गाज़ियाबाद स्थित दुहाई डिपो में पहुँचे रैपिड रेल की चार रैक
नईदिल्ली। गाज़ियाबाद स्थित दुहाई डिपो में पहुँच चुके है। वर्तमान में इन ट्रेनों की विभिन्न प्रकार की स्टेटिक और डायनामिक टेस्टिंग की जा रही है। रैपिड ट्रेन के भूमिगत कॉरिडोर के लिए मेरठ में चौथी सुरंग का निर्माण शुरू हो गया है। गांधीबाग के नॉर्थ शाफ्ट से बेगमपुल की ओर दो समानांतर सुरंग बनाई जानी हैं, जिसमें एक सुरंग का कार्य पहले ही पूर्ण हो चुका है। अब सुरंग बोरिंग मशीन सुदर्शन (टीबीएम) 8.3 को नॉर्थ शाफ्ट से लांच करके दूसरी सुरंग का निर्माण शुरू किया गया है।
एनसीआरटीसी (रिजनल रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पुनित वत्स ने बताया सुदर्शन 8.3 ने अक्तूबर माह में उत्तरी शाफ्ट गांधीबाग से बेगमपुल की ओर 700 मीटर लंबी सुरंग के निर्माण के बाद बेगमपुल आरआरटीएस स्टेशन पर ब्रेकथ्रू किया था। जिसके बाद टीबीएम को बेगमपुल स्टेशन शाफ्ट में डाला गया। इसके कटर हेड और शील्ड को ट्रेलरों पर लादकर गांधीबाग में स्थित लॉन्चिंग शाफ्ट पर वापस लाया गया है। मशीन के छोटे हिस्सों को सुरंग के रास्ते से ही वापस उत्तरी शाफ्ट गांधीबाग ले जाया गया। सुदर्शन एक अत्याधुनिक सुरंग निर्माण की बोरिंग मशीन है। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस एवं मेट्रो कॉरिडोर में मेरठ सेंट्रल फुटबॉल चौक, भैंसाली और बेगमपुल तीन भूमिगत स्टेशन हैं। इन स्टेशनों को आपस में जोड़ने के लिए तीन भागों में दो समानांतर सुरंग बनेंगी। कुल छह सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है। पहली दो समानांतर सुरंग भैंसाली से मेरठ सेंट्रल फुटबॉल चौक (करीब 2 किमी), दूसरी दो समानांतर सुरंग भैंसाली से बेगमपुल (करीब 1 किमी) और तीसरी दो समानांतर सुरंग गांधीबाग से बेगमपुल (करीब 700 मीटर) के बीच बनाई जा रही है। इन छह सुरंगों में से दो का निर्माण पूरा हो चुका है। गांधीबाग से बेगमपुल तक एक सुरंग, जबकि भैसाली से मेरठ सेंट्रल स्टेशन फुटबॉल चौक तक सुरंग का निर्माण पूरा हो चुका है। एनसीआरटीसी मेरठ में आरआरटीएस नेटवर्क पर ही स्थानीय पारगमन सेवाएं, मेरठ मेट्रो प्रदान करने जा रहा है जिसमें 25 किमी की दूरी में 13 स्टेशन होंगे।