डॉक्टर हत्याकांड : क्या सीबीआई के संदीप घोष से सवाल और ब्रेन मैपिंग टेस्ट से उठ जाएगा पर्दा?
अशोक झा, सिलीगुड़ी: कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी के खिलाफ पूरा देश एकजुट होकर लड़ रहा है। ठीक वैसी ही न्याय की मांग एक बाऱ फिर देश कर रहा है जैसे कि निर्भया मामले में की गई थी। लेकिन जिस प्रकार निर्भया में इंसाफ में देरी हुई थी वह देश के लोग नहीं चाहते है। लोग चाहते है दोषी का चेहरा सामने आए और उसे त्वरित सजा मिले। मामला सिर्फ 31 वर्षीय महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ अस्पताल के सेमिनार हॉल में रेप और हत्या के तौर पर सामने आया था। लेकिन, इसकी तफ्तीश जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, एक से बढ़कर एक नए तथ्यों के खुलासे हो रहे हैं और उसको लेकर चुभते सवाल भी उभर कर सामने आ रहे हैं।
पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से सच उगलवाने में जुटी सीबीआई
फिलहाल सीबीआई आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के तत्कालीन प्रिंसिपल संदीप घोष से लगातार चौथे दिन भी वारदात का असली सच उगलवाने में लगी रही। उनका पॉलीग्राफ टेस्ट भी करवाया जा सकता है। दरअसल, पिछले दो दिनों में कुछ ऐसे तथ्य सामने आए हैं, जिसकी वजह से इस घटना को लेकर बहुत बड़ी साजिश की आशंका महसूस हो रही है।इस केस में संदीप घोष के खिलाफ कई बड़े आरोप लगे हैं, जिसके उन्हें एजेंसी के 5 बड़े तगड़े का सामना करना पड़ा है। बताया जा रहा है कि इन सवालों के जवाब में केस का रहस्य छुपा हुआ है। पहला सवाल ये था कि डॉक्टर की मौत की खबर मिलने के बाद उन्होंने सबसे पहले क्या किया और उनकी क्या भूमिका रही?… इसके अलावा उनसे अगला सवाल ये था कि जब इस केस के बारे में उन्हें पता चला तो सबसे पहले उन्होंने किससे संपर्क साधा?… तीसरा सवाल था कि पीड़िता के परिवार को बाहर 3 घंटों तक इंतजार क्यों करवाया गया?… संदीप घोष से चौधा सवाल पूछा गया कि अस्पताल की इमरजेंसी बिल्डिंग में सेमिनार हॉल के पास कंस्ट्रक्शन का आदेश किसने और कब दिया था?…. पांचवी पड़ताल में सवाल नहीं बल्कि संदीप घोष का फोन खंगाला गया और इसमें CBI ने व्हाट्सएप चैट की तलाशी ली।सीबीआई सूत्र: आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से सीबीआई ने 4 दिनों की पूछताछ में किए ये सवाल-आपको कब इस मेडिकल कॉलेज का प्रिंसिपल बनाया गया था, इससे पहले आप की पोस्टिंग कहाँ कहाँ पर रही है ?
8-9 की रात को हुई इस घटना के बारे में आपको कब पता चला और कैसे ?घटना की जानकारी देने वाले ने आपको क्या बताया था ? और उसके बाद आपने क्या क्या किया ? सोचकर थोड़ा विस्तार से बताइए ? आपके अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ इतना बड़ा हादसा हो जाता है जानकारी मिलने के बाद आप कब अस्पताल पहुंचते है ?
जब आप हॉस्पिटल आये थे तब लड़की की बॉडी कहाँ पर थी
लड़की की बॉडी को आपने कब देखा ? आप इतने सालों से मेडिकल प्रोफेशन में है बॉडी को देखने के बाद आपको क्या लगा ?
आपने हेड ऑफ मेडिकल कॉलेज होने ने नाते उस वक़्त मौजूद लोगों से क्या क्या जानकारियां ली थी ? वहां पर कितने लोग मौजूद थे ?
आपको किस किसने लड़की की मौत को लेकर क्या क्या जानकारी दी थी ? विस्तार से याद करके जानकारी देने वाले के नाम के साथ बताए ?
