पश्चिम बंगाल विधानसभा का विशेष सत्र चर्चा के शुरू होने के 15 मिनट के भीतर ही स्थगित
कोलकाता: बंगाल विधानसभा का विशेष एक दिवसीय सत्र राज्य के मंत्रियों और विधायकों के वेतन में वृद्धि से संबंधित दो विधेयकों पर बिना किसी चर्चा के शुरू होने के 15 मिनट के भीतर ही स्थगित कर दिया गया। राज्य विधानसभा में सोमवार को विशेष सत्र आयोजित हुआ। यह सत्र वेतन एवं भत्ता विधेयक पर चर्चा के लिए बुलाया गया था। इस पर, विपक्षी नेता शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया कि देवी पक्ष के दूसरे दिन सत्र बुलाने से हिंदू भावनाएं आहत हुई हैं।विधानसभा अध्यक्ष बिमान बंदोपाध्याय ने दावा किया कि एक पूर्व विधायक के निधन के कारण सत्र स्थगित किया गया है. हालांकि, पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि पूर्व विधायक की मौत तो महज एक बहाना है, स्थगन के पीछे असली वजह विशेष सत्र के लएि राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस की सहमति न मिलना है। सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद संसदीय कार्य मंत्री सोवन देब चट्टोपाध्याय ने मंत्रियों का वेतन बढ़ाने पर विधेयक पेश किया, और राज्य के वित्त प्रभारी मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने विधायकों के लिए बढ़े हुए वेतन पर विधेयक रखा। हालाँकि, विधेयक रखे जाने के बाद अध्यक्ष ने कहा कि दोनों विधेयकों पर कोई चर्चा नहीं हो सकती क्योंकि श्रद्धांजलि सभा के बाद सत्र स्थगित कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस साल 7 सितंबर को कैबिनेट मंत्रियों, राज्य मंत्रियों और विधायकों के वेतन में बड़ी बढ़ोतरी की घोषणा की थी, जिसमें इन तीन श्रेणियों में से प्रत्येक का मासिक वेतन 40 हजार रुपये प्रति माह बढ़ाया गया था।विधानसभा के विशेष सत्र में शामिल होने के लिए आए तृणमूल विधायक अचानक गंभीर रूप से बीमार हो गए। विधायक के हाथ-पैर अचानक से तेजी से कांपने लगे। इसे लेकर सोमवार को विधानसभा भवन में कुछ देर आपाधापी मची रही।।तृणमूल विधायक का नाम कल्लोल खां है। वह नदिया के नक्काशीपाड़ा के विधायक हैं। उनकी तबीयत बिगड़ता देख तुरंत विधानसभा में तृणमूल के उप मुख्य सचेतक तापस राय के कक्ष में ले जाया गया। वहां विधानसभा के डाक्टर को बुलाया गया, लेकिन इसके बाद भी जब उनकी शारीरिक स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो डाक्टर ने कल्लोल को शारीरिक जांच के लिए अस्पताल ले जाने की सलाह दी। यह घटना सोमवार दोपहर करीब डेढ़ बजे की है। उस समय विधानसभा का सत्र चल रहा था। कल्लोल को अपने कक्ष में लाने के बाद, तापस ने डाक्टर की सलाह के अनुसार एसएसकेएम अस्पताल से संपर्क किया। इसके बाद उन्हें एम्बुलेंस से अस्पताल ले जाया गया। उनकी शारीरिक स्थिति की जांच के बाद उन्हें अस्पताल में करीब दो घंटे तक निगरानी पर रखने के बाद पौने चार बजे अस्पताल से छोड़ दिया गया। डाक्टरों ने उन्हें फिलहाल आराम करने को कहा है। इसके अलावा, एसएसकेएम डाक्टरों ने विधायक को कई मेडिकल जांच कराने की भी सलाह दी है। कल्लोल को परीक्षण रिपोर्ट के साथ जल्द से जल्द डाक्टर के पास वापस आने के लिए कहा गया है। विधायक सोमवार दोपहर अस्पताल से घर के लिए निकले। डाक्टरों ने कहा कि फिलहाल वह कुछ हद तक स्वस्थ महसूस कर रहे हैं। @रिपोर्ट अशोक झा