दीपोत्सव 2023 : 47 घाटों पर आसमान को जमीन पर उतारेंगे 25 हजार वॉलेंटियर्स

दीपोत्सव 2023 : 47 घाटों पर आसमान को जमीन पर उतारेंगे 25 हजार वॉलेंटियर्स

*- श्रीराम के वनागमन की सांध्य बेला पर अयोध्या में जलेंगे 24 लाख दीये*

*- छठवीं बार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम जोड़ने की तैयारी*

*- दीपोत्सव के विश्व कीर्तिमान के लिए अवध विवि के कुलपति ने प्राचार्यो संग की तैयारी बैठक*

*- दीपोत्सव के लिए स्वयंसेवकों की सूची 30 सितम्बर तक कराना होगा उपलब्ध*

*अयोध्या, 27 सितंबर।* मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप दीपोत्सव पर 24 लाख दीप जलाकर अयोध्या के घाटों को जगमगाने की तैयारी की जा रही हैं। डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस बार के दीपोत्सव में विश्व कीर्तिमान स्थापित करने के लिए तैयारियों में तेजी से जुटा हुआ है। बुधवार को दोपहर में विश्वविद्यालय के कौटिल्य प्रशासनिक भवन के सभागार में कुलपति प्रो प्रतिभा गोयल की अध्यक्षता में जनपद के महाविद्यालय एवं इण्टर कालेज के प्राचार्यो के साथ महत्वपूर्ण बैठक हुई।

कुलपति ने बताया कि उत्तर प्रदेश शासन के मंशानुरूप 11 नवम्बर को होने वाले दीपोत्सव को भव्य बनाने के साथ विश्व कीर्तिमान स्थापित करना है जिसके लिए 24 लाख से अधिक दीए प्रज्ज्वलित होंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन महाविद्यालयों, इण्टर कालेजों एवं स्वयंसेवी सस्थाओं के स्वयंसेवकों की मदद से राम की पैड़ी सहित 47 घाटों पर 24 लाख से अधिक दीप जलाए जायेंगे। घाटों पर दीए प्रज्ज्वलित के लिए 25 हजार स्वयंसेवक लगाये जायेंगे।

कुलपति प्रो गोयल ने महाविद्यालयों, इण्टर कालेज के प्राचार्यों को बताया कि पूरे जोश के साथ छठवी बार गिनीज बुक आफ वर्ल्ड शब्द रिकार्ड में नाम दर्ज करेंगे। कुलपति ने बताया कि सभी 30 सितम्बर तक स्वयंसेवकों का नाम आनलाइल डेटा उपलब्ध कराना आवश्यक है। इसमें सभी के अनुशासन एवं पारदर्शिता के साथ सहयोग की अपेक्षा है।

विश्वविद्यालय दीपोत्सव के नोडल अधिकारी प्रो संत शरण मिश्र ने बताया कि इस बार के दीपोत्सव में स्वयंसेवकों का आईडी कार्ड फुलप्रूफ होगा। इसके लिए सभी संस्थाओं से आनलाइन डेटा मांगा गया है। प्राचार्य एवं स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा आनलाइन सत्यापन के उपरांत ही आईडी कार्ड निर्गत किया जायेगा।

नोडल अधिकारी ने बताया कि इस बार के दीपोत्सव में जनपद के 16 इण्टर कालेजों को शामिल किया गया है। दीपोत्सव के इनके शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षित किया जायेगा। विश्वविद्यालय को अभी तक 11844 स्वयंसेवकों की सूची प्राप्त हो गई है। 30 सितम्बर तक सभी स्वयंसेवकों की सूची आनलाइन प्राप्त हो जायेगी। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा 21 समितियां बनाई गई। इसके अलावा महाविद्यालय, इण्टर कालेजों एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के शिक्षकों एवं सदस्यों को घाट समन्वयक का दायित्व दिया जायेगा। बैठक में जिला विद्यालय निरीक्षक डाॅ राजेश कुमार आर्या, जीआईसी के प्राचार्य बसंत कुमार, साकेत के प्रो अशोक कुमार मिश्र, डाॅ विजयेन्दु चतुर्वेदी, डाॅ त्रिलोकी यादव, प्रोग्रामर रवि प्रकाश मालवीय सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

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