मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा शहर और आसपास के इलाकों में सांप्रदायिक झड़प, दर्जनों घरों को फूंक दिया गया
दोनों समुदायों के कम से कम 50 लोग घायल हुए,कार्तिक पूर्णिमा कीर्तन में बबाल
अशोक झा, सिलीगुड़ी: बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा शहर और आसपास के इलाकों में सांप्रदायिक झड़पों में कई लोग घायल हो गए. इस बात की जानकारी पुलिस ने दी। ⁰पुलिस अधीक्षक (एसपी) सूर्य प्रताप यादव ने रविवार (17 नवंबर) को कहा कि कई लोग घायल हुए हैं और कई हिरासत में लिए गए हैं। उन्होंने सटीक आंकड़े नहीं बताए। राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कुमार ने कहा कि रात बड़ी संख्या में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी बेलडांगा पहुंचे। स्थानीय निवासियों ने दावा किया कि दोनों समुदायों के कम से कम 50 लोग घायल हुए हैं और 30 से ज़्यादा घरों में तोड़फोड़ की गई या आग लगा दी गई। उन्होंने बताया कि सबसे ज़्यादा प्रभावित इलाका बेलडांगा का सिविक वार्ड 10 है। भारी पुलिस बल तैनात, इंटरनेट बैन : प्राधिकारियों ने प्रभावित इलाकों में त्वरित कार्रवाई बल सहित एक विशाल पुलिस दल तैनात किया तथा 19 नवंबर को सुबह 8 बजे तक पूरे मुर्शिदाबाद जिले में इंटरनेट सुविधाएं बंद कर दीं। 2011 की जनगणना के मुताबिक, इस जिले में पश्चिम बंगाल की सबसे ज़्यादा मुस्लिम आबादी है, जो 66.28% है। बगल के जिले मालदा में राज्य की दूसरी सबसे ज़्यादा मुस्लिम आबादी है, जो 51.27% है। क्यों पैदा हुआ तनाव?: रिपोर्ट के मुताबिक, एक स्थानीय पुलिस अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया, “बेलडांगा में सामुदायिक क्लबों की ओर से कार्तिक पूजा के उत्सव के दौरान झड़पें शुरू हुईं। आरोप है कि बिजली के डिस्प्ले बोर्ड पर बल्बों से अपवित्र टिप्पणी लिखी गई थी। इससे शनिवार रात करीब 8.30 बजे तनाव पैदा हो गया। रैपिड एक्शन फोर्स के जवान भी हुए घायल: अधिकारी ने बताया, “एक महिला समेत बेलडांगा के चार निवासियों को बरहामपुर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लगातार हो रही झड़पों को रोकने की कोशिश में रैपिड एक्शन फोर्स के एक जवान को भी चोटें आईं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि वहां हिंदुओं के घरों में आग लगाई जा रही है, उन्हें पीटा जा रहा है और महिलाओं को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। सुकांत ने ममता से सवाल किया, “क्या पश्चिम बंगाल को बांग्लादेश बनाने की योजना चल रही है?”अपने सोशल मीडिया पोस्ट में सुकांत ने लिखा, “साम्प्रदायिक मुख्यमंत्री की निर्लज्ज तुष्टिकरण की सरकार में मुरशिदाबाद का बेलडांगा रात के वक्त जल रहा है। बांग्लादेश की तरह हिंदू नरसंहार चल रहा है! चारों ओर निर्दोष हिंदुओं को चुन-चुनकर पीटा जा रहा है, घरों में आग लगाई जा रही है, बमबारी हो रही है। यहां तक कि घरों में घुसकर निर्दोष महिलाओं को जान से मारने की धमकी दी जा रही है! राज्य का नाकाम और निर्लज्ज पुलिस मंत्री ममता बनर्जी क्या ये सब सुनकर चैन से सो रही हैं? या फिर यह सब पश्चिम बंगाल को बांग्लादेश बनाने की गहरी साजिश है?”इसके साथ ही सुकांत ने सोशल मीडिया पर तीन वीडियो पोस्ट किए। इनमें से एक वीडियो में सड़क के बीच में आग जलते हुए दिख रही है, और उस वीडियो में एक व्यक्ति यह कहते हुए सुनाई दे रहा है, “पुलिस प्रशासन होने के बावजूद देखिए, हिंदू के घरों में आग कैसे लगाई गई। देखिए कितनी इंटें पड़ी हुई हैं, एक गाड़ी को आग लगाकर घर से बाहर निकाला गया।” दूसरे वीडियो में कुछ लोग लाठियां लेकर सड़क पर घूमते नजर आ रहे हैं, और एक व्यक्ति को एक युवक जोर से थप्पड़ मारते हुए दिखाया गया, जिससे वह व्यक्ति सड़क पर गिर पड़ता है। तीसरे वीडियो में, उसी लाल पंजाबी पहने व्यक्ति को एक शटर के खिलाफ बैठा हुआ देखा जाता है, उसकी होंठ कट चुकी हैं और उसकी आँखें आधी बंद हैं। एक महिला की आवाज आती है, जो कह रही है, “देखिए, उसे कैसे मारा है!”