एनएचआई के बेहतर व्यवस्था का खुला पोल जगह-जगह बने गढ्ढे
एनएचआई के बेहतर व्यवस्था का खुला पोल जगह-जगह बने गढ्ढे
उप्र बस्ती जिले मे बारिश ने एनएचआई के बेहतर फोरलेन के दावों की पोल खुल गई है। अयोध्या-गोरखपुर लेन पर जगह-जगह हुए गढ्ढे बन गए है। लेकिन जिम्मेदार उदासीन बने हैं। हाईवे पर यात्रा करने वाले मुसाफिरों को दुश्वारियां झेलनी पड़ रही हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग अयोध्या-गोरखपुर लेन की अभी जल्द ही मरम्मत कराई गई थी। एनएचआई की ओर से सड़क परिवहन मंत्रालय को प्रति माह भेजी जाने वाली मासिक रिपोर्ट में बेहतर सड़क होने का दावा किया जा रहा है। लेकिन दो दिनों में हुई हल्की बरसात में इन दावों की पोल खुल गई है। सड़क पर एक-दो नहीं सैकड़ों गड्ढे हो गए हैं। सबसे अधिक खराब स्थिति हरैया-बस्ती के बीच दिखी। संसारीपुर चौराहे से लेकर खैरी ओझा, बिजरा, बिहरा, महराजगंज, पिकौरासानी से कप्तानगंज और गोटवा के बीच गढ्ढे ही गढ्ढे दिखे। वहीं एनएचआई के जिम्मेदारों का कहना है कि जिस कंपनी को सड़क मरम्मत की जिम्मेदारी मिली थी, उसका टेंडर समाप्त हो चुका है। एनएचआई के पीडी ललित पाल ने बताया कि सड़क मरम्मत के लिए कार्यदाई संस्था को निर्देशित किया गया है।
राष्ट्रीय राजमार्ग अयोध्या-गोरखपुर लेन की अभी जल्द ही मरम्मत कराई गई थी। एनएचआई की ओर से सड़क परिवहन मंत्रालय को प्रति माह भेजी जाने वाली मासिक रिपोर्ट में बेहतर सड़क होने का दावा किया जा रहा है। लेकिन दो दिनों में हुई हल्की बरसात में इन दावों की पोल खुल गई है। सड़क पर एक-दो नहीं सैकड़ों गड्ढे हो गए हैं। सबसे अधिक खराब स्थिति हरैया-बस्ती के बीच दिखी। संसारीपुर चौराहे से लेकर खैरी ओझा, बिजरा, बिहरा, महराजगंज, पिकौरासानी से कप्तानगंज और गोटवा के बीच गढ्ढे ही गढ्ढे दिखे। वहीं एनएचआई के जिम्मेदारों का कहना है कि जिस कंपनी को सड़क मरम्मत की जिम्मेदारी मिली थी, उसका टेंडर समाप्त हो चुका है। एनएचआई के पीडी ललित पाल ने बताया कि सड़क मरम्मत के लिए कार्यदाई संस्था को निर्देशित किया गया है।