42 करोड़ के कोकीन तस्करी का तार जुड़ा है सिलीगुड़ी से, 30 हजार रुपए में प्रधाननगर से कार लिया था किराए पर

42 करोड़ के कोकीन तस्करी का तार जुड़ा है सिलीगुड़ी से, 30 हजार रुपए में प्रधाननगर से कार लिया था किराए पर

– सिलीगुड़ी बन गया है मादक पदार्थ का ट्रांजिक्ट प्वाइंट, अंतरराष्ट्रीय तस्करों का होता है यहां ठिकाना, डीआरआई जुटी जांच में

अशोक झा, सिलीगुड़ी: बिहार के मुजफ्फरपुर डीआरआई की टीम ने अंतरराष्ट्रीय मादक तस्कर शेख शाहिन उर्फ साहिन शमसुद्दीन शेख ने 42 करोड़ की कोकीन की खेप दिल्ली तक ले जाने के लिए सिलीगुड़ी से 30 हजार रुपये में कार भाड़े पर लिया था। कार मालिक दार्जिलिंग प्रधान नगर के रहने वाले तापस राय को भारे का किराया भी पहले ही दे दिया था। बताया गया कि उसने दिल्ली जाने के लिए 30 हजार रुपये देकर तपश राय से WB74BT3834 नंबर की कार किराये पर ली थी। रेड के दौरान डीआरआइ ने मैठी टोल प्लाजा से कार के मालिक तपस राय व उसके साथ विनय भूषण को भी हिरासत में लिया था। हालांकि, उनसे लंबी पूछताछ करने व उनके मोबाइल की जांच करने के बाद छोड़ दिया गया था। इधर, पुणे के रहने वाले इंटरनेशनल तस्कर शेख शाहीन के नेटवर्क को डीआरआइ खंगाल रही है। कई टीम देश के अलग- अलग राज्यों में उसके नेटवर्क से जुड़े तस्करों को चिन्हित करने में लगी है। साथ ही उसके विदेशी कनेक्शन के बारे में भी डीआरआइ गोपनीय तरीके से जानकारी जुटा रही है।
डीआरआइ ने 42 करोड़ की कोकीन बरामदगी को लेकर जो केस रजिस्टर किया है इसमें बताया है कि गुप्त सूचना मिली थी कि भूटान, सिलीगुड़ी, मुजफ्फरपुर, गोरखपुर के रास्ते थाईलैंड से दिल्ली भारी मात्रा में कोकीन ले जायी जा रही है। सूचना के आलोक में मुजफ्फरपुर राजस्व खुफिया निदेशालय ने कार्रवाई करते हुए 13 नवंबर की दोपहर ढाई बजे मैठी टोल प्लाजा के पास एक कार को रोका। उसमें बैठे व्यक्ति ने अपना परिचय शेख साहिन उर्फ साहिन समसुद्दीन शेख के रूप में अपना परिचय दिया। घर महाराष्ट्र के पुणे जिला के लोनावाला थाना के तुंगरली पीओ कैवल्यधाम मराठी शाला संख्या 09 के पास फ्लैट संख्या 202 बताया। मौके पर प्रारंभिक जांच में शेख साहिन उर्फ साहिन समसुद्दीन शेख ने स्वीकार किया है कि वह अपने ट्रॉली बैग में कोकीन ले जा रहा था। सुरक्षा कारणों से उक्त वाहनों को पकड़े गए व्यक्तियों और दोनों गवाहों की सहमति से विस्तृत जांच और अन्य आवश्यक औपचारिकताओं के लिए डीआरआइ कार्यालय लाया। वहां कार और सामान की विस्तृत जांच में, ट्रॉली बैग के ऊपरी और निचले हिस्से से कोकीन होने का संदेहास्पद पदार्थ बरामद किया गया, जो प्लास्टिक में पैक थे। कोकीन के पैकेटों का सकल वजन और शुद्ध वजन क्रमशः 4.450 किलोग्राम और 4.20 किलोग्राम पाया गया. बरामद पदार्थ कोकीन माना जा रहा है, जिसकी कीमत 42 करोड़ रुपये है। जिसे एनडीपीएस अधिनियम, 1985 की धारा 43(ए) के तहत जब्त किया गया और इसकी जब्ती सूची तैयार की गयी है। तस्कर ने अपने बयान में अपने अपराध को स्वीकार किया और जब्त कोकीन को पैसे के लालच में जानबूझकर अपने पास रखने, ले जाने की जानकारी दी। बताया जा रहा है कि नेपाल ही नहीं बल्कि म्यांमार और कोरिया तक से इस रास्ते माल ले जाने की खबरें आये दिन आती है। इसका ट्रांजिक्ट प्वाइंट सिलीगुड़ी बना हुआ है।शराब ही नहीं सिगरेट, कोकिन और हेरोइन तक की बरामदगी पिछले कुछ दिनों में हुई है। डीआरआई सूत्रों के मुताबिक, जांच में यह बात सामने आई है कि पुराने तस्करों का एक सिंडिकेट इसी रास्ते विदेशी सिगरेट की सप्लाई कर रहा है. सीमा शुल्क (निवारण) आयुक्त डॉ. यशोवर्धन पाठक ने बताया कि तस्करी के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। अभियान आगे भी जारी रहेगा। तस्करी में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।नेटवर्क खंगालने में जुटा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो: पिछले दिनों मोतिहारी पुलिस के सहयोग से नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो पटना की टीम ने बड़ी मात्रा में हेरोइन जब्त किया था।इस कॉरिडोर पर पहली बार 1 किलो 100 ग्राम हेरोइन जब्त किया गया है. जब्त हेरोइन की कीमत डेढ़ करोड़ रुपये हैं। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जोनल डायरेक्टर अभिषेक आनंद के निर्देश पर ये बड़ी कार्रवाई हुई है. तस्करों से पूछताछ के आधार पर अब नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुटी है।बड़े रैकेट का हो सकता है खुलासा: 15 दिनों के अंदर ही दरभंगा मुजफ्फरपुर के बीच मैठी टोल प्लाजा के पास से विदेशी सिगरेट की दूसरी बड़ी खेप पकड़ी गई है।पिछली बार 1 करोड़ 30 लाख रुपये की दक्षिण कोरियाई सिगरेट की खेप जब्त की गई थी और उस मामले में भी बरेली का एक ट्रक चालक गिरफ्तार किया गया था। दो दिन पहले डीआरआई की टीम ने एक यूपी नंबर के कंटेनर ट्रक से 1 करोड़ 8 लाख रुपये की विदेशी सिगरेट जब्त की. इंडोनेशिया में बनी सिगरेट गुवाहाटी के रास्ते दिल्ली ले जाई जा रही थी। लगातार हो रही इन बरामदगी से सिगरेट की तस्करी करने वाले एक बड़े रैकेट का पता चलता है।

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