यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने गोण्डा में 31 महिलाओं को निःशुल्क सिलाई मशीन वितरित की

महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में महत्वपूर्ण पहल

गोण्डा, 27 मार्च 2025: उत्तर प्रदेश की महामहिम राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज जिला मेडिकल कॉलेज, गोण्डा में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत 31 लाभार्थी महिलाओं को ऊषा सिलाई मशीन वितरित की। इस कार्यक्रम का आयोजन बलरामपुर फाउंडेशन, बलरामपुर द्वारा कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) के तहत किया गया।

इस अवसर पर लाभार्थी महिलाओं को सिलाई एवं कढ़ाई का प्रशिक्षण प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया। महिलाओं के चेहरे पर आत्मनिर्भरता की खुशी झलक रही थी। लाभार्थियों में सोनी देवी, रूची देवी (ग्राम-भदैया, विकासखंड-हलधरमऊ), अमीरूननिशा, हसीना (ग्राम-सिंहपुर, विकासखंड-कटराबाजार), मीरा, बबली (ग्राम-बिकरवा, विकासखंड-कटराबाजार), रीना तिवारी, प्रिया तिवारी (ग्राम-परसामहेसी), कंचन वर्मा (ग्राम-नरायणपुर खुर्द) आदि शामिल थीं।

राज्यपाल ने दी शुभकामनाएँ

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि महिलाओं का सशक्तीकरण एवं स्वरोजगार बेहद जरूरी है और बलरामपुर फाउंडेशन इस दिशा में सराहनीय कार्य कर रहा है। उन्होंने प्रशिक्षित महिलाओं को अपने गांव में सिलाई स्कूल खोलने के लिए शुभकामनाएं दीं।

प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति

इस अवसर पर मंडलायुक्त श्री शशि भूषण लाल सुशील (IAS), जिलाधिकारी श्रीमती नेहा शर्मा (IAS), पुलिस अधीक्षक गोण्डा, मुख्य विकास अधिकारी गोण्डा सहित कई प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।

बलरामपुर फाउंडेशन, बलरामपुर इकाई-मैजापुर चीनी मिल की ओर से मुख्य महाप्रबंधक श्री संदीप अग्रवाल, महाप्रबंधक (गन्ना) श्री पवन कुमार चतुर्वेदी एवं महाप्रबंधक (वाणिज्य) श्री मुकेश कुमार झुनझुनवाला ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया।

बलरामपुर फाउंडेशन का योगदान

बलरामपुर फाउंडेशन के मुख्य महाप्रबंधक श्री संदीप अग्रवाल ने कहा कि स्वर्गीय पद्मश्री मीनाक्षी सरावगी के समाजसेवा के सपने को साकार करते हुए संस्था लगातार सामाजिक कार्य कर रही है। भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिससे महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिले।

लाभार्थी महिलाओं ने सिलाई मशीन पाकर खुशी जताई और कहा कि इससे उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने और परिवार का भरण-पोषण करने में मदद मिलेगी।

महिलाओं के स्वावलंबन की दिशा में मजबूत कदम

यह पहल महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। बलरामपुर फाउंडेशन के इस प्रयास से महिला सशक्तीकरण को नया आयाम मिलेगा और समाज में सकारात्मक बदलाव आएगा।

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