काशी अन्तरराष्ट्रीय हॉट एयर बैलूनिंग एंड बोट रेसिंग फेस्टिवल का गंगा तट पर हुआ शुभारंभ
वाराणसी। काशी अन्तरराष्ट्रीय हॉट एयर बैलूनिंग एंड बोट रेसिंग फेस्टिवल का शुभारंभ दशाश्वमेध घाट से मंगलवार को हो गया। उत्तर वाहिनी गंगा में पर्यटक अब जल क्रीड़ा का भी आनंद ले सकेंगे..उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अंतरराष्ट्रीय हॉट एयर बैलूनिंग एंड बोट रेसिंग फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा.. जिसे काशी बैलून एंड बोट फेस्टिवल का नाम दिया गया है!काशी को आध्यात्मिक, धर्म और सांस्कृतिक विरासत के कारण शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन में एक साल के लिए सांस्कृतिक और पर्यटन की राजधानी के रूप में घोषित किया जा चुका है।इतिहास से भी प्राचीन काशी अपनी समृद्ध विरासत के कारण पूरी दुनिया में जानी जाती है। भारत की संस्कृति, धर्म और अध्यात्म के प्रति पूरी दुनिया आकर्षित होती रही है। यही कारण है जिससे शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन में काशी को एक साल के लिए सांस्कृतिक और पर्यटन की राजधानी के रूप में घोषित किया गया है। काशी सितंबर 2022 से सितंबर 2023 तक एक साल के लिए देश का प्रतिनिधित्व करेगी। SCO संगठन के सदस्यों को 17 से 20 से जनवरी तक आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय हॉट बैलूनिंग एयर बैलूनिंग एंड बोट रेसिंग फेस्टिवल का भी आनंद लेंगे। साथ ही काशी की संस्कृति, धर्म और अध्यात्म की विरासत को भी देखंगे।नौका दौड़ दशाश्वमेध घाट से राजघाट तक तीन किलोमीटर तक होगा। चार दिनों के इस फेस्टिवल में फोटो ग्राफी प्रदर्शनी, राजघाट घाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन होगा। साथ ही कला एवं चित्रकला प्रतियोगिताओं की एक श्रृंखला भी आयोजित की जा रही है।पिछले आठ सालो में केन्द्र व राज्य की सरकार ने जिस तरह से काशी का कायाकल्प किया है.. उसका परिणाम है की काशी संस्कृति, धर्म और अध्यात्म नई वैश्विक पहचान बनती जा रही है.. सबसे ज़्यादा लाभ पर्यटन उद्योग को मिल रहा है।