काशी में गाजे-बाजे के साथ निकली मां गणगौर की भव्य शोभायात्रा

सुख, शांति और समृद्धि की देवी है माँ गवरजा :- डॉ दयाशंकर मिश्र "दयालु"

वाराणसी-: श्री गवरजा माता उत्सव समिति, वाराणसी के तत्वावधान में पूर्व वर्षों की भांति आज वार्षिकोत्सव के अवसर पर 24 मार्च को सायं 4 बजे गोलघर स्थित श्री काशी गोशाला से शोभायात्रा निकाली गयी। शोभायात्रा में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए *राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ दयाशंकर मिश्र “दयालु”* ने मीडिया से बात चीत के दौरान कहा कि हमारा राजस्थानी समाज प्रत्येक वर्ष गवरजा माता की भव्य शोभायात्रा निकालता है जिसमें हम सभी हर्षोल्लाष के साथ शामिल होते हैं।
सुख, शांति और समृद्धि की देवी माता गवरजा हम सभी भक्तों पर अपनी कृपादृष्टि बनाएं रखें,इसी मनोकामना के साथ हम सभी भक्तगण माता की शोभायात्रा में एक दूसरे को शुभकामनाएं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि नवरात्रि के पावन पर्व और माँ की आराधना के इस शुभ अवसर पर,मैं बाबा विश्वनाथ और माता अन्नपूर्णा से प्रार्थना करता हूँ सभी श्रद्धालुओं को अपना आशीर्वाद प्रदान करें।
शोभायात्रा बुलानाला, नीचीबाग,चौक,बांसफाटक,गोदोलिया,गिरिजाघर होते हुए सायं 6.00 बजे लक्सा रोड लक्ष्मी कुंड स्थित श्री श्याम मंदिर पहुंची जहां पर पहले से उपस्थित राजस्थानी एवं हरियाणवी समाज की महिलाओ एवं कन्याओं द्वारा मां गणगौर की विधिवत पूजा अर्चना की तत्पश्चात अपने-अपने घरों में पूजी गई गणगौर को लक्ष्मीकुंड स्थित तालाब में विसर्जन किया।
शोभायात्रा में सबसे आगे संस्था का बैनर चल रहा था तथा पीछे-पीछे बैंड बाजा धार्मिक धुन बजाते हुए चल रहा था, उसके बाद राधा-कृष्ण की मनोरम झांकी रास रचाते हुए आगे बढ़ रही थी। वहीं नंदी पर सवार भोलेनाथ और साथ में पार्वती जी की झांकी देखकर लोग भावविभोर हो रहे थे। शहनाई बजने के साथ एक रथ पर गणेश जी की प्रतिमा तथा दूसरे रथ पर मां गणगौर जी की प्रतिमा विराजमान थी और रथ से प्रसाद वितरित किया जा रहा था । पूरे रास्ते हरियाणा तथा राजस्थान समाज के लोगो द्वारा पुष्प वर्षा की गयी और मां गणगौर की आरती उतारी। शीतल पेय द्वारा लोंगो का स्वागत किया जा रहा था। विभिन्न सामाजिक संगठनो ने भी रास्ते भर शोभायात्रा का स्वागत कर पूजन अर्चन किया।
शोभा यात्रा में पुरुष कुर्ता पैजामा एवं महिलाएं चुनरी की साड़ी में नजर आ रहे थे।
समिति के प्रचार मंत्री गौरव राठी ने गणगौर माता के पूजन के स्वरूप पर प्रकाश डालते हुए बताया कि महिलाएं व कन्याओं द्वारा होली के दिन से 15 दिन तक लगातार घरों में मां गणगौर की पूजा अर्चना की जाती है। जिसमें ईशर जी कानीराम, मालीन, गौरा, रीवा शामिल है,जिनका आज के दिन विसर्जन किया जाता है।
शोभायात्रा का नेतृत्व समिति के अध्यक्ष प्रमोद कुमार बजाज एव मंत्री पंकज तोदी ने किया।
शोभायात्रा में मुख्य रूप से विरेन्द्र भुरारिया,प्रशासनिक व्यवस्था प्रमुख नवरतन राठी,शंकरलाल सोमानी,भरत सर्राफ,शोभायात्रा व्यवस्था प्रमुख पवन कुमार अग्रवाल,संजीव शाह,
दीपक बजाज,अनुज डिडवानिया,गौरव राठी,शैलेन्द्र मिश्रा “सोनू”
अजय खेमका,
सुनील धानुका,प्रदीप तुलस्यान,लाला चांडक,राजकुमार कोठारी,
वेद मूर्ति शास्त्री, किशोर मुंदडा,गिरिराज कोठारी,लोकेंद्र करवा,मांगीलाल शारडा,गोकुल शर्मा,राजेश पोद्दार,श्री नारायण खेमका,कौशल शर्मा,सुरेश तुलस्यान,राजेश गट्टानी
राजेश अग्रवाल
सहित सैकड़ो लोग सम्मिलित हुए।

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