नॉर्थ सिटी में मंदिर का हो रहा निर्माण, 11 जुलाई को भगवान होगे विराजमान
अब मंदिर की घंटी और आरती से शुरुआत होगी यहां के लोगों की सुबह
सिलीगुड़ी: पूर्वोत्तर भारत का प्रवेशद्वार सिलीगुड़ी। पॉश इलाका सेवक रोड। इस मुख्य सड़क पर 10 एकड़ में तैयार किया गया है नॉर्थ सिटी सोसाइटी। यहां 200 परिवार बहुतल्ला भवनों में बासोबास करते है। यहां भव्य मंदिर का निर्माण यहां रहने वाले परिवार के मुखिया सीताराम डालमिया द्वारा किया जा रहा है। उन्हे इस निर्माण कार्य में सहयोग कर रहे है रूपेश अग्रवाल, अनिल सिंघल, रवि अग्रवाल, संदीप महेश्वरी, विश्वनाथ रामपुरिया, रमेश मित्तल, विजय अग्रवाल, राजाराम, मनमोहन गुप्ता, गजानंद अग्रवाल, अरुण अग्रवाल, पुरषोत्तम अग्रवाल और महेश अग्रवाल आदि शामिल है। मंदिर निर्माण और मूर्ति स्थापना को लेकर सीताराम डालमिया ने बताया की इस सोसाइटी में 200 परिवार रहते है। किसी भी पूजा और पर्व के लिए भीड़भाड़ वाले इस शहर में परिवार के लोगों को धक्का खाना पड़ता था। सबसे पहले यहां होलिका दहन की शुरुआत की गई। अब पार्क के निकट मंदिर बनाया गया है। इस मंदिर में आराध्य भोले शंकर, राधा कृष्ण, महावली रामदूत हनुमान, मां दुर्गा की मूर्तियों को स्थापित किया जाएगा। मंदिर के गर्भगृह के बाहर माता शीतला मंदिर का भी निर्माण होगा। आने वाले अगले महीना 11 जुलाई 2024 को विधिवत प्राण प्रतिष्ठा किया जायेगा। पंडित अभय झा का कहना है की इस दिन शुक्ल पक्ष, पञ्चमी (विक्रमी संवत्) गुरुवार है। अगर कोई शुभ कार्य करना चाहते हैं तो राहुकाल का समय जरूर नोट कर लें, इस समय कोई शुभ कार्य न करें। आज राहुकाल 02:10 पी एम से 03:54 पी एम तक रहेगा। नक्षत्रों की बात करें तो आज पूर्वाफाल्गुनी का योग है। चन्द्रमा आज चंद्रमा, सिंह राशि में (दिन-रात) में संचार करेंगे। आज सूर्योदय 05:31 ए एम और सूर्यास्त 07:22 पी एम बजे होगा।सनातन धर्म में मंदिर जाने का बहुत महत्व है। रोज मंदिर जाना कई लोगों की दिनचर्या का एक हिस्सा होता है। मंदिर जाने से भगवान का आशीर्वाद तो मिलता ही है, साथ ही ज्योतिष शास्त्र में भी इसके कई लाभ बताए गए हैं।
रोज मंदिर जाने के क्या हैं फायदे:
रोज सुबह मंदिर जाने के कई फायदे बताए गए हैं। हिंदू मान्यता के अनुसार, रोज सुबह उठकर, स्नान करके, ब्रह्म मुहूर्त में मंदिर जाने से ब्रह्म ज्ञान की प्राप्ति होती है। इससे व्यक्ति का मानसिक विकास होता है। एकाग्रता बढ़ने के साथ ही व्यक्ति की याद रखने की क्षमता भी बढ़ती है। नियमित रूप से मंदिर जाने पर व्यक्ति का तनाव भी कम होता है।कहा की मंदिर’ का अर्थ होता है- मन से दूर कोई स्थान। ‘मंदिर’ का शाब्दिक अर्थ घर भी होता है। देवालय, शिवालय, रामद्वारा, गुरुद्वारा, जिनालय सभी का अर्थ अलग अलग होता है। मंदिर को अंग्रेजी में टेम्पल नहीं कहते हैं।।मंदिर और घरों में लोग पूजन के दौरान घण्टा बजाते है। आप भी मंदिरों में प्रभु आराधना के बाद घण्टा नाद जरूर करते होंगे। लेकिन मंदिर और घरों में पूजा के दौरान घण्टा क्यों बजाया जाता है यह कम ही लोग जानते होंगे।सनातन धर्म में घण्टा का विशेष महत्व है।शास्त्रों में घण्टा बजाने के कई सारे फायदे बताए गए है.आइये जानते है घण्टी या मंदिरों में घण्टा बजाने के क्या फायदे हैं।रोज मंदिर जाने से व्यक्ति का मन आध्यात्म की ओर लगता है। इससे व्यक्ति की काबिलियत में इजाफा होता है। सभी प्रकार के डर दूर होने के कारण व्यक्ति हर परिस्थिति का सामना निर्भीक होकर करता है। साथ ही इससे व्यक्ति की गलत कामों से दूरी बन जाती है। इन सभी कारणों से व्यक्ति को पुण्य फल की प्राप्ति होती है। रिपोर्ट अशोक झा