नक्सलबाड़ी क्षेत्र में एक पुलिसकर्मी और वनकर्मी की मौत से शोक की लहर
सिलीगुड़ी: नक्सलबाड़ी थाना क्षेत्र में आज के दिन शोक की लहर है। सड़क दुर्घटना में जहां एक सिपाही की मौत हो गई वही दूसरा जिंदगी मौत से जूझ रहा है। दूसरी दर्दनाक खबर भी इसी थाना क्षेत्र का है जब हाथियों को जंगल में भगाने के चक्कर में जंगली हाथी ने अरण्यसाथी के पद पर कार्यरत राजेंद्र राय को कुचल दिया और उसकी मौत हो गई। पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। घटना के संबंध में बताया गया है की सिलीगुड़ी से 25 किलोमीटर दूर नक्सलबाड़ी थाने में ड्यूटी पर तैनात दो पुलिस सिपाही बाइक पर सवार होकर जाबरा से नक्सलबाड़ी लौट रहे थे। तभी चार पहिया वाहन ने उन्हें पीछे से टक्कर मार दी। इसके बाद वही कांस्टेबल का वाहन से नियंत्रण खो गया और दुर्घटनाग्रस्त हो गया। स्थानीय लोगों की मदद से दोनों घायलों को बचाया और नक्सलबाड़ी अस्पताल में लाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद बागडोगरा के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने एक कांस्टेबल को मृत घोषित कर दिया। एक अन्य घायल का आईसीयू में इलाज चल रहा है। मृतक की पहचान रंजीत बर्मन के रूप में हुई है। जो नक्सलबाड़ी थाने में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत था। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज उस वाहन की तलास शुरू की गई है जो सिपाही के बाइक को पीछे से टक्कर मारा है। घटना की जानकारी मिलते ही दार्जिलिंग ग्रामीण डीएसपी सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे है। मृतक के परिवार का रो- रो कर बुरा हाल है। वही दूसरी घटना नक्सलबाड़ी कोलाबाड़ी वन क्षेत्र में घटित हुई है। यहां जगली हाथी के शिकार होकर अरण्यसाथी के पद पर कार्यरत राजेंद्र राय ने अपनी जान गवां दी है। बताया जाता है की चार वनकर्मियो का दल नक्सलबाड़ी के आशापुर चाय बागान से सटे इलाके में हाथियों के एक दल को जंगल भगाने का प्रयास कर रहे थे। उसी क्रम में एक जंगली हाथी ने वनकर्मियों पर हमला कर दिया। तीन वनकर्मी भागने में सफल हो गए, लेकिन वनकर्मी राजेंद्र राय हाथी के चपेट में आ गए। हाथी के हमले में वह गंभीर रूप से घायल हो गए। वनकर्मियों ने उसे गंभीर हालत में इलाज के लिए उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उनकी मौत हो गई। वन विभाग और पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। रिपोर्ट अशोक झा