सेमरियावां ब्लाक के क्षेत्र पंचायत की बैठक में विधायक और पूर्व विधायक के समर्थक हुए आमने- सामने मौके पहुंच डीएम-एसपी
सेमरियावां ब्लाक के क्षेत्र पंचायत की बैठक में विधायक और पूर्व विधायक के समर्थक हुए आमने- सामने मौके पहुंच डीएम-एसपी
उप्र संतकबीरनगर सेमरियावां ब्लाक के क्षेत्र पंचायत की बैठक बुधवार को शुरू होने से पहले सदर विधायक अंकुर राज तिवारी और पूर्व विधायक दिग्विजय नारायण चतुर्वेदी के समर्थक आमने-सामने हो गए। इस बीच दोनों पक्षों में जमकर नोकझोंक हुई। बीच-बचाव कर रहे पुलिस कर्मियों से भी झड़प हुई। ब्लाक गेट पर काफी देर अफरा-तफरी का माहौल रहा।
इस बीच प्रमुख पक्ष ने विधायक के समर्थकों पर क्षेत्र पंचायत सदस्यों को जबरिया अपने साथ ले जाने और गाड़ियों में तोड़फोड़ करने के आरोप लगाए। सूचना पर डीएम, एसपी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद क्षेत्र पंचायत सदस्यों को ब्लाक सभागार में पहुंचाया गया। सदर विधायक अंकुर राज तिवारी अपने समर्थकों के साथ 11 बजे ब्लाक मुख्यालय पहुंचे। ब्लॉक गेट से लगभग 100 मीटर दूरी पर अपने समर्थकों से बातचीत कर रहे थे। उसी दौरान करीब 11:30 बजे पूर्व विधायक दिग्विजय नारायण चतुर्वेदी ब्लाक प्रमुख मजहरुन्निशा व उनको समर्थन देने वाले क्षेत्र पंचायत सदस्य और ग्राम प्रधानों के साथ ब्लाक गेट पर पहुंचे। गाड़ियों में बैठे बीडीसी सदस्यों को क्रम से उतारना शुरू किया गया। इस बीच विधायक के समर्थक और पूर्व विधायक के समर्थक आमने-सामने हो गए। क्षेत्र पंचायत सदस्यों को लेकर खींचातानी शुरू हो गई। इस बीच अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया। पुलिस कर्मियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। उसके बाद विवाद शांत हुआ। ब्लाक प्रमुख ने गड़ियां तोड़ने और क्षेत्र पंचायत सदस्यों को जबरिया अपने साथ ले जाने का आरोप विधायक और उनके समर्थकों पर लगाया।
बैठक को शांति पूर्वक निपटाने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। इसके बाद भी विवाद हो गया। पुलिस के मौजूदगी का भी कोई असर नहीं रहा। वाहन तोड़ दिए गए, खुलेआम दबंगई हुई। पुलिस शांत करने का प्रयास करती रही, लेकिन उसका कोई असर नहीं देखने को मिला। बाद में उच्चाधिकारियों के पहुंचने पर स्थिति सामान्य हुई।
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डीएम महेन्द्र सिंह तंवर ने बताया कि सेमरियावां में विकास कार्यों की बैठक निर्धारित थी। जिसकी सारी तैयारियां की गईं थीं। जानकारी मिली कि कुछ लोग वहां पर अव्यवस्था उत्पन्न कर रहे हैं। इसके बाद एडीएम, एएसपी को भेजा गया। मौके पर मैं स्वयं एसपी के साथ पहुंचा। जानकारी मिली थी कि सदस्यों को जाने को नहीं दिया जा रहा है। यह सुनिश्चित किया गया कि जो सदस्य स्वेच्छा से अन्दर जाना चाहते थे उन्हें जांच के बाद जाने दिया गया। किसी ने अभी तक ऐसी शिकायत नहीं दिया कि वह बैठक में जाना चाहते थे, लेकिन जाने नहीं दिया गया। कोरम पूरा होने के कारण बैठक स्थगित की गई है।