देररात तक होता रहा अमहट घाट पर दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन
देररात तक होता रहा अमहट घाट पर दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन
उप्र बस्ती जिले में मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन सोमवार देर रात कुआनों समेत जिले के विभिन्न नदियों के घाटों पर किया गया। रुक-रुक कर पूरे दिन बारिश होती रही । जिसके कारण आयोजकों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा। मौसम खराब होने की वजह से काफी कम लोग ही घरों से निकले,इसलिए मेले की रौनक भी फीकी रही। इक्का-दुक्का दिख रही दुकानों पर भी ग्राहक कम नजर आए, जिससे दुकानदार मायूस दिखे। हालांकि साढ़े छह बजे के बाद मौसम कुछ साफ हो गया।
उधर, तय कार्यक्रम से काफी देर से विसर्जन के लिए शहर के विभिन्न हिस्सों से झांकियों के साथ प्रतिमाएं निकलीं। इस दौरान श्रद्धालुओं ने अबीर-गुलाल उड़ाए और माता के जयकारे लगाए। शाम छह से बजे से अमहट समेत अन्य घाटों पर शुरू हुआ विसर्जन का सिलसिला पूरी रात चला।विसर्जन के लिए पुलिस की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। जिले की डीएम प्रियंका निरंजन और एसपी आशीष श्रीवास्तव भी व्यवस्था का जायजा लेने में लगे रहे। संभावित भीड़ को देखते हुए पुलिस कर्मी व्यवस्था बनाए रखने के लिए भागदौड़ करते रहे। पुलिस की पूरी कोशिश रही कि जुलूस में किसी तरह का विवाद न हो। इन सबके बीच सजाए गए ट्रक, ट्रैक्टर-ट्राली व अन्य लोडर वाहनों से मां दुर्गा की प्रतिमाएं घाट तक ले जाई गईं। पुरानी बस्ती की प्रतिमाएं करुआ बाबा स्थान के पास एकत्र हुईं। वहां से जुलूस की शक्ल में पांडेय बाजार, दक्षिण दरवाजा, पक्का बाजार, गांधीनगर और कंपनी बाग होते अमहट घाट पहुंचीं। घाटों पर पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था की गई थी ताकि विसर्जन में किसी तरह की असुविधा न हो। 10 नाव और एक मोटर बोट लगाई गई थी। घाटों पर आकस्मिक घटनाओं को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम था। जरूरत के हिसाब से नाव, जल पुलिस, प्रकाश, साफ-सफाई की गई थी। पुलिस और प्रशासनिक अधिकिारियों के अलावा फायर ब्रिगेड, एंटी रायट स्क्वाड भी तैनात थे।