पीड़ित परिवार से मिले भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी, कहा राज्य में कानून व्यवस्था नहीं
अशोक झा, सिलीगुड़ी: बंगाल में आरजी कर मेडिकल कॉलेज की महिला डॉक्टर से रेप और हत्या पर मचा बवाल अभी थमा नहीं था कि एक बार फिर से ऐसी ही घटना सामने आई है। बीते शुक्रवार को उत्तर बंगाल के अलीपुरद्वार जिले के फालाकाटा ब्लाक के धरनीपुर इलाके में एक छह साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म कर हत्या करने करने का मामला सामने आया है।इस घटना के बाद बवाल मच गया है. वहीं नाराज भीड़ ने आरोपी युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी और उसके घर में आग लगा दी। वहीं राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने इस घटना को भयावह और दिल दहला देने वाला बताया है। वो मृतक बच्ची के घर पहुंचे, जहां उन्होंने बच्ची की मां से मुलाकात की और परिवार को कानूनी या किसी अन्य तरह की मदद का भरोसा दिया। इसके साथ ही नेता ने पोस्टमार्टम प्रक्रियाओं में अनियमितताओं का आरोप भी लगाया।
पोस्टमार्टम प्रक्रिया पर उठाए सवाल: उन्होंने सोशल मीडिया पर साइट ‘एक्स’ पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है ‘मैंने उसकी मां से मुलाकात की और उसके पिता से फोन पर बात की। मुझे पोस्टमार्टम प्रक्रिया में अनियमितताओं के बारे में पता चला, जो बाद में अदालत में मामले की सुनवाई के समय बाधा बन सकती है।’ वीडियो में अधिकारी पीड़ित पर परिवार के साथ बातचीत करते नजर आ रहे हैं।
ममता सरकार पर साधा निशाना: इसके साथ ही बीजेपी नेता ने ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधते हुए राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि सरकार को आत्मचिंतन करना चाहिए कि व्यवस्था में क्या गड़बड़ी है और इस स्थिति से कैसे निपटा जाए, ताकि दुष्कर्म जैसे अपराधों को रोका जा सके। उन्होंने पोस्ट में लिखा है कि अलीपुरद्वार जिले में हुई यह भयावह और दिल दहला देने वाली घटना राज्य में बच्चों और महिलाओं के खिलाफ यौन अपराधों की शृंखला में एक और घटना है। ममता बनर्जी सरकार को आत्मचिंतन करना चाहिए कि व्यवस्था में क्या खामी है और स्थिति से सक्रियता से कैसे निपटा जाए, ताकि दुष्कर्म जैसा अपराध करने वालों को रोका जा सके, इससे पहले कि कोई और मासूम बच्ची इस तरह के जघन्य अपराध की शिकार बन जाए। एक आरोपी की पीट-पीटकर हत्या: वहीं इस घटना से नाराज लोगों ने जमकर बवाल काटा. लोगों ने एक आरोपी की जहां पीट-पीटकर हत्या कर दी वहीं कि एक संदिग्ध आरोपी ने स्थानीय पुलिस थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। इस घटना को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया. इस मामले पर अब जमकर राजनीति भी शुरू हो गई है। विपक्ष लगातार ममता सरकार पर हमला कर रहा है।