राष्ट्रीय सम्मान के अपमान का आरोप, भाजपा के खिलाफ शिकायत दर्ज

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में विधानसभा शीतकालीन सत्र के दौरान हंगामा जारी है। गुरुवार को आईपीसी की धारा 341/504/34 राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम, 1971 के तहत डब्ल्यूबीएलए सचिव सुकुमार रे ने टीएमसी कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय सम्मान के अपमान का आरोप लगाते हुए भाजपा विधायकों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। आरोप है कि बीजेपी विधायकों ने राष्ट्रगान के दौरान शांति भंग करने का प्रयास किया है। ऐसे में भाजपा विधायकों के खिलाफ एफआइआर दर्ज किया गया है। गौरतलब है कि इस संबंध में सत्तापक्ष की ओर से विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी को पत्र भी लिखा गया है। इसके बाद कोलकाता पुलिस डीसी सेंट्रल दिनेश कुमार विधानसभा पहुंच कर स्पीकर से मुलाकात की थी। हालांकि, भाजपा ने इस आरोप का मानने से इंकार किया है। सिलीगुड़ी के भाजपा विधायक शंकर घोष ने कहा कि तृणमूल ने केवल राजनीति करने के लिए शिकायत दर्ज करायी है। क्या है मामला: बुधवार को धर्मतला में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सभा के दौरान तृणमूल कांग्रेस की ओर से केंद्रीय उपेक्षा के आरोप पर केंद्र सरकार के खिलाफ विधानसभा परिसर में आंबेडकर मूर्ति के सामने विरोध प्रदर्शन किया गया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में सत्तापक्ष के विधायक व मंत्री धरना दे रहे थे। इसी दौरान विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी की अगुवाई में भाजपा के विधायकों ने भी धरना दिया। ऐसे में विधानसभा परिसर नारे से गूंज रहा था। पूर्व घोषणा के तहत तृणमूल कांग्रेस का धरना अपराह्न तीन से शाम पांच बजे तक चला। पांच बजते ही तृणमूल के विधायक राष्ट्रगान गाकर धरना समाप्त किया। आरोप है कि राष्ट्रगान के समय भी भाजपा के विधायक नारेबाजी कर रहे थे। इस वजह से तृणमूल द्वारा भाजपा के खिलाफ राष्ट्रगान का अपमान करने का आरोप लगाया गया है।तृणमूल संसदीय कार्य मंत्री शोभनदेब चट्टोपाध्याय ने बताया कि, स्पीकर ने हमारी शिकायत पर पुलिस से बात की है। हालांकि, भाजपा विधायक शंकर घोष ने राष्ट्रगान के अपमान के तृणमूल के आरोप को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि तृणमूल के विधायक राष्ट्रगान ठीक से नहीं गा सकते। तृणमूल के विधायक धीमे स्वर में गा रहा थे, इसलिए आवाज उनतक नहीं पहुंची। तृणमूल सिर्फ राजनीति के लिए ऐसी शिकायतें कर रही है। भाजपा एक राष्ट्रवादी पार्टी है. हम राष्ट्रगान का पूरा सम्मान करते हैं। रिपोर्ट अशोक झा

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