यूपी के मत्स्य मंत्री बोले- अपात्रों को दिया जा रहा मत्स्य संपदा योजना का लाभ, डीएम ने कहा-जांच कराकर करेंगे सख्त कार्यवाही

बांदा / निषाद पार्टी के मुखिया व कैबिनेट मंत्री मत्स्य विभाग डॉक्टर संजय निषाद ने मत्स्य संपदा योजना का लाभ अपात्रों को दिये जाने का आरोप लगाते हुये जालौन डीएम से प्रकरण की जांच कराने को कहा है। वे शनिवार को लोक निर्माण विभाग जालौन के निरीक्षण भवन में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का लाभ पात्र लाभार्थियों को न देकर अपात्र व्यक्तियों को दिया जा रहा है। जिस पर डीएम जालौन चाँदनी सिंह ने कैबिनेट मंत्री की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए कहा कि मत्स्य अधिकारियों ने इस मामले मे लापरवाही बरती है। जांच उपरांत दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
बैठक मे बोलते हुये मत्स्य मंत्री डॉक्टर निषाद ने कहा कि मत्स्य विभाग की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र लाभार्थियों को दिया जाए। अनियमितता पाए जाने पर संबंधित विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने मत्स्य विभाग को बेहतर बनाने के लिए इस विभाग को अलग से बनाया है जिससे निषाद समाज के लोगों का उत्थान हो सके। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने मछुआरा समाज के लिए मत्स्य कल्याण बोर्ड की स्थापना की है ,जिसमें पिछले 70 साल से दबे, कुचले लोगों के उत्थान के लिए योजना बनाई गई है। जिससे उनके गांव में लाइब्रेरी कम्युनिटी हॉल के साथ-साथ जिनके मकान नदियों की वजह से उजड़ गए हैं ,उनको प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान बनाए जाएंगे। साथ ही दुर्घटनाओं में घायल होने और गंभीर बीमारियों के शिकार होने पर कल्याण बोर्ड धनराशि देकर उनका बेहतर इलाज करायेगा। उन्होंने कहा कि उन्हें सशक्त बनाने के लिए ट्रेनिंग सेंटर खोले जाएंगे जिससे उनको ट्रेनिंग दी जा सके और विभाग के जरिए अनुदान देकर अपना कारोबार कर सकें।