बंगाल में भाजपा सदस्यता अभियान को झटका, 15 दिन समय सीमा बढ़ाई गई
भाजपा सदस्यता अभियान को झटका, 15 दिन समय सीमा बढ़ाई गई
– एक करोड़ के बदले मात्र 30 लाख बने सदस्य, प्रभारी नाराज, 14 से 10 सांसद ही रहे मौजूद
अशोक झा, सिलीगुड़ी: बंगाल से तृणमूल कांग्रेस को उखाड़ फेंक देने के दावा करने वाली भाजपा अपनी सदस्यता अभियान में लक्ष्य से काफी पीछे चल रही ही। लक्ष्य एक करोड़ था जबकि अबतक सिर्फ 30 लाख ही सदस्य बन पाई ही। भाजपा के सदस्यता अभियान को झटका लगा है। सदस्यता अभियान के लिए समय सीमा बढ़ाने के बावजूद पार्टी राज्य में अपना टारगेट पूरा नहीं कर पाई है।भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और बंगाल प्रभारी सुनील बंसल ने सह-प्रभारी मंगल पांडे के साथ पार्टी की राज्य इकाई को फटकार लगाई है।बंगाल में भारतीय जनता पार्टी की राज्य इकाई ने अपने सदस्यता अभियान के लिए निर्धारित समय सीमा बढ़ा दी है। अब नए एक करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य 15 दिसंबर से बढ़ाकर 31 दिसंबर कर दिया गया है। दिल्ली में पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक सुनील बंसल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया है। बैठक में पश्चिम बंगाल के भाजपा के लोकसभा और राज्यसभा सांसद शामिल हुए। पार्टी सूत्रों के अनुसार, पश्चिम बंगाल के 14 सांसदों में से 10 ने बैठक में भाग लिया। जो सांसद बैठक में उपस्थित नहीं हो सके, उनमें दार्जिलिंग से राजू बिष्ट, अलीपुरद्वार से मनोज तिग्गा, तमलुक से अभिजीत गांगुली और राज्यसभा सांसद अनंत महाराज शामिल हैं।पार्टी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी कि पश्चिम बंगाल विधानसभा में भाजपा के विधायकों के साथ इस महीने अलग बैठक होने की संभावना है। इस बैठक में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी को सदस्यता अभियान को तेज करने में अहम भूमिका निभाने की जिम्मेदारी दी जा सकती है। पार्टी ने पहले 15 दिसंबर तक एक करोड़ नए सदस्य जोड़ने का लक्ष्य रखा था, लेकिन अब तक केवल एक-चौथाई लक्ष्य ही पूरा हो पाया है। इसी स्थिति को देखते हुए बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने समय सीमा को बढ़ाने का फैसला किया।बैठक में सुनील बंसल ने सांसदों से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में नेटवर्किंग पर ध्यान केंद्रित करें। इसका उद्देश्य न केवल सदस्यता अभियान को गति देना है, बल्कि बूथ स्तर पर संगठन को भी मजबूत बनाना है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि यह कदम आगामी चुनावों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। पश्चिम बंगाल में सदस्यता अभियान और संगठन को मजबूत करने के लिए भाजपा का यह प्रयास राज्य में पार्टी की स्थिति को और सुदृढ़ बनाने में मददगार साबित हो सकता है। एक करोड़ का लक्ष्य पूरा करने में फेल रहना स्वीकार्य नहीं है। राज्य में भाजपा अपने लक्ष्य का एक तिहाई से भी कम हिस् हासिल कर पाई। राज्य में सदस्यों की संख्या फिलहाल 30 लाख के आंकड़े को भी नहीं छू पाई है।नाम न छापने की शर्त पर एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने द टेलीग्राफ को बताया, “मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए एक करोड़ सदस्यता लक्ष्य हासिल करना असंभव प्रतीत होता है।” पार्टी सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय नेता कुछ जिलों, खासकर दक्षिण और उत्तर 24-परगना, कलकत्ता, हावड़ा, हुगली, नदिया और झारग्राम के प्रदर्शन से बहुत नाखुश हैं। गौरतलब है कि भाजपा का सदस्यता अभियान आधिकारिक तौर पर 30 नवंबर को खत्म हो गया था। हालांकि पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार के अनुरोध पर राज्य को दो सप्ताह का अतिरिक्त समय दिया गया था।पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 सितंबर को राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू हुआ था। इसमें अमित शाह ने बंगाल के लिए एक करोड़ का लक्ष्य रखा था। अब पार्टी ने टारगेट पूरा ना होने पर शनिवार को एक बैठक में जिला स्तर और मंडल समिति के नेताओं के साथ-साथ राज्य भाजपा नेताओं की भी आलोचना की। नवंबर में दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान सुकांत मजूमदार ने गृह मंत्री अमित शाह से लोगों को इस इस अभियान से जोड़ने के लिए समय मांगा था। प्रदेश यूनिट ने इस देरी के लिए आरजी कर बलात्कार और हत्या से संबंधित अभियान जैसे मामलों का हवाला दिया गया था। सदस्यता अभियान के बारे में पूछे जाने पर, राज्य के भाजपा के मुख्य प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, “यह हमारी पार्टी का आंतरिक मामला है और मैं इस पर सभी के साथ चर्चा नहीं कर सकता। मैं आपको अपने ड्राइंग रूम में जाने की अनुमति दे सकता हूं लेकिन अपने बेडरूम में नहीं।