राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई। उन्होंने कहा कि जानता हूं कि मैं और राष्ट्रपति ट्रंप दोनों देशों (कनाडा और अमेरिका) के लिए अधिक अवसर, समृद्धि और सुरक्षा बनाने के लिए मिलकर काम करेंगे। उन्‍हें अपना ही देश छोड़कर भागने के लिए मजबूर होना पड़ा। इससे भारत को झटका लगा। लेक‍िन बांग्‍लादेश की राजनीत‍ि पर नजर रखने वालों का मानना है क‍ि ट्रंप की जीत से पूरा खेल बदलने वाला है।।एक बार फ‍िर बांग्‍लादेश में भारत का दबदबा होगा. यह जीत शेख हसीना के ल‍िए भी खुशखबरी लेकर आई है. एक और बात बांग्‍लादेश की अंतर‍िम सरकार चला रहे मुहम्‍मद यूनुस डोनाल्‍ड ट्रंप के कटु आलोचक रहे हैं. कई बार उनके ख‍िलाफ बयानबाजी भी की है. अब उनके भव‍िष्‍य पर भी संकट खड़ा होगा। कूटनीत‍िक मामलों के जानकार शफकत रब्बी ने इस पर एक लेख लिखा है।।उन्‍होंने बताया क‍ि ट्रंप की जीत का बांग्‍लादेश पर क्‍या असर होने वाला है।भारत से रिश्ते कैसे बदल जाएंगे। उन्‍होंने लिखा है, ट्रंप की विदेश नीत‍ि अमेर‍िका फर्स्‍ट रहने वाली है। लेकिन इसके बाद वे बाइडन युग के सभी विवाद‍ित मसलों को सुलझाएंगे। यूक्रेन संकट हो या अमेर‍िका-मेक्‍स‍ि‍को बॉर्डर क्राइ‍सिस या फ‍िर मिडिल ईस्‍ट की स्‍थ‍ित‍ि… बांग्‍लादेश के ल‍िए उनका आना बेहद अहम है।क्‍योंक‍ि बांग्‍लादेश में अब जो कुछ होगा, वह ट्रंप की रडार पर होगा।
शेख हसीना की पार्टी का मनोबल बढ़ेगा: उन्‍होंने कहा, बांग्लादेश में अमेरिका की मौजूदगी हमेशा से सॉफ्ट पावर के रूप में रही है। भारत हार्ड पावर के रूप में बांग्‍लादेश में सीधी दखल रखता था. शेख हसीना के साथ घन‍िष्‍ठ संबंध होने की वजह से भारत को हमेशा इसका लाभ मिला। लेकिन बाइडन की करतूत ने भारत-बांग्‍लादेश संबंधों पर पानी फेर द‍िया। ट्रंप की जीत के बाद भारत का दबदबा एक बार फ‍िर बढ़ेगा. इतना ही नहीं, ट्रंप की जीत से शेख हसीना की पार्टी का भी मनोबल बढ़ेगा. वह फ‍िर से सत्‍ता हास‍िल करने की कोश‍िश करेंगे। हालांकि, यह मनोवैज्ञानिक ही रहेगा. शेख हसीना और उनसे जुड़े लोग बांग्‍लादेश लौटेंगे, इसकी संभावना अभी तो नजर नहीं आती।
कैसे होगी ट्रंप तक पहुंच :शफकत रब्बी ने लिखा, शेख हसीना के रणनीत‍िकार बीजेपी से जुड़े प्रवासी भारतीयों के माध्‍यम से ट्रंप प्रशासन तक आसानी से पहुंच बना लेंगे. बाइडन प्रशासन ऐसा कर पाना उनके ल‍िए काफी मुश्क‍िल था। बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न और बढ़ते इस्‍लामी आतंकवाद का जिक्र कर वे ट्रंप को समझाने की कोश‍िश करेंगे क‍ि फ‍िर शेख हसीना को वहां भेजने की कोश‍िश की जाए। इसके बाद ट्रंप सरकार शेख हसीना की बांग्‍लादेश वापसी का दबाव बना सकती है।हिन्‍दुओं की सुरक्षा: डोनाल्‍ड ट्रंप खुलकर कह चुके हैं क‍ि बांग्‍लादेश में हिन्‍दुओं का उत्‍पीड़न वे बर्दाश्त नहीं करने वाले. अब उसका असर साफ-साफ दिखेगा. बांग्‍लादेश में इस्‍लामी कट्टरपंथ और ह‍िन्‍दुओं के उत्‍पीड़न से जुड़ी बातें अब उनके पास सीधे-सीधे जाएंगी। शेख हसीना के सहयोग‍ियों और ट्रंप प्रशासन में सीधा दखल रखने वाले प्रवासी भारतीयों के बीच घन‍िष्‍ट रिश्ता है. इसका वे फायदा उठाएंगे। बताएंगे क‍ि क‍िस तरह बांग्‍लादेश में इस्‍लामी कट्टरपंथ बढ़ रहा है। ट्रंप अपने पहले कार्यकाल में भी इस्‍लामी कट्टरपंथ के खात्‍मे की बात कहते रहे हैं। वहां की मीडिया का रुख भी बदल जाएगा और इन सबका फायदा शेख हसीना की पार्टी को मिलने वाला है।

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