सिमौनी धाम मेला मे बुन्देलखंडी दीवारी नृत्य ने मचाई धूम
बांदा जिले के सिमौनी धाम मेला मे दीवारी दल के नायक रमेश पाल की अगुवाई मे प्रस्तुत बुन्देलखंडी दीवारी नृत्य और लाठी कला ने धूम मचा दी। देश और प्रदेश के विभिन्न आयोजनों मे दीवारी नृत्य का डंका बजाने वाले बांदा के रमेश पाल की टीम के दीवारी कलाकारों की दीवारी प्रस्तुति देखकर मेले मे मौजूद दर्शक वाह-वाह कर उठे। आसमान की ओर उठी कलाकारों की लाठियां जब नृत्य और ढोल की लय-ताल मे हवा मे लहराकर आपस मे टकराईं तो लोग हतप्रभ रह गये। दीवारी खेलने वाले कलाकारों का जोश देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था, जैसे इस महासंग्राम मे एक नहीं,पचासों सिर फूटेंगे और खून की नदी बह जायेगी। किन्तु कलाकारों का रण कौशल और लाठी चलाने की विधा ऐसी थी कि घंटो लाठियां चटखने के बावजूद किसी को खरोंच तक नहीं आई। तकरीबन डेढ घंटे तक लाठियां तडतडाती रहीं।
शुक्रवार को तीन दिवसीय सिमौनी धाम मेला का दूसरा दिन था। दीवारी नृत्य मे विशेष परिधानों मे सजे कलाकारों ने सर्व प्रथम ढोल, नगडिया, की थाप पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया। तत्पश्चात युद्ध का मारु ढोल बजने लगा। सभी कलाकर लाठियां लेकर आपस मे टूट पडे। करीब 10 मिनट बाद जोडे मे बंटकर लाठी कला का अद्भुद प्रदर्शन शुरु हो गया। पूरी तरह थकने के बाद विश्राम, और फिर आयोजन को विराम दे दिया गया। दीवारी मे भाग लेने वाले सभी कलाकारों को परुस्कृत किया गया। दीवारी नृत्य प्रस्तुति को सबने सराहा।