सांप्रदायिक हिंसा प्रभावित क्षेत्र जा रहे बंगाल के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को पुलिस ने लिया हिरासत में
सुकांत मजूमदार ने कहा कि पुलिस ममता के इशारे पर एक पक्षीय कार्य कर रही है
अशोक झा, सिलीगुड़ी: केद्रीय मंत्री और पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि पुलिस ने हमें अवैध रूप से रोका है। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग पर हम सभी को रोक दिया, ये पूरी तरह से अवैध है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार के काफिले को पुलिस ने बुधवार को नदिया जिले के कृष्णानगर में रोक दिया। बाद में पुलिस ने हिरासत में लिया है। मजूमदार बेलडांगा (मुर्शिदाबाद जिला) जा रहे थे, जहां शनिवार रात दो समुदायों के बीच हिंसक झड़पें हुई थीं।उन्होंने अब हमें यहां राजमार्ग पर बैठने के लिए मजबूर किया है। हमने पुलिस से कहा कि हम उनसे मिलेंगे। उन्होंने कहा कि बेलडांगा में भारत सेवाश्रम संघ में महाराज से मिलना है। हम उनसे मिलकर वापस चले आएंगे। पुलिस हमें उनसे मिलने के लिए जाने नहीं दे रही है। पश्चिमबंगाल की पुलिस यह सब ममता बनर्जी की देखरेख में कर रही है।उन्होंने बाद में कहा कि हम बेलडांगा नहीं जाएंगे आप हमें स्कॉट करके डीएम और एसएसपी ऑफिस तक लेकर जाओ। उन्होंने कहा कि हम डीएम ओर एसएसपी से बात कर लेंगे. सुकांत मजूमदार ने कहा कि यहां के डीएम और एसएसपी हमें कह रहे हैं कि आपको मिलने के लिए पहले अप्वाइंटमेंट लेना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि एक सेंट्रल लेवल का मंत्री डीएम से अप्वाइंटमेंट कैसे लेगा। डीएम से ज्यादा सीनियर ऑफिसर तो उनके अंडर में काम करते हैं। इनसे 5 गुना सीनियर ऑफिसर सेक्रेटरी के रूप में मेरे अंडर काम करते हैं। इन सभी को हायरार्की ठीक से नहीं पता है।इन्हें ये नहीं पता है कौन किसका सीनियर है? यहां की पुलिस ममता बैनर्जी के इशारे में काम कर रही है। जेहादियों के खप्पर में पल रही है पुलिस: बीजेपी के केंद्रीय मंत्री ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि ममता बनर्जी की पुलिस पूरी तरह से बांग्लादेश के जेहादियों के खप्पर में पल रही है। बांग्लादेश की तरफ से जो भी इंस्ट्रक्शन भेजा जा रहा है। ममता बनर्जी की पुलिस उसे आसानी से मानकर पूरा करने में लगी हुई है।उन्होंने कहा कि बंगाल के हिंदुओं से मेरा खास तौर पर आह्वाहन है कि आप इसे गंभीरता से देखिए और इस तरह की हरकतों से भविष्य के बारे में अंदाजा लगाइए और उसे पहचानिए। उन्होंने कहा कि अगर ममता बनर्जी की सरकार रही तो राज्य का क्या भविष्य रहने वाला है? इसका अंदाजा खुद ही लगा लीजिए।