इससे पहले, इस साल रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान मुरशिदाबाद के शक्तिपुर इलाके में भी हिंसा हुई थी, जिसमें आरोप था कि शोभायात्रा पर हमला किया गया था। जब रामनवमी की शोभायात्रा एक मस्जिद के सामने से गुजर रही थी, तब कथित रूप से इस पर हमला किया गया था। इस संघर्ष में दो नाबालिगों सहित कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे। घायलों में कई लोगों के हाथों और पैरों पर धारदार हथियार से चोटें आई थीं। बाद में, शक्तिपुर और बेलडांगा के पुलिस अधिकारियों को चुनाव आयोग ने उनके पद से हटा दिया था। भाजपा की विधायक अग्नीमित्रा पॉल ने इस हमले को निंदनीय बताया। उन्होंने कहा कि 1947 में धर्म के आधार पर देश का बंटवारा हुआ. इस बंटवारे के बाद बांग्लादेश का जन्म हुआ, तो हमने देखा कि कैसे वहां पर हिंदुओं को प्रताड़ित किया गया. यह स्थिति आज भी वहां पर देखने को मिलती है. हम सभी लोगों ने देखा है कि कैसे हिंदुओं को प्रताड़ित किया गया. कैसे वहां पर हिंदुओं को काट-काट कर मार-मार कर भारत भेजा गया. लेकिन, इसके बाद भी हम लोग अपने देश को धर्मनिरपेक्ष कहते हैं, तो इसका मतलब यह नहीं हो जाता है कि हिंदुओं पर हमले होते रहेंगे. हम इस स्थिति को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ” आज की तारीख में हिंदुओं का जीना इस कदर दूभर हो चुका है कि वो अपनी किसी भी धार्मिक परंपरा का निर्वहन नहीं कर पा रहे हैं। न ही वो मंदिर में पूजा कर पा रहे और न ही किसी धार्मिक समारोह में अपने धार्मिक अनुष्ठान को संपन्न कर पा रहे हैं. हम सभी लोगों ने देखा है कि कैसे दुर्गा पूजा के दौरान हिंदुओं पर हमले किए गए. आलम यह है कि हिंदुओं पर लगातार हमले हो रहे हैं. हिंदुओं को अपनी धार्मिक गतिविधि को पूरा करने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, ” हिंदुओं को न ही लक्ष्मी पूजा करने दी जा रही है, ना ही सरस्वती पूजा और न ही कार्तिक पूजा. हम इस स्थिति को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं. मुझे यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि इन सबकी जिम्मेदार कोई और नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी है ।उन्होंने कहा, ” तुष्टिकरण की राजनीति के तहत हिंदुओं पर हमले किए जा रहे हैं. हिंदुओं को लगातार निशाना बनाया जा रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई हैं. इसके अलावा, मुस्लिम समुदाय से जुड़े लोग वीडियो साझा कर यह कह रहे हैं कि कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है। उन्होंने आगे कहा कि मैं पूरे हिंदू समुदाय से अपील करती हूं कि वो सभी एकजुट हो जाएं. हम अब इस अन्याय को नहीं सहेंगे।हम पर अगर कोई अत्याचार करेगा, तो हम सभी उसे मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।बता दें कि मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा कस्बे में शनिवार को कट्टरपंथी संगठन से जुड़े मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कार्तिक पूजा का उत्सव मना रहे लोगों पर हमला कर दिया. इसके बाद दोनों समुदायों के बीच तनाव बढ़ गया. उग्र भीड़ ने हिंदुओं पर ईशनिंदा का आरोप लगाकर पत्थरबाजी और आगजनी की घटना को अंजाम दिया।उधर, भारतीय जनता पार्टी के नेता अमित मालवीय ने इस घटना के संबंध का वीडियो साझा कर ममता बनर्जी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “कार्तिक पूजा के दिन मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में मुसलमानों ने हिंदू घरों पर हमला किया।ममता बनर्जी की पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। पश्चिम बंगाल हिंदुओं के लिए कब्रगाह बन गया है, उनके हर त्योहार और पूजा पर हमला किया जाता है, वहीं ममता बनर्जी केवल मूकदर्शक बनी हुई हैं।