पुलिस को किसने और कब कॉल किया था ? पुलिस को क्या बताया गया था ?
पुलिस किस समय हॉस्पिटल में आई थी ? कितने लोग थे पुलिस वाले ? उनको क्राइम सीन पर कौन लेकर गया था ? आपकी पुलिस वालों से कब और क्या बात हुई थी ? पुलिस वालों ने पंचनामा करने में कितनी देर लगाई, उस वक़्त आप कहाँ थे ?
लड़की के परिवार वालों को कब और किसने जानकारी दी थी घटना की, उनको कैसे और क्या बताया गया था ?
परिवार वाले अस्पताल कब आये थे, उनको कौन हैंडल कर रहा था क्या आपकी बात हुई थी फैमिली से ?
आपको किसने बताया था कि ये सुसाइड का केस है ?
परिवार को गलत जानकारियां किसके कहने पर दी गई ? अगर आपकी जानकारी में नहीं था तो आपने परिवार को सच क्यों नहीं बताया ?
हम मान ही नहीं सकते कि बॉडी देखने के बाद कोई भी डॉक्टर इसे सुसाइड बोल सकता है ?
उस रात कितने डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ समेत गार्ड थे ड्यूटी पर ? उनका रोस्टर कौन बनाता है ?
आरोपी कब से यहां काम कर रहा था ? उसकी हत्या में उसकी भूमिका के बारे में आपको पुलिस ने क्या बताया था ?
इस घटना की जानकारी मिलने के बाद आपने किस किसको कॉल किया था ?
आरोपी Sanjay राय आपसे पहली बार कब मिला था ?
क्या आप उसको जानते थे ? कि वो अस्पताल में क्या काम करता था ?
आपके अस्पताल में काम करने वाले सफाईकर्मी, सिक्युरिटी गार्ड का नियुक्त करने वाली एजेंसियों को कौन नियुक्त करता है ?
आप उस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल भी थे, क्या आपको लगता है कि आपने प्रिंसिपल के तौर पर अपनी जिम्मेदारी ठीक से निभाई थी ?
कितने ऐसे डॉक्टर थे जो इस डेथ को सुसाइड बता रहे थे ?
आपने सिर्फ उनकी जानकारी के आधार पर ही इसको सुसाइड डिक्लेयर कर दिया था या आपने खुद भी बॉडी का इंस्पेक्शन किया था ?
एक सीनियर डॉक्टर होने के नाते आपको पता है कि किसी भी क्राइम सीन को प्रिजर्व किया जाता है आपने ऐसा क्यों नहीं किया ? क्या ऐसा करने के लिए आपके पास किसी तरह की इंस्ट्रक्शन आई थी ?
आपके अस्पताल के किसी भी डॉक्टर या आपने पुलिस को इंकुएस्ट प्रोसिडिंग करने से क्यों नहीं रोका था ?
ये सुसाइड नहीं बल्कि रेप एंड मर्डर है इसकी जानकारी आपको सबसे पहले किसने दी थी।
क्या आपने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बारे में पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों से कोई बात की थी ?
अगर की थी तो आपने क्या बात की और उन्होंने डेथ के बारे में अपनी क्या फाइंडिंग बताई ? उन डॉक्टरों के नाम क्या थे जिनसे आपकी बात हुई थी ?
किस टाइम हुई थी वो बात ?
जब आपको पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की फाइंडिंग के बारे में पता चला गया था उसके बाद आपने क्या क्या किया ? किस किसको इसकी जानकारी दी और उनको क्या बताया ?
आपने अचानक से इस्तीफा क्यों दे दिया था ?
जिस तरह से आपने इस्तीफा दिया उसको देखकर तो कोई भी ये समझेगा की आप इस पूरी घटना से भागना चाहते है ?
अगर हम ये मान भी ले कि आपने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिया था तो जब आपको नई नियुक्ति दी गई तो आपने मना क्यों नहीं किया या थोड़ा वक्त इस घटना से उभरने के लिए क्यों नहीं मांगा ?
