बस्ती जिले में फर्जी पैरा मेडिकल कालेज का मास्टरमाइंड गिरफ्तार, जाली दस्तावेज बरामद
बस्ती जिले में फर्जी पैरा मेडिकल कालेज का मास्टरमाइंड गिरफ्तार, जाली दस्तावेज बरामद
उप्र बस्ती जिले में सरदार पटेल पैरामेडिकल कॉलेज चलाकर छात्र-छात्राओं के साथ धोखाधड़ी कर फर्जी मॉर्कशीट देने के आरोपी प्रबंधक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी प्रबंधक पर छात्र-छात्राओं की शिकायत पर केस दर्ज किया था। प्रबंधक की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही थी।मामला कप्तानगंज के रेहरवा स्थित रामप्यारे चौधरी इंटर कॉलेज से जुड़ा है। बताया जाता है कि कॉलेज के प्रबंधक केके चौधरी द्वारा कस्बे में ही फर्जी तरीके से सरदार पटेल पैरामेडिकल कॉलेज संचालित किया जा रहा था। प्रबंधक का कहना था कि पंजीकृत किए गए छात्रों का एडमिशन ओम सांई ऑफ फार्मेसी उड़ीसा और जयपुरी कॉलेज ऑफ फार्मेसी उड़ीसा, भवानी पटना कॉलेज ऑफ फार्मेसी उड़ीसा में कराया है। पुलिस के मुताबिक पैरामेडिकल कॉलेज द्वारा दर्जनों छात्रों को फर्जी अंकपत्र थमा दिया गया था। मामला सुर्खियों में आया तो गदहाखोर निवासी छात्र दिलीप तिवारी दर्जनों छात्रों के साथ डीएम और एसपी से मिलकर प्रबंधक के खिलाफ केस दर्ज न्याया की मांग की। एसपी के निर्देश पर पुलिस ने प्रबंधक कृष्णकुमार चौधरी निवासी रेहरवा नकटीदेई बुर्जुग थाना कप्तानगंज के विरुद्ध गंभीर धाराओं में केस दर्ज का लिया। केस दर्ज होने की भनक लगते ही आरोपी प्रबंधक भाग गया। पुलिस आरोपी की तलाश में दो माह से लगी थी।आईजी के दखल से एसआईटी टीम गठित आईजी ने मामले में गंभीरता लेते हुए आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी गठित कर दी थी। दो दिनों से एसआईटी और कप्तानगंज पुलिस ने आरोपी प्रबंधक के करीबियों को हिरासत में लेकर संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी। बताया जाता है कि शुक्रवार की देर रात आरोपी प्रबंधक पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह हरदिया चौराहे पर संचालित फर्जी पैरामेडिकल कॉलेज के संचालक सत्यप्रकाश का सहपाठी रहा है। उसके प्रयास से रामआशीष यादव सहित अन्य जालसाजों के करीब में आया था। उसने अलग-अलग तिथियां में जालसाजों के खाते में पैसा जमा किए हैं। रजिस्टर्ड-पत्र के जरिए एडमिट कार्ड और पेपर स्कूल पर भेजे जाते थे। जिसमें आशीष यादव, स्वतंत्र श्रीवास्तव, बीके यादव, पीयूष पांडेय सहित अन्य लोग शामिल थे।
पैरामेडिकल कॉलेज हर्दिया में छात्र-छात्राओं को फर्जी अंकपत्र देने के मामले में पुलिस ने तीन जालसाजों के खिलाफ केस दर्ज किया था। इसकी जानकारी आरोपी प्रबंधक को हुई तो उसने खुद के बचाव में 23 जुलाई को तीनों जालसाजों पर केस दर्ज करा दिया। इसकी भनक लगते ही छात्र आंदोलन हो गए। इसके बाद प्रबंधक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया