काशी में एक मंडप में सुनहरे पल के सपने लिए एक-दूजे के हुए 1041 जोड़े


*अद्भुत-अलौकिक पल*
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*हिंदू जोड़ों ने हिंदू रीति से जबकि मुस्लिम जोड़ों का हुआ निकाह*
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*शहनाइयों की गूंज और मंत्रोच्चार से गुंजायमान हुआ गड़ौली धाम*
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*बैंड बाजे की धुन के साथ हुआ नगर भ्रमण,जगन्नाथ भवन का हुआ शिलान्यास*
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*नवविवाहित जोड़ों को भेंट किया गया उपहार*
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वाराणसी 12 फरवरी:-दिन-रविवार, स्थान-गड़ौली धाम, मौका-सामूहिक विवाह का। अभिभावक-ओएस बालकुंदन फाउंडेशन के संस्थापक सुनील ओझा।
जीवन में ऐसा अद्भुत-अलौकिक पल बिरले को मिलता है जब वे गरीब, असहाय कन्याओं के जीवन में मधुर रस घोलने वाले पुण्य के भागी बने। कहा भी गया है, कन्यादान-महादान। इस दान से बढ़कर जीवन में कोई दान नहीं। सुनील ओझा के जीवन का यह अकल्पनीय क्षण था, जब उन्होंने कन्यादान का महायज्ञ किया। वह भी एक-दो-तीन नहीं पूरे 1041 कन्याओं के जीवन में मधुर रस घोला। सुनहरे पल के सपने लिए 1041 जोड़े एक-दूजे के लिए हुए। साक्षी बने नर-नारायण, देवी-देवता, अग्नि, पंचतत्व, मां गंगा और गौरीशंकर।
जी हां, हम बात कर रहे हैं ओएस बालकुंदर फाउंडेशन की तरफ से गौ, गंगा और गौरीशंकर के सानिध्य में बसे गड़ौली धाम के स्थापना के एक साल पूरे होने पर हुए भव्य आयोजन की। आयोजन के इस महत्वपूर्ण कड़ी में जब पूरे रीति-रिवाज और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच 1041 जोड़ों ने अग्निदेव को साक्षी मानकर फेरे लिये तो आसमान से देवी-देवता भी इस अद्भुत पल को अपलक निहारते रह गए। सामूहिक विवाह के पूर्व गाजे-बाजे के साथ नगर भ्रमण हुआ और जगन्नाथ भवन का शिलान्यास भी। पंडित उमंग नाथ की अगुवाई में 68 ब्राह्मणों ने अलग-अलग मंडप में मंत्रोच्चार के बीच विवाह सम्पन्न कराया। सामूहिक विवाह के दौरान एक तरफ जहां वैदिक मंत्रोच्चार का उच्चारण हो रहा था, तो दूसरी तरफ मौलवी निकाह की रस्म अदायगी कर रहे थे। इसमें दलित ,पिछड़ा और पंडित के साथ मुस्लिम भी बंधें वैवाहिक बंधन में। सोनभद्र, भदोही, मिर्जापुर एवं गड़ौली धाम के निकट के गांवों के वर-वधु एक-दूजे के हुए। इस दौरान गड़ौली धाम को दुल्हन की तरह सजाया गया था।
गड़ौली धाम में आयोजित कन्यादान-महायज्ञ के दौरान जुटी भारी भीड़ एवं जनप्रतिनिधियों के जमावड़े को देखते हुए सुरक्षा की मुकम्मल एवं सुदृढ यातायात व्यवस्था की गयी थी। मिर्जापुर और भदोही जिले के आला अधिकारियों ने भी इस महायज्ञ की आहुति में बढ़-चढ़कर भागीदारी कर अपने जीवन को धन्य किया। श्रम विभाग का इस आयोजन में भरपूर सहयोग मिला।
*सामुहिक विवाह में तीन जिलों के जोड़े रहे शामिल*
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गडौ़ली धाम में आज सम्पन्न हुए 1041 सामुहिक विवाह में मिर्जापुर के 741, सोनभद्र के 229 एवं भदोही के 71 जोड़े शामिल हुए।
*हिंदू जोड़ों का हिंदू रीति से हुआ विवाह जबकि मुस्लिम जोड़ों का हुआ मुस्लिम रीति से निकाह*
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गडौ़ली धाम में हुए सामुहिक विवाह में हिंदू जोड़ों का हिंदू रीति से मंत्रोच्चार के बीच विवाह सम्पन्न हुआ जबकि 10 मुस्लिम जोड़ों ने मौलवी की उपस्थिति निकाह नामा कबुल किया।
*नवविवाहितों को दिया गया प्रमाण पत्र*
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सामुहिक विवाह के पश्चात नव विवाहित जोड़ों को मंचासिन अतिथियों ने आशीर्वाद प्रदान किया एवं प्रमाणपत्र दिया। इसके पश्चात सभी नवविवाहित जोड़ों ने बालेश्वर महादेव का दर्शन किया। आशीर्वाद व प्रमाणपत्र देने वालों में ओएस बालकुंदन फाउंडेशन के संस्थापक सुनील ओझा, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ दयाशंकर मिश्र ‘दयालू, विधायक गण रत्नाकर मिश्र, दीनानाथ भास्कर, रमाशंकर पटेल, बृजेश सिंह आदि प्रमुख रहे।
