पर्यावरण संतुलन के लिए आर्द्रभूमि का संरक्षण व संवर्धन जरूरी: कीर्तवर्धन सिंह
गोंडा। स्थानीय सांसद सह केंद्रीय विदेश तथा पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री कीर्तवर्धन सिंह ने कहा कि पर्यावरण संतुलन के लिए आर्द्रभूमि
का संरक्षण व संवर्धन जरूरी है। इसके बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। जीवन और आजीविका को बनाए रखने में आर्द्रभूमि की महत्वपूर्ण भूमिका है।
केंद्रीय राज्यमंत्री सिंह, रामसर साइट पार्वती अरगा पक्षी अभयारण्य परिसर में पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन भारत सरकार तथा पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन विभाग उत्तरप्रदेश द्वारा आयोजित “आर्द्रभूमियों का संरक्षण और विवेकपूर्ण उपयोग-स्वच्छता ही सेवा के तहत” कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उक्त कार्यक्रम का आयोजन केंद्रीय राज्यमंत्री श्री सिंह के पहल पर हुआ था। ताकि स्थानीय लोगों, स्कूल बच्चों, किसानों, आदि में आर्द्रभूमि के संरक्षण व संवर्धन के प्रति जागरूकता आए।
केंद्रीय राज्यमंत्री श्री सिंह ने राज्य में 10 रामसर साइटों के बारे में लोगों को अवगत कराया। उन्होंने इन पारिस्थितिक तंत्रों के सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और सामाजिक महत्व को रेखांकित किया और सभी से आर्द्रभूमि की सुरक्षा और संरक्षण के अपने प्रयासों में एकजुट होने का आह्वान किया।
केंद्रीय राज्यमंत्री ने मानव और प्रकृति के सह-अस्तित्व के महत्व पर भी जोर देते हुए कहा कि हमारे सामने आने वाली पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने में व्यक्तिगत योगदान महत्वपूर्ण है। उन्होंने इस कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लेने के लिए सभी की सराहना की। उन्होंने पर्यावरणीय मुद्दों के प्रति स्थानीय समुदाय की मजबूत प्रतिबद्धता की सराहना की।
उन्होंने कहा कि ऐसी गतिविधियों में उनकी भागीदारी से समाज मे स्वच्छता और आर्द्रभूमि संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने नए पंजीकृत वेटलैंड मित्रों को भी बधाई दी, इस उद्देश्य के प्रति उनके समर्पण की सराहना की और उनसे भावी पीढ़ियों के लिए वेटलैंड्स को संरक्षित करने में अपना महत्वपूर्ण कार्य जारी रखने का आग्रह किया।
उत्तर प्रदेश राज्य वेटलैंड्स प्राधिकरण (यूपीएसडब्ल्यूए) के सदस्य सचिव नीरज कुमार ने उपस्थित लोगों को संबोधित किया, और राज्य में रामसर स्थलों और अन्य वेटलैंड्स के संरक्षण में वेटलैंड्स के महत्व, अमृत धरोहर पहल और यूपीएसडब्ल्यूए और यूपी वन विभाग के प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने राज्य में आर्द्रभूमि को लेकर आ रही चुनौतियों का जिक्र किया ।
इस मौके पर सभी ने वेटलैंड्स मित्र प्रतिज्ञा ली। प्रतिज्ञा में आर्द्रभूमियों के संरक्षण और संरक्षण की सामूहिक जिम्मेदारी पर जोर दिया गया।
उक्त कार्यक्रम का आयोजन पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एमओईएफ एंड सीसी) ने उत्तर प्रदेश के पार्वती अरगा पक्षी अभयारण्य में वेटलैंड्स बचाओ अभियान के हिस्से के रूप में स्वच्छता ही सेवा 2024 पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश राज्य वेटलैंड्स प्राधिकरण के सहयोग से मंत्रालय के वेटलैंड्स डिवीजन के माध्यम से आयोजित किया गया था।
इस मौके पर एक पेड़ माँ के नाम अभियान किया गया।
इस अवसर पर नेहा शर्मा, जिला मजिस्ट्रेट, गोंडा ,CCF, गोंडा ,और डीएफओ पार्वती अरगा पक्षी अभयारण्य भी उपस्थित थे।