आज अलीपुरद्वार में प्रशासनिक बैठक करेंगी मुख्यमंत्री ममता

भाजपा के पूर्व केंद्रीय मंत्री जॉन बारला से कर सकते है बैठक, पार्टी में शामिल होने की पूरी उम्मीद

— पहले भाजपा विधायक और अब पूर्व सांसद पर है टीएमसी की नजर
अशोक झा, सिलीगुड़ी: उत्तर बंगाल दौरे पर आज मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अलीपुरद्वार में प्रशासनिक बैठक करेंगी। जिले के सरकारी अधिकारी और तृणमूल के चुने हुए प्रतिनिधियों को इस बैठक में बुलाया गया है। इस बार के लोकसभा चुनाव में तृणमूल अलीपुरद्वार सीट नहीं जीत सका है। अलीपुरद्वार के विधायक सुमन कांजीलाल भाजपा से विधायक बनने के बाद पार्टी छोड़कर तृणमूल में शामिल हो गए। यूं देखे तो जिले में तृणमूल का कोई विधायक नहीं है। ऐसे में आज अलीपुरद्वार में तृणमूल अध्यक्ष की यह बैठक जिले के नेतृत्व के अनुसार महत्वपूर्ण मानी जा रही है। शासक दल के एक सूत्र का दावा है कि ममता की उपस्थिति में अलीपुरद्वार के पूर्व सांसद जॉन बारला आज तृणमूल में शामिल होंगे। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा से टिकट नहीं मिलने के कारण पूर्व केंद्रीय मंत्री बारला को तृणमूल में शामिल होना पड़ा। आज अलीपुरद्वार में मुख्यमंत्री की बैठक पर सबकी नजर रहेगी।अलीपुरद्वार के पूर्व भाजपा सांसद जॉन बारला को 23 जनवरी को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के जन वितरण कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण मिला है। जॉन बारला को टीएमसी नेता और सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर परिषद सदस्य कमल अग्रवाल के साथ दिल्ली से साथ लौटते देखा जा रहा है। सीएम ममता आज अलीपुरद्वार जा रही है। वह अगले दो दिनों तक प्रशासनिक समीक्षा बैठक और जन वितरण कार्यक्रम में हिस्सा लेगी। पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री बारला ने कहा कि उनको मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होने का मौखिक निमंत्रण मिला है। वह 22 जनवरी को घर पहुंचेंगे। अगले दिन वे कार्यक्रम स्थल पर जाएंगे। दिल्ली में एम्स में उनकी आंखों का इलाज चल रहा है।
पार्टी से हो गए थे नाराज: 2019 में लोकसभा सीट जीतने वाले बारला उस समय नाराज हो गए थे, जब पार्टी ने 2024 के चुनावों में अलीपुरद्वार से टिकट नहीं दिया। उनकी जगह मनोज तिग्गा को उम्मीदवार बनाकर मैदान में उतारा था, इस चुनाव में तिग्गा को ​जीत मिली। इसके बाद से बारला ने बीजेपी से दूरी बनाना शुरू कर दी। इसके बाद चर्चा थी कि वह टीएमसी में शामिल हो सकते हैं।बीजेपी पर लगाया धोख देने का आरोप: बारला जलपाईगुड़ी जिले के बानरहाट ब्लॉक के लखीपारा चाय बागान से आते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने डुआर्स में आदिवासी आबादी को धोखा दिया है। 2019 के लोकसभा चुनावों में, भाजपा नागराकाटा विधानसभा क्षेत्र (उनके गृह निर्वाचन क्षेत्र) में 45,000 वोटों से आगे थी, जबकि 2024 में यह टीएमसी से लगभग 3,500 वोटों से पीछे थी। यह दर्शाता है कि आदिवासी लोगों ने भाजपा का समर्थन करना बंद कर दिया है।
बीजेपी ने खो दी मदारीहाट सीट: उन्होंने बताया कि हाल ही में अलीपुरद्वार में मदारीहाट विधानसभा उपचुनाव में (यह सीट खाली हो गई थी क्योंकि टिग्गा ने सांसद चुने जाने के बाद विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था) भाजपा ने वह सीट खो दी जो वह 2016 से जीत रही थी। कई स्थानीय टीएमसी नेताओं का मानना ​​है कि बारला उत्तर बंगाल के आदिवासी इलाकों में टीएमसी के आधार को मजबूत करने में मदद करेंगे।
क्या टीएमसी में होंगे शामिल: टीएमसी के एक नेता ने कहा कि जिस कार्यक्रम में उन्हें बुलाया गया है, वह आधिकारिक है और इस बात की संभावना नहीं है कि वह वहां पार्टी में शामिल होंगे। बेशक, यह आमंत्रण महत्वपूर्ण है। भाजपा के एक नेता ने कहा कि वे घटनाक्रम पर नज़र रख रहे हैं।

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