बांदा में कबाड़ी की दूकान से फिर बरामद हुईं 1268 सरकारी किताबें

किताबें खरीदने वाला कबाडी गिरफ्तार, बेंचने वाले की खोज जारी

 

बांदा जिले के बबेरू थाना क्षेत्र में परिषदीय स्कूलों के बच्चों को मुफ्त बांटी जाने वाली किताबें कबाड़ की दुकानों में बेंचे जाने का एक और मामला सामने आया है। एक पखवारे के अंदर दूसरी बार पुलिस ने कबाड़ की दुकान से पांच बोरियों से 1268 सरकारी पुस्तकें बरामद की हैं। पुलिस ने दो के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर आरोपित कबाड़ी को जेल भेज दिया है। पुलिस के मुताबिक यह किताबें पहली से लेकर 8वीं कक्षा तक कीं हैं। जिन्हे सरकारी स्कूल मे पढने वाले बच्चों को वितरित किया जाना था।
बीते 6 फरवरी को कबाड़ की दुकान से बरामद की गयीं पुस्तकों की जांच अभी पूरी नहीं हो पायी है, इसी बीच रविवार को बबेरु कस्बे मे ही तिंदवारी रोड की एक कबाडी की दूकान से 1268 पुस्तकें पुलिस ने दोबारा पकड लीं। बबेरु मे ही हुई दूसरी घटना ने यहां मुफ्त किताबों के वितरण पर बेसिक शिक्षा विभाग की पोल खोल दी है।
रविवार को बबेरु कोतवाली मे तैनात एसआई तुषार श्रीवास्तव की अगुवाई में पुलिस ने तिंदवारी रोड स्थित कबाड़ी की दुकान में छापा मारा। यहां प्लास्टिक की पांच बोरियों में 1268 सरकारी किताबें पाई गईं। पुलिस ने इन्हें कब्जे में ले लिया। किताबें खरीदने वाले आरोपित विमल को भी हिरासत में ले लिया। पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया गया। एसआई ने बताया कि आरोपित कबाड़ी विमल समेत दो के विरुद्ध संगीन धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। किताबें बेचने वाले की खोजबीन की जा रही है। बरामद किताबों के संबंध में बेसिक शिक्षा विभाग से जानकारी मांगी गई है।

छह फरवरी को बरामद हुईं थीं 5519 किताबें
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एसआई तुषार श्रीवास्तव के मुताबिक जांच के दौरान जो भी नाम सामने आएगा कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि एक पखवारे में दूसरी बार कबाड़ की दुकान से सरकारी किताबें पुलिस ने बरामद की हैं। हाल ही में छह फरवरी को बबेरू कोतवाली पुलिस ने 14 प्लास्टिक की बोरियों से 5519 किताबें बरामद की थीं। ये किताबें भी कबाड़ी की दुकान से मिली थीं। पुलिस ने आरोपित को जेल भेज दिया था। दूसरी तरफ किताबें बेचने के लिए जिम्मेदार शिक्षक को बीएसए ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था। इसकी जांच भी अभी चल रही है। पहले मामले की जांच पूरी भी नहीं हो सकी थी कि दूसरी घटना सामने आ गई।

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