हमे जानकारी मिली है कि कोलकत्ता के हेल्थ डिपार्टमेंट आपके ऊपर कार्रवाई करना चाहता था इसीलिए आपने इस्तीफा दिया। ये सब एक प्लानिंग के तहत हुआ, हमारे पास इस बात के सबूत है। आप इसपर क्या कहना चाहोगे?बता दें कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल संदीप घोष ने फीमेल डॉक्टर की हत्या के दो दिन बाद इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने इसके बाद अपनी जान को खतरे की आशंका जताई थी और अपने वकील के जरिए कलकत्ता उच्च न्यायालय से मदद की गुहार भी लगाई थी। केस में संदीप की भूमिका पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। कई लोगों का सवाल है कि अस्पताल के ही कमरे में महिला डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत की खबर किसी को कैसे नहीं हुई। सीबीआई की जांच कहां तक पहुंची और कितने दिनों तक आरोपी संजय रॉय से पूछताछ चलेगी, इस बारे में भी कुछ नहीं कहा गया है. लेकिन, लेडी डॉक्टर के साथ गुनाह करने वालों के बारे में हर रोज तरह-तरह की बातें सामने आ रही हैं। सीबीआई ने सोमवार को आरोपी संजय रॉय का ब्रेन मैपिंग टेस्ट किया है। कहा जा रहा है ब्रेन मैपिंग टेस्ट के बाद पता चल जाएगा कि क्या आरोपी अश्लील फिल्में देखता था? शराब का शौकीन था या फिर मानसिक रोगी? इससे पता चलेगा कि उस रात को क्या हुआ था? राधा गोविंद, जिसे आरजी कर मेडिकल कॉलेज के नाम से भी लोग जानते हैं, उसके के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से भी सीबीआई आज पूछताछ कर रही है. सीबीआई को संदीप घोष के बयानों में विरोधाभास नजर आ रहा है. कहा जा रहा है कि पूर्व प्रिंसिपल की तरफ से कुछ छुपाया जा रहा है. सीबीआई अस्पताल के और डॉक्टर और मेडिकल स्टॉफ की भूमिका की भी जांच कर रहा है। आरजी कर अस्पताल के सेमिनार रूम का बगल वाला हिस्सा तोड़ने पर घोष अभी भी सीबीआई को सही जवाब नहीं दे रहे हैं. सीबीआई को आज भी अगर संतुष्ट जवाब नहीं मिला तो हो सकता है पूर्व प्रींसिपल को गिरफ्तार कर लिया जाए. हालांकि, घोष का कहना है कि डॉक्टरों के विरोध को शांत कराने के लिए उस हिस्से में मरम्मत का काम शुरू किया गया था ।हालांकि, सीबीआई घोष इस तर्क से संतुष्ट नजर नहीं आ रही है।
ब्रेन मैपिंग टेस्ट से उठ जाएगा पर्दा?: क्राइम सीन पर सबूतों से छेड़छाड़ किया गया है। इसकी सीबीआई पड़ताल कर रही है. पुख्ता सबूत मिलने पर घोष की गिरफ्तारी तय मानी जा रही है. सीबीआई इन्हीं सवालों का सच पिछले तीन दिनों से जानना चाहती है और आरजी कर के पूर्व प्रिंसिपल इन्हीं सवालों में फंसते नजर आ रहे हैं. यही वजह है कि सीबीआई शुक्रवार से लेकर अब तक 30 घंटे से ज्यादा उनसे पूछताछ कर चुकी है. इसी सवाल का जवाब जानने के लिए सीबीआई ने सोमवार को आरोपी का ब्रेन मैपिंग टेस्ट किया है।
क्या होता है साइकोएनालिसिस या ब्रेन टेस्ट और इसको करने में कितना समय लगता है? इस सवाल के जवाब में डॉ अभिषेक कहते हैं, किसी व्यक्ति के आदतों को समझने के लिए यह टेस्ट किया जाता है. इससे शख्स की आदतों, व्यवहार, समझ और उसके दिमाग में क्या-क्या चलता है, इस बात का पता लगाया जाता है. इस टेस्ट को करने में 3-5 घंटे लगते हैं. जो सवाल पूछे जाते हैं, वह घटना से संबंधित होते हैं. जांच एजेंसी अपराध को लेकर व्यक्ति से सवाल पूछती है. इससे जांच में मदद मिलती है। ‘