राजकपूर का शव पहुंचते गांव में मचा कोहराम
राजकपूर का शव पहुंचते गांव में मचा कोहराम
उप्र बस्ती जिले के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के एकटकवा गाँव में मंगलवार को सुबह जब राज कपूर का शव पहुँचते ही कोहराम मच गया।परिजनों की चीख पुकार सुनकर सबकी आंखे भर आयी।परिजनों ने गांव के रवई नदी पर शव का अंतिम संस्कार कर दिया।राजकपूर की हत्या को लेकर पूरे इलाके में तरह तरह की चर्चाएं हो रही हैं।वही हत्या का मास्टरमाइंड बबलू और प्रहलाद के परिजन घर से फरार बताये जा रहे हैं।
कप्तानगंज थाना क्षेत्र के एकटेकवा गांव का रहने वाला राजकपूर पुत्र रामजी दिल्ली के मायापुरी में रहकर काम करता था उसके साथ में गांव के प्रहलाद, बबलू और अयोध्या जिले के किशन भी रहते थे। रविवार की शाम को किसी बात को लेकर आपस में कहासुनी हो गई। इसके बाद विवाद बढ़ा तीनों ने मिलकर चाकू से राजकपूर निषाद पर हमला कर दिया और उसकी हत्या कर दी। मौके पर ही राजकपूर की मृत्यु हो गई। हत्या के बाद तीनों मौके से फरार हो गए। मायापुरी पुलिस ने किशन और प्रहलाद को गिरफ्तार कर लिया है।मृतक का चचेरा भाई बबलू तभी से फरार हैं।पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार की सुबह एम्बुलेंस से जब राजकपूर का शव गांव पहुंचा तो कोहराम मच गया।चार साल पहले उसके पिता रामजी की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी।घर पर उसका छोटा भाई अरुण अभी पढाई कर रहा हैं।राजकपूर की दो वर्ष पूर्व शादी हुई थी। पत्नी नंदिनी व पांच माह का बेटा हैं। घटना से पत्नी माँ और भाई सहित सभी का रो रोकर बुरा हाल है।परिजनों ने पुलिस की सुरक्षा के बीच शव का गाँव के बगल घाट पर अंतिम संस्कार किया।
कप्तानगंज थाना क्षेत्र के एकटेकवा गांव का रहने वाला राजकपूर पुत्र रामजी दिल्ली के मायापुरी में रहकर काम करता था उसके साथ में गांव के प्रहलाद, बबलू और अयोध्या जिले के किशन भी रहते थे। रविवार की शाम को किसी बात को लेकर आपस में कहासुनी हो गई। इसके बाद विवाद बढ़ा तीनों ने मिलकर चाकू से राजकपूर निषाद पर हमला कर दिया और उसकी हत्या कर दी। मौके पर ही राजकपूर की मृत्यु हो गई। हत्या के बाद तीनों मौके से फरार हो गए। मायापुरी पुलिस ने किशन और प्रहलाद को गिरफ्तार कर लिया है।मृतक का चचेरा भाई बबलू तभी से फरार हैं।पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार की सुबह एम्बुलेंस से जब राजकपूर का शव गांव पहुंचा तो कोहराम मच गया।चार साल पहले उसके पिता रामजी की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी।घर पर उसका छोटा भाई अरुण अभी पढाई कर रहा हैं।राजकपूर की दो वर्ष पूर्व शादी हुई थी। पत्नी नंदिनी व पांच माह का बेटा हैं। घटना से पत्नी माँ और भाई सहित सभी का रो रोकर बुरा हाल है।परिजनों ने पुलिस की सुरक्षा के बीच शव का गाँव के बगल घाट पर अंतिम संस्कार किया।