84 कोसी परिक्रमा इलाके में आने वाले धार्मिक स्थलों का पर्यटन स्थल के रूप में जल्द शुरू होगा कार्य

84 कोसी परिक्रमा इलाके में आने वाले धार्मिक स्थलों का पर्यटन स्थल के रूप में जल्द शुरू होगा कार्य

अयोध्या। योगी सरकार द्वारा अयोध्या में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए पर्यटन विभाग ने 84 कोसी परिक्रमा इलाके में आने वाले धार्मिक स्थलों का पर्यटन स्थल के रूप में करेगा विस्तार नगर निकाय चुनाव के बाद मई के अंत तक काम होगा शुरू। 84 कोसी मार्ग में आने वाले ऋषि मुनियों की तपोस्थली व धार्मिक स्थलों जैसे सूरजकुंड भरतकुंड , मखौड़ा धाम, ऋंगी ऋषि का आश्रम, जनमेजय व वामदेव जी का आश्रम जैसे धार्मिक महत्व के स्थलों का किया जाएगा विकास। पर्यटन विभाग होमस्टेट की कर रहा व्यवस्था, यात्रियों को रहने के लिए कोई दिक्कत ना हो, 1 माह के भीतर कर ली जाएगी होम-स्टे की व्यवस्था।शासन ने बजट के क्रम 100 करोड़ रुपए की पहली किस्त कर दीं गईं जारी।

*अयोध्या परिक्षेत्र के उप निदेशक पर्यटन आरपी यादव ने बताया*

अयोध्या में 84-कोसी परिक्रमा मार्ग दो लेन का राष्ट्रीय राजमार्ग होगा और 5 जिलों से गुजरने वाले मार्ग पर पड़ने वाले 51 धार्मिक स्थलों से जुड़ेगा
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा अयोध्या में 84-कोसी परिक्रमा मार्ग का विकास जिसे राष्ट्रीय राजमार्ग के रूप में नामित किया गया था को फास्ट ट्रैक पर रखा गया है।
84-कोसी परिक्रमा का प्रारंभिक बिंदु बस्ती जिले में मखौड़ा धाम है और यह अयोध्या में समाप्त होता है। अयोध्या में 84-कोसी परिक्रमा मार्ग दो लेन का राष्ट्रीय राजमार्ग होगा और 5 जिलों से गुजरने वाले मार्ग पर पड़ने वाले 51 धार्मिक स्थलों से जुड़ेगा
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा अयोध्या में 84-कोसी परिक्रमा मार्ग का विकास जिसे राष्ट्रीय राजमार्ग के रूप में नामित किया गया था।
व“केंद्रीय मंत्रालय ने 235.6 किलोमीटर लंबी राजमार्ग परियोजना की दो विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को मंजूरी दे दी है जिसे भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) और पीडब्ल्यूडी द्वारा निष्पादित किया जाएगा। परियोजना को छह चरणों में पूरा किया जाएगा। जल्द ही केंद्रीय मंत्रालय निविदाएं आमंत्रित करेगा।

*योगी सरकार की योजना अयोध्या में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना*

84-कोसी परिक्रमा मार्ग को NH-227B के नाम से भी जाना जाएगा। 4200 करोड़ की परियोजना बस्ती, अयोध्या, अंबेडकर नगर, बाराबंकी और गोंडा सहित पांच जिलों से होकर गुजरेगी। अधिकारियों के मुताबिक, दो लेन का रास्ता 45 मीटर चौड़ा होगा, जिसमें एक लेन करीब 22.5 मीटर होगी।इसमें से लगभग 10 मीटर उचित सड़क होगी जबकि शेष 84-कोसी परिक्रमा के दौरान श्रद्धालुओं के उपयोग के लिए कच्ची सड़क होगी। उन्होंने कहा, ‘मार्ग के किनारे 23 स्थानों पर सुविधाएं भी बढ़ेंगी। साथ ही मार्ग में रामायण युग के पौधे भी रोपे जाएंगे। मार्ग के करीब 51 धार्मिक स्थलों को लिंक सड़कों के जरिए इससे जोड़ा जाएगा।
यह परियोजना दिसंबर 2023 तक पूरी होने की उम्मीद है जब राम मंदिर भक्तों के लिए खोला जाएगा। यह अयोध्या में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की राज्य सरकार की योजना का हिस्सा है। अयोध्या में तीन परिक्रमाएं होती हैं- 84-कोसी, 14-कोसी और 5-कोसी। संत 84-कोसी परिक्रमा में भाग लेते हैं जबकि आम लोग अन्य दो परिक्रमाओं में भाग लेते हैं। 84-कोसी परिक्रमा का प्रारंभिक बिंदु बस्ती जिले में मखौड़ा धाम है।

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