भूख पीड़ितों की मदद सेवा का अनुपम उदाहरण – डीसीपी

अनाज बैंक मानवता की सेवा कर रहा है

वाराणसी। विशाल भारत संस्थान द्वारा संचालित विश्व के पहले अनाज बैंक के आजादी वितरण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डीसीपी गोमती जोन मनीष शांडिल्य ने 80 परिवारों को अनाज वितरित कर भूख की पीड़ा से मुक्ति दिलाई। असल आजादी का अर्थ यही है कि कोई भी भूखा न सोए। मुख्य अतिथि मनीष शांडिल्य ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीपोज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि मनीष शांडिल्य ने कहा कि भूख पीड़ितों की मदद मानवता की सेवा है। अनाज बैंक मानवता की सेवा का श्रेष्ठ उदाहरण है। अनाज का दान कर किसी परिवार के चेहरे पर भूख से मुक्ति का विश्वास लाना ही सबसे बड़ा काम है।

विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ० राजीव श्रीगुरुजी ने कहा कि लमही गांव और उसके आस पास के बुजुर्गों, निराश्रितों के लिए अनाज बैंक वरदान है। भूख की पीड़ा से मुक्ति का अभियान हमेशा चलता रहेगा।

संचालन डॉ० अर्चना भारतवंशी ने किया एवं धन्यवाद नाज़नीन अंसारी ने दिया। कार्यक्रम में शिशिर सिंह, संदीप श्रीवास्तव, डॉ० नजमा परवीन, आभा भारतवंशी, डॉ० मृदुला जायसवाल, इली भारतवंशी, खुशी भारतवंशी, उजाला भारतवंशी, दक्षिता भारतवंशी आदि लोगों ने भाग लिया।

Back to top button