दिल दहला देने वाले हत्याकांड में अदालत ने 7 दोषियों को सुनाई फांसी की सजा

चार साल पहले हत्या के बाद शव को छह टुकड़ों में फेंक दिया था इधर उधर

 

– पुलिस आयुक्त ने कहा सभी जांच की टीम के मेहनत लाई रंग

अशोक झा, कोलकोता: बंगाल के हुगली जिले में एक दिल दहला देने वाले हत्याकांड में अदालत ने 7 दोषियों को फांसी की सजा सुनाई है। 2020 में हुए इस बर्बर अपराध में विष्णु माल नाम के युवक की हत्या कर उसके शव के 6 टुकड़े प्लास्टिक बैग में भरकर इधर-उधर फेंक दिए थे।

इस हत्याकांड ने इलाके में सनसनी फैला दी थी।यह मामला चुचुड़ा इलाके के कुख्यात अपराधी विशाल दास से जुड़ा है, जिसने विष्णु माल को उसकी प्रेमिका के साथ संबंध होने के शक में अगवा कर लिया था. इसके बाद विशाल और उसके साथियों ने मिलकर विष्णु की नृशंस हत्या कर दी थी. पुलिस को हत्या की गुत्थी सुलझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी थी. शव के टुकड़ों को अलग-अलग जगहों से इकट्ठा कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया था. यह हत्या 11 अक्टूबर, 2020 को प्रेम प्रसंग के कारण हुई थी। हत्या के सात दोषियों को कोर्ट ने दी फांसी की सजा: चार साल तक चली सुनवाई के बाद हुगली जिला अदालत के जज शंकर घोष ने 7 अभियुक्तों को फांसी की सजा सुनाई. एक आरोपी को 7 साल की सजा मिली, जबकि एक अन्य सरकारी गवाह बन गया. बता दें, मुख्य आरोपी विशाल दास को गिरफ्तार करना पुलिस के लिए आसान नहीं था. जब पुलिस दक्षिण 24 परगना के जीवनतला इलाके में उसे पकड़ने पहुंची, तो आरोपी ने पुलिस पर हमला कर दिया था।दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में तीन लोग घायल हो गए थे, लेकिन पुलिस विशाल को गिरफ्तार करने में कामयाब रही थी. न्यायाधीश शिब शंकर घोष ने सात दोषियों बिशाल दास, रामकृष्ण मंडल, रथिन सिंह, राजकुमार प्रमाणिक, रतन बापारी, बिनोद दास और बिप्लब विश्वास को मौत की सजा सुनाई. एक अन्य दोषी मंटू घोष को सात साल कैद की सजा सुनाई गई।
हत्या के बाद लाश को टुकड़ों में इधर-उधर फेंक दिया था: सरकारी वकील बिभास चटर्जी ने कहा कि यह करीब साढ़े तीन साल का संघर्ष था. फर्स्ट फास्ट ट्रैक कोर्ट में हत्या के सबसे दुर्लभ मामला था. हम अदालत को इस मामले की क्रूरता के बारे में समझाने में सफल रहे. इसलिए जज ने सातों को मौत की सजा सुनाई. मृतक विष्णु माल की मां कुंती माल ने अदालत के फैसले पर संतोष जाहिर करते हुए कहा कि इससे न्याय पर उनका विश्वास बढ़ा है। वहीं, इस बारे में जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर अमित पी जवलगी ने बताया कि जांच अधिकारियों और अभियोजन पक्ष के वकीलों की लगातार मेहनत के कारण इस सनसनीखेज हत्याकांड को अंजाम देने वाले अभियुक्तों को फांसी के तख्ते तक पहुंचाने का रास्ता प्रशस्त हुआ।कमिश्नर ने बताया कि अदालत के इस ऐतिहासिक फैसले से आम लोगों का विश्वास कानून-व्यवस्था पर मजबूत होगा। अपराधी इस तरह का जुर्म करने से पहले सहम जाएंगे।

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