*श्रम विभाग नव विवाहित जोड़ों के खाते में भेजेगा निश्चित धनराशि*
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ओएस बालकुंदन फाउंडेशन एवं श्रम विभाग के संयुक्त तत्वावधान में सम्पन्न हुए सामुहिक विवाह के उपरांत वर वधू को उपहार स्वरूप गृहस्थ जीवन से संबंधित पैकेट दिए गये एवं श्रम विभाग की योजनानुसार एक निश्चित धनराशि वर वधू के बैंक खाते में भेजी जाएगी।
*लक्ष्मण आचार्य पहुंचे गडौली धाम*
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भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष, एमएलसी एवं सिक्किम के नव नियुक्त राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य आज अपराह्न गडौ़ली धाम पहुंचे जहां उपस्थित लोगों ने गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया। इस अवसर पर लक्ष्मण आचार्य ने सर्वप्रथम बालेश्वर महादेव का दर्शन किया तत्पश्चात नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद प्रदान किया एवं भव्य एवं सफल आयोजन के लिए ओएस बालकुंदन फाउंडेशन के संस्थापक सुनील ओझा को बधाई दी।
*नवविवाहित जोड़ों को सुनील ओझा ने किया संबोधित*
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नव विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए ओएस बालकुंदन फाउंडेशन के संस्थापक सुनील ओझा ने कहा कि कन्यादान से बड़ा कोई दान नहीं है। गौ, गंगा और गौरीशंकर के आशीर्वाद से इतना बड़ा कन्यादान महायज्ञ हो रहा है जो साधारण बात नहीं है। कहा कि मां गंगा के पवित्र तट पर बसे गडौ़ली धाम में गौरीशंकर को साक्षी मानकर 1041 जोड़ों ने सात फेरे लेकर नये जीवन की शुरुआत की हैं। मां विंध्यवासिनी और मां गंगा के आशीर्वाद से काशी क्षेत्र में हो रहा यह सामुहिक विवाह समाज को जोड़ने का संदेश देता है गौ, गंगा और गौरीशंकर इन्हें सुखमय जीवन का आशीर्वाद दे। यही हम सबकी मंगल कामना है। श्री ओझा ने कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर का विशेष आभार प्रकट करते हुए कहा कि श्री राजभर के अधिन श्रम विभाग ने जो सहयोग किया है उसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए वो कम है।
*राज्यमंत्री ने नव विवाहित जोड़ों को किया संबोधित*
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नव विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद प्रदान करते हुए राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ दयाशंकर मिश्र ‘दयालू ने कहा कि काशी और प्रयाग के बीच गौ, गंगा और गौरीशंकर के सानिध्य में बसा गडौ़ली धाम आज एक हजार से अधिक विवाह का साक्षी बना है। कहा कि इस पवित्र कार्य में सबसे बड़ी भूमिका फाउंडेशन के संस्थापक सुनील ओझा की है जिनके दृढ़ इच्छाशक्ति के बदौलत यह कार्य संभव हो पाया है। कहा कि नवविवाहित जोड़ों के माता पिता के चेहरे पर जो खुशी दिखाई पड़ रही है वह बता रही हैं कि ओएस बालकुंदन फाउंडेशन ने कितना बड़ा और पवित्र कार्य किया है।
*इन वरिष्ठ जनों की रही उपस्थिति*
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इस अवसर पर राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ दयाशंकर मिश्र ‘दयालू, विधायक गण रमाशंकर पटेल, दीनानाथ भास्कर, रत्नाकर मिश्र, सौरभ श्रीवास्तव, कैलाश खरवार, भुपेश चौबे, रंगनाथ मिश्र, वाराणसी महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय, वरिष्ठ भाजपा नेता प्रेम प्रकाश कपूर, आशीष सिंह बघेल, धर्मेंद्र सिंह, राकेश शर्मा, अशोक तिवारी, संध्या दुबे, अर्चना शुक्ला, रानिका जायसवाल, क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी नवरतन राठी, संतोष सोलापुरकर, मधुकर चित्रांश, राजकुमार शर्मा, मनोज शाह, राजेश त्रिवेदी, मनोज दूबे, सुचिता मोर्या, अवधेश राय, पुण्डरीक मिश्रा, वीरेंद्र प्रताप यादव, विनायक, नवीन कपूर, जगदीश त्रिपाठी, आत्मा विश्वेश्वर, ओंकार केशरी, रविन्द्र तिवारी, शैलेंद्र मिश्रा सहित मिर्जापुर एवं भदोही के डीएम, एसएसपी के साथ ही श्रम विभाग के अधिकारी उपस्थित थे

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