पन्ना टाइगर रिजर्व के गजराज परिवार में आई एक नन्ही परी

बुन्देलखंड के पन्ना टाइगर रिजर्व के वनांंगन मे इस समय प्रकृति बधाई गीत गुनगुना रही है। ऐसा प्रतीत होता है मानो ! पन्ना का हरा-भरा सुरम्य, मनोहारी वन प्रदेश अपनी नन्ही परी के स्वागत मे पलक पांवडे बिछाकर उसकी चहल कदमी का इंतजार कर रहा है। बुन्देलखंड के वन्यजीव प्रेमी भी अपनी नन्ही गजराज कुमारी के आगमन से फूले नहीं समा रहे।बुन्देलखंड पन्ना के पूरे वन प्रदेश मे खुशियां मनाई जा रहीं हैं। सर्वत्र उल्लास और जश्न जैसा माहौल है। होना भी चाहिये, क्योंकि बहुत दिनो बाद आसमान से उतरकर टाइगर रिजर्व के गजराज परिवार में एक नन्ही परी जो आयी है। यहां की हथिनी ”अनंती” ने मंगलवार को एक मादा बच्चे को जन्म दिया है। अब यहां गजराज परिवार के कुनबे की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। यह नवजात पूरी तरह स्वस्थ है और अपनी मां के साथ उछल-कूद कर रही है।
हलांकि टाइगर रिजर्व प्रशासन नवजात शिशु और उसकी मां के स्वास्थ्य पर पूरी नजर बनाए हुए है। फिर भी उनकी देखभाल के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। 14 वर्षीय हथिनी अनंती का यह पहला बच्चा है। अनंती ने इस बच्चे को हिनौता हाथी कैंप में जन्म दिया है। नवजात हाथी का स्वास्थ्य परीक्षण डॉ. संजीव कुमार गुप्ता, वन्य प्राणी चिकित्सक द्वारा किया गया है। दोनों पूरी तरह स्वस्थ पाए गए हैं। इस नये मेहमान के आने से अब पन्ना टाइगर रिजर्व में 5 नर और 15 मादा हाथी हो गए हैं। जिनमें दुनिया की सबसे उम्रदराज हथिनी ”वत्सला” भी शामिल है। वत्सला की उम्र 105 वर्ष बताई जाती है। वह पन्ना टाइगर रिजर्व की एक महत्वपूर्ण धरोहर हैं। इसके अलावा, इस रिजर्व में आने वाले पर्यटकों के लिए हाथियों की बढ़ती संख्या एक नया आकर्षण बन चुकी है।

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