बिहार में मुकेश सहनी के पिता हत्याकांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, अन्य आरोपियों की तलाश
अशोक झा, पटना: विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या मामले में बिहार पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने हत्याकांड के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने पूछताछ में कई खुलासे किए हैं।
इस हत्याकांड को जीतन सहनी के ही घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के सुपौल गांव के रहने वाले काजिम अंसारी ने अंजाम दिया।कैसे पुलिस एग्रीमेंट के पेपर के सहारे इस केस को सोल्व कर पाई, एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने विस्तार से बताया. बताया कि जांच के दौरान जीतन सहनी और अभियुक्त काजिम अंसारी के बीच पैसे के लेन-देन के एग्रीमेंट पेपर भी मिला था। इसी एग्रीमेंट पेपर को लेने के लिए काजिम अंसारी घटना वाली रात जीतन सहनी से मिलने आया था. जब वह अपने मकसद में कामयाब न हो सका तो दोस्तों के साथ मिलकर काजिम में जीतन सहनी को मार डाला. इसी एग्रीमेंट पेपर के जरिए पुलिस काजिम अंसारी तक पहुंच पाने में सफल हो सकी, क्योंकि इसमें अभियुक्त का नाम साफ-साफ लिखा हुआ था। 15 जुलाई को देर रात जीतन सहनी हत्याकांड को अंजाम दिया गया था। अगले दिन जब जीतन का नौकर उनके घर आया तो पाया कि वहां तो उसके मालिक की खून से सनी लाश पड़ी है. उसने शोर मचाना शुरू कर दिया। पड़ोसी भी तब वहां आ पहुंचे. तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी गई. शुरुआत में पुलिस मान रही थी कि चोरी करने आए चोरों ने इस हत्या की वारदात को अंजाम दिया होगा।फिर पुलिस का शक कोढ़ा गैंग पर हुआ. बाद में इसे आपसी रंजिश का मामला मानकर इस एंगल से भी जांच शुरू की गई। मंगलवार को ही पुलिस ने सुपौल गांव से चार संदिग्धों को उठाया, जिसमें से काजिम अंसारी नाम का शख्स भी था. चारों संदिग्धों से पूछताछ शुरू की गई. पूछताछ के दौरान ही काजिम ने हत्या की बात कबूल ली. फिर पूरी कहानी बताई किउसने जीतन सहनी क्यों मारा? लेकिन काजिम के साथ इस हत्याकांड में और कौन-कौन था, इसकी जानकारी पुलिस ने नहीं दी।उन्होंने बताया कि सोमवार (15 जुलाई) को देर रात हुई घटना के मामले में मोहम्मद काजिम अंसारी को गिरफ्तार किया गया है।
दरभंगा एसएसपी जे रेड्डी ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए बताया कि इस हत्याकांड को पैसे के लेनदेन को लेकर अंजाम दिया गया. अभी और भी लोगों से पूछताछ की जा रही है और कई अन्य लोगों पर निगरानी रखी जा रही है।एसएसपी ने जानकारी देते हुए बताया कि मामले को लेकर मोहम्मद कासिम अंसारी नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया है. उसने मृतक से 2022 में ₹1,00,000 और 2023 में ₹50,000 4 प्रतिशत ब्याज पर उधार लिए थे। इसके बदले में आरोपी ने अपनी जमीन के कागज गिरवी रखे थे। आरोपी की कपड़े की दुकान थी, लेकिन कुछ समय बाद वह बंद हो गई और वह बेरोजगार हो गया। वहीं समय के साथ-साथ ब्याज की रकम बढ़ती जा रही थी। तीन दिन पहले आरोपी अपनी ब्याज की रकम कम कराने के लिए मृतक के पास गया था, लेकिन यहां उसका झगड़ा हो गया। इसकी पुष्टि वहां मौजूद रहे अन्य लोगों ने भी की है।।इसके बाद आरोपी ने 16 जुलाई की रात को करीब 10.30 बजे अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर मृतक के घर की रेकी की। ये वहां पास में लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुआ है। इस दौरान लाइट कटने का फायदा उठाते हुए पीछे के दरवाजे से मुख्य आरोपी कासिम अपने साथियों के साथ जीतन सहनी के घर में दाखिल हुआ। इसके बाद उनका जीतन सहनी से झगड़ा हुआ। आरोपी ने अपनी जमीन के कागजात वापस मांगे और लॉकर की चाबी मांगी, जिसमें जमीन के कागज रखे थे।इसका मृतक ने विरोध किया तो इन्होंने चाकू से हमला कर दिया।इसके बाद आरोपी उस लाल अलमारी को लेकर घर से निकले जिसमें कागजात रखे थे, लेकिन वह भारी था तो इन्होंने उसे नजदीकी तालाब में फेंक दिया और फरार हो गए।आरोपी के नाखून और कपड़ों से मिले खून के धब्बे: अधिकारी ने बताया कि मोबाइल सीडीआर और एफएसएल टीम के साथ आरोपी के मौके पर होने की पुष्टि हुई है। आरोपी के नाखून और कपड़ों से खून के धब्बे मिले हैं।तमाम सबूतों के आधार पर कासिम अंसारी को गिरफ्तार किया गया है। और इसके द्वारा बताए गए अन्य साथियों की तलाश की जा रही है। अन्य लोगों से पूछताछ भी जारी है. हत्या में शामिल फरार आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। तालाब से लाल अलमारी को बरामद कर लिया गया. फिलहाल हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद नहीं हुआ है। उसकी अभी तलाश जारी है। इस लाल अलमारी में बहुत सारे कागजात मिले हैं. इसमें एग्रीमेंट आदि कागजात मिले हैं, जिनकी एवज में ब्याज पर पैसे दिए जाते थे।एसएसपी ने बताया कि दो बाइक भी मौके से मिली है. सबूत मिले हैं ये बाइक भी ब्याज के एवज में गिरवी रखी गई थी। बेरहमी से की गई थी हत्या: बता दें कि पूर्व राज्य मंत्री मुकेश सहनी के 70 वर्षीय पिता की 16 जुलाई को दरभंगा जिले में उनके घर पर चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई थी। हत्या दरभंगा के विरौल में स्थित सुपौल बाजार में बने उनके पैतृक घर में की गई। घर के अंदर से मुकेश सहनी के पिता की लाश बरामद की गई, जो कि क्षत-विक्षत हाल में थी। जीतन सहनी की हत्या किसी धारदार हथियार से की गई और उनके शरीर पर एक बाद एक कई वार किए गए थे. उनके शरीर के अंगों को बेरहमी से काटा गया था। कमरे की दीवारों पर खून साफ नजर आ रहा था। जीतन साहनी का अंतिम संस्कार मंगलवार को किया गया था।