नोएडा के सुपरटेक ईकोविलेज-2 में घर बुक करायी अभिलाषा पाठक रो रही हैं खून के आंसू
-नोएडा के सुपरटेक ईकोविलेज-2 के जे2 टॉवर में घर बुक करायी अभिलाषा पाठक पर आयी मुसीबत को सुनकर रह जाएंगे हैरान
नईदिल्ली। नोएडा में घर की आस में लाखों रुपये देने के बाद आज भी अधर में लटके खरीदारों के दर्द की सुनवाई कहीं नहीं हैं। सरकार ने कहने को यूपी रेरा बना दिया है लेकिन न्याय के नाम पर सिर्फ आदेश का झुनझुना मिल रहा है। उधर घर खरीदारों के ऊपर मुसीबत का पहाड़ टूटता ही जा रहा है। सुप्रीमकोर्ट से नियुक्त आईआरपी भी इन खरीदारों के आंसू देखने को तैयार नहीं है।
कुछ ऐसे ही दर्द की शिकार है अभिलाषा पाठक। सुपरटेक बिल्डर के ईकोविलेज-2 परियोजना के जे-2 टॉवर में अभिलाषा ने 2018 में घर बुक कराया। बिल्डर के फिफ्टी-फिफ्टी प्लान के तहत घर की कीमत का आधा पैसा इन्होंने बुकिंग के समय ही दे दिया। इसके बाद बिल्डर ने इनको रेंटल स्कीम का ऑफर दिया, जिसके तहत इनको जब तक घर नहीं मिल जाता तब उनको रहने के लिए घार दिया। अभिलाषा ने अपने रिटायरमेंट के पैसे की भारी रकम बिल्डर को घर के आशा में भुगतान कर दिया। 25 मार्च 2022 को सुपरटेक के दिवालिया घोषित होने की प्रक्रिया के तहत एनसीएलटी ने परियोजना को पूरी करने के लिए आईआरपी को नियुक्ति कर दिया। अधर में लटके घर की आस को लेकर सौ बार से ज्यादा वह अब तक बिल्डर के दफ्तर का चक्कर लगा चुकी लेकिन कोई आश्वासन भी नहीं मिला। सुपरटेक ने जिस रेंटल स्कीम के तहत उनको घर दिया था उसके मालिक ने अचानक 15 हजार रूपये किराया मांगने लगा। सुपरटेक का चक्कर काटने के बाद बिल्डर के स्टाफ ने कहा कि आपके लैंडलार्ड से डायरेक्ट एग्रीमेंट करना होगा। हम आठ रुपये प्रति वर्गफुट के हिसाब से हर महीने आपके बैंक एकांउट में भुगतान कर देंगे जब तक आपको कब्जा नहीं मिल जाता है।
रिटायरमेंट के बाद घर की आस में किराए के घर में रहकर दिन-रात राधे-राधे की जाप करने वाली अभिलाषा के सामने नवंबर में उस वक्त मुसीबत का नया पहाड़ टूट पड़ा जब सुपरटेक के रेंटल स्कीम के तहत जिस मकान में रह रही थी,उसके मकान मालिक ने घर खाली करने को कह दिया। घर खाली न करने की दिशा में दोगुना किराया की मांग कर रहा है। अभिलाषा आज एनसीआर में घर की सपना पालने के बाद लाखों रुपये सुपरटेक को देने के बाद खून के आंसू रो रही है। इनके आंसू को शासन-प्रशासन पोछेगा यह सोचना ही गलत है,बिल्डर के साथ उसके गुर्गे धमकी देकर मिर्च डालने का काम कर रहे हैं।