तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के मंत्री और पार्टी के नेता सरेआम आपस में भिड़ गए

हावड़ा: बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के मंत्री और पार्टी के नेता सरेआम आपस में भिड़ गए और एक-दूसरे के साथ धक्का-मुक्की और मारपीट की।।पार्किंग को लेकर तृणमूल कांग्रेस के भीतर टकराव के बाद हावड़ा का क्रिसमस कार्निवल बुधवार को बंद कर दिया गया था।फिर सीएम ममता के आदेश पर कार्निवल शुरू हुआ था. इस बीच, उस निर्देश के बाद खेल राज्य मंत्री मनोज तिवारी कार्निवल के दौरान सूबे के कद्दावर मंत्री अरुप विश्वास के सामने ही उलझ पड़े। गुरुवार को मंत्री अरुप विश्वास कार्निवल में गये थे। कथित तौर पर मनोज तिवारी ने हावड़ा नगर परिषद के अध्यक्ष सुजय चक्रवर्ती को धक्का दे दिया। इसे लेकर दोनों के बीच तन गई और कथित तौर पर दोनों के समर्थकों के बीच मारपीट भी हुई। हालांकि बाद में अरुप विश्वास ने हस्तक्षेप किया और मामला को शांत करने की कोशिश की।।अब तक दोनों के बीच शीतयुद्ध चल रहा था, लेकिन गुरुवार को शीतयुद्ध सरेआम युद्ध में बदल गया।।सुजय चक्रवर्ती, मनोज तिवारी कार्निवल परिसर में तब पहुंचे जब राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कार्निवल शुरू करने का आदेश दिया था। मंत्री अरुप विश्वास भी आये और उसके बाद दोनों के समर्थक आपस में भिड़ गए।।मनोज तिवारी ने कहा, “मैं मुख्यमंत्री को सब कुछ बताऊंगा।यह कार्निवल मेरे कहने से बंद नहीं हुआ है। पार्किंग का मामला इसलिए सामने आया, क्योंकि मैंने पैसे ले रहे शख्स को रंगे हाथ पकड़ लिय था। लोग कार्निवल में प्रवेश के लिए 5 रुपए का भुगतान करेंगे और पार्किंग के लिए प्रति घंटे 10 रुपए का भुगतान करेंगे, यह भी देखा जाना चाहिए। बता दें कि मनोज तिवारी बंगाल के पूर्व क्रिकेटर हैं और फिलहाल खेल राज्य मंत्री हैं, जबकि अरुप विश्वास राज्य के मंत्री हैं। अरुप विश्वास के सामने ही मंत्री और पार्टी के नेता आपस में भिड़ गए हैं। इस घटना के बाद अरुप विश्वास, मनोज तिवारी और सुजय चक्रवर्ती के बीच बैठक हुई।बैठक के बाद अरुव विश्वास कहा ने कहा कि हर परिवार में समस्या होती है। उनके शब्दों में, “मनोज और सुजय को साथ मिलकर काम करना चाहिए।।हर परिवार में समस्याएं होती हैं. इसका निपटारा हो चुका है।।हावड़ा नगर पालिका की पहल पर डुमुरजला में क्रिसमस कार्निवल शुरू हुआ था। नगरपालिका मंत्री फिरहाद हकीम ने 22 दिसंबर को कार्निवल का उद्घाटन किया था। यह कार्निवल 12 दिनों तक चलने वाला था, लेकिन पांच दिन बाद ही इसे बंद कर दिया गया। बुधवार रात सुजय ने कार्निवल को अनिश्चित काल के लिए बंद करने की घोषणा की। कार्निवाल को बंद करने के मामले में आखिरकार मुख्यमंत्री ने हस्तक्षेप किया। उन्होंने कार्निवल के उद्घाटन का आदेश दिया. साथ ही उन्होंने कड़ा संदेश दिया कि वह इस तरह की हरकतों का समर्थन नहीं करते हैं। इसे बर्दाश्त भी नहीं करते। रिपोर्ट अशोक झा

Back to top button