गोण्डा में डिप्टी सीएम ने दो डाक्टरो समेत 6 कर्मचारी को बर्खास्त करने का दिया आदेश, सीएमएस ने कहा मेरा पक्ष सुना नहीं गया दे दूंगी इस्तीफा
गोण्डा।महिला हास्पिटल में अवैध वसूली को लेकर शासन स्तर पर मुख्य चिकित्सका अधीक्षिका के विरुद्ध दण्डात्मक कार्यवाई एवं दो डाक्टरो सहित छः कर्मियो की बर्खास्तगी तथा 18 अनुपस्थित कर्मचारियो से स्पष्टीकरण मांगे जन पर चिकित्सका अधीक्षिका ने शासन द्वारा की गई कार्रवाई को अन्याय पूर्ण बताते हुए इस्तीफे की पेशकश की है।
जिला महिला हास्पिटल की मुख्य चिकित्सका अधीक्षका डाक्टर सुषमा सिंह ने बताया कि 18 नवंबर को शाम सीडीओ गौरव कुमार ने जिला महिला अस्पताल का निरीक्षण करने पर गंदगी को लेकर उन्होने नाराजगी जताते हुए साफ-सफाई के निर्देश दिए थे। उसके कुछ देर बाद अपर निदेशक चिकित्सा एवं परिवार कल्याण अनिल कुमार मिश्रा ने औचक निरीक्षण कर साफ-सफाई एवं कुछ मरीजों से बयान लिया गया था।
उसके बाद शासन स्तर पर प्रमुख सचिव सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के जिला महिला चिकित्सालय गोण्डा की मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डाक्टर सुषमा सिंह सहित चिकित्साधिकारी डाक्टर सुवर्णा एवं स्टाफ नर्स श्रीमती शर्मिला के विरुद्ध वृहद दण्ड की कार्यवाही किए जाने तथा चिकित्सक डाक्टर ज्योतिमा सिंह,चिकित्सक डाक्टर परवेज इकबाल सहित ओ0टी0 टेक्नीशियन महेंद्र यादव,आशुतोष त्रिपाठी व विष्णु एवं स्टाफ नर्स सुश्री नीतू तथा आशा-श्रीमती सरिता सिंह को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने का आदेश एवं अनुपस्थित पाये गये 18 कर्मचारियो से स्पष्टीकरण भी प्राप्त किए जाने के आदेश उप मुख्य मंत्री /स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक द्वारा दिए गए है।
इस सारी कार्यवाही पर जिला महिला चिकित्सालय की मुख्य चिकित्सका अधीक्षिका डाक्टर सुषमा सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा है महिला होने के नाते अन्याय पूर्ण कार्यवाही की गई है ।जांच में मेरी पक्ष नहीं सुनी गई हमने राम मनोहर लोहिया से अब तक 30 साल की सेवा की आज तक कोई आरोप हमारे ऊपर नहीं लगा है अवैध वसूली जैसे गंभीर आरोप में बिना पक्ष जाने एक तरफा कार्यवाई से काफी परेशान हूं महिला होने के नाते अब इस्तीफा दे देना ही उचित हो गया।