सांसद राजू विष्ट ने त्रिपक्षीय वार्ता के लिए गृहमंत्री से की मुलाकात

बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले चाहते है हिल्स की समस्या का स्थाई समाधान

 

अशोक झा, सिलीगुड़ी: दार्जिलिंग के सांसद राजू विष्ट हर पल क्षेत्र और यहां की समस्या का समाधान करने की कोशिश में लगे है। इसी क्रम में उनके द्वारा किया गया सबसे बड़ा वादा हिल्स के गोरखा की समस्या का स्थाई समाधान निकलना है। इसको लेकर
सांसद राजू विष्ट ने नई दिल्ली में गृह मंत्री श्री अमित शाह से मुलाकात की। सांसद ने बताया कि उन्होंने मुझे बताया कि केंद्र सरकार जल्द से जल्द केंद्र सरकार, पश्चिम बंगाल सरकार और गोरखा समुदाय के प्रतिनिधियों को शामिल करते हुए त्रिपक्षीय वार्ता शुरू करेगी। अमित शाह ने हमारे क्षेत्र के लोगों से संबंधित सभी मुद्दों को बातचीत के माध्यम से हल करने और सभी हितधारकों की चिंताओं पर विचार करने के लिए समग्र दृष्टिकोण अपनाने की केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। त्रिपक्षीय वार्ता को जारी रखने की तैयारी गृह मंत्रालय द्वारा की जा रही है और बैठक की तारीखों की घोषणा जल्द ही की जाएगी। मालूम हो कि पहाड़ी नेताओं ने मिलकर ‘गोरखा स्वाभिमान मंच’ बनाया। नेतृत्व का दावा है कि मंच गोरखालैंड के अलग राज्य के लिए विरोध करेगा। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के सुप्रीमो बिमल गुरुंग ने कहा, “गोरखाओं की खातिर पहाड़ों में गोरखालैंड की जरूरत है। हम उस मांग को लेकर धरना प्रदर्शन करेंगे, लेकिन कोई हिंसक आंदोलन नहीं होगा। गोरखा जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष अजय एडवर्ड ने कहा, “गोरखालैंड बौद्धिक रूप से आधारित आंदोलन होना चाहिए। पहाड़ के लिए मांग पूरी करनी होगी।हमने सुना है कि उत्तर बंगाल एक अलग राज्य होगा।अगर ऐसा होता है तो पहाड़ियों को नुकसान होगा.” हालांकि उन्होंने गोरखालैंड समर्थकों को साफ तौर पर समझाया। उन्होंने कहा, “यह गोरखाओं के सम्मान के लिए हमारा संघर्ष है। हम चाहते हैं कि गोरखा स्वाभिमान से जिए। इसलिए जिस चीज की जरूरत है, उसके लिए हमें आंदोलन करना पड़ रहा है।

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