24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ के दूसरे दिवस 101 जोड़ों के साथ तमाम श्रद्धालुओं ने वैदिक मंत्रोच्चारण हवन पूजन कर प्रसाद ग्रहण किया 

गायत्री महायज्ञ में वैदिक मंत्रोच्चारण से धरा हुआ गुंजायमान 

गोण्डा ।मां गायत्री इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग पैरामेडिकल सांइसेज चांदनी चौक मसकनवां में चल रहे गायत्री महा यज्ञ के दूसरे दिन  अनेक सांस्कृतिक और धार्मिक अनुष्ठान किया गया।

गायत्री महा यज्ञ में पंडित ठाकुर प्रसाद तिवारी ने मुख्य यजमान ने डां विजय बहादुर सिंह,सरोज सिंह ,रमेश तिवारी,अरविंद गुप्ता ,रीतू, रमेश चन्द,गायत्री देवी,

राम सुन्दर,सीमा,रामकुमार, अजय कुमार, राधेश्याम चतुर्वेदी, सतीश कुमार, राकेश ओझा, शिव कुमार ओझा, रमेश तिवारी, गंगा राम यादव, अश्विनी कुमार, किशन कौशल ,दिवाकर मिश्रा सहित 102 जोड़ों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन अर्चन और यज्ञ किया।कथा व्यास पीठाधीश्वर डॉ अशोक ढोंगें महराज ने प्रज्ञा पुराण कथा में यज्ञ की महिमा का वर्णन किया। उन्होंने बताया कि महायज्ञ की आहुति से नकारात्मक ऊर्जा का ह्रास होता है। शारीरिक और मानसिक शक्ति मिलती है। जन जन का कल्याण होता है। सभी सुखी रहते हैं सभी निरोगी होते हैं। सारी व्याधियां दूर होती है। मां गायत्री सभी के मनोकामना को पूरा करती है। संयोजक ने आभार व्यक्त किया।अवधेश कुमार मिश्रा ,अनिल कुमार मिश्र,ज्ञान प्रकाश पांडेय,डॉ विजय बहादुर सिंह ,सुधांशु गुप्त ,विवेक शुक्ला ,सूर्य प्रताप सिंह,देवा ,अजय, राकेश ओझा  राहुल देव,दिवाकर,बबलू त्रिपाठी ,मनीष,दुर्गेश ,देवी प्रसाद शुक्ल नितिन त्रिपाठी, अनुपम पाण्डेय, रहे।

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101 जोडो ने मंत्रोच्चारण कर पूजन हवन कर प्रसाद ग्रहण किया

24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ के दूसरे दीप 101 जोड़ो के बीच तमाम महिलाए व पुरूषो बच्चो बच्चियो ने वेद माता गायत्री के महामंत्र के द्वारा मंत्रोच्चारण कर विधि विधान से हवन पूजन कर प्रसाद ग्रहण किया